Prashant Kishor ने कहा कि बिहार के विकास के लिए बेहतर व्यक्ति को चुनाव लड़ना होगा. तभी बिहार में सुधार हो पाएगा.
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Bihar Bypoll: दो अक्टूबर को जन सुराज पार्टी की स्थापना के बाद प्रशांत किशोर (पीके) ने अपनी पहली चुनावी लड़ाई का ऐलान कर दिया है. बिहार को आगे बढ़ाने के लिए अच्छे प्रत्याशियों की वकालत करने वाले प्रशांत किशोर ने बिहार की 4 सीटों पर होने जा रहे विधानसभा उपचुनावों में तरारी सीट से पहले प्रत्याशी की घोषणा की. उन्होंने पूर्व उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एस के सिंह को उम्मीदवार बनाकर चुनावी राजनीति में अपना पहला कदम रखा. उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘दिवंगत एस के सिन्हा के अलावा बिहार से सेना के एकमात्र उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सिंह की उम्मीदवारी तरारी के लिए गर्व की बात है.’’
उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिए बेहतर व्यक्ति को चुनाव लड़ना होगा. तभी बिहार में सुधार हो पाएगा. जनसुराज ने संकल्प लिया है, उससे हम समझौता नहीं कर सकते हैं. न जाति, न पैसा और न ही परिवार. बिहार को सुधारने के लिए जो लोग काबिल हैं, उन्हें लेकर आएंगे, क्योंकि हमारा मकसद सिर्फ एक ही है.
पूर्व उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल श्री कृष्ण सिंह
एस के सिंह सेवानिवृत्ति के बाद 2013 से दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में रह रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेरे बच्चे विदेश में बस गए हैं और मेरी पत्नी अब नहीं रहीं. मैं तरारी से ताल्लुक रखता हूं और यहां के लोगों का मेरे प्रति प्यार के कारण अब अपना शेष जीवन उन्हें समर्पित करना चाहता हूं जिन्होंने मुझे इस लायक बनाया. सेना में सेवा करने के कारण मुझे यहां जो सम्मान मिलता है, वह मैंने दिल्ली या नोएडा में कभी नहीं देखा.’’
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'पीके' ने तेजस्वी को दिया चैलेंज
अपने पहले प्रत्याशी के ऐलान के साथ ही प्रशांत किशोर ने उपचुनाव से पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सात दिन पैदल चलने की चुनौती दी. प्रशांत किशोर ने बुधवार को तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा, "वह कब यात्रा पर निकले थे. बिहार को पिछले 25-30 वर्षों में बस लूटने का काम किया है. मैं चैलेंज देता हूं कि तेजस्वी यादव सात दिन पैदल यात्रा करके दिखाएं."
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "बिहार में शराबबंदी नहीं है, सिर्फ शराब की दुकानें बंद हैं, होम डिलीवरी चालू है. बिहार की गरीब जनता का 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. गरीब जनता का पैसा लूटकर यहां के अधिकारी और शराब माफिया कमा रहे हैं. गांव-गांव शराब बिक रही है."
उन्होंने कहा कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हो रही है. हमने बिहार के जिलों में यात्रा की. लोगों ने हमें बताया है कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई. इस बारे में पुलिस को जानकारी इसलिए नहीं दी जा रही है कि क्योंकि लोगों में डर है कि उन पर कार्रवाई होगी. शराबबंदी के खिलाफ हम लोग इसलिए हैं क्योंकि यह जमीन पर लागू नहीं है. इससे लोगों का भविष्य खराब हो रहा है, एक लाख से ज्यादा लोग जेल में बंद हैं.
गौरतलब है कि बिहार की तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज विधानसभा सीटों के लिए 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. 23 नवंबर को मतगणना होगी. ये सभी सीटें इस साल की शुरुआत में विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हो गई थीं. राजनीतिक रणनीतिकार से नेता बने किशोर ने खुलासा किया कि पार्टी अगले महीने होने वाले तीन अन्य सीटों पर उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम कुछ ही दिनों में घोषित कर देगी.
(इनपुट: एजेंसियों के साथ)