राजनीति में भी एक स्टार्ट-अप है.. उनको बार-बार लॉन्च किया जा रहा, PM मोदी का करारा तंज
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राजनीति में भी एक स्टार्ट-अप है.. उनको बार-बार लॉन्च किया जा रहा, PM मोदी का करारा तंज

Start UP Launch: स्टार्टअप महाकुंभ को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि एक समय था जब शिक्षा का मतलब नौकरी था और सरकारी नौकरी का मतलब होता था कि वह व्यक्ति जीवन में सफल हो गया है. उन्होंने देश में चल रही स्टार्ट-अप क्रांति का हवाला देते हुए कहा यह मानसिकता बदल गई है.

राजनीति में भी एक स्टार्ट-अप है.. उनको बार-बार लॉन्च किया जा रहा, PM मोदी का करारा तंज

PM Narendra Modi: चाहे संसद हो कोई चुनावी सभा हो या फिर कोई कार्यक्रम हो, पीएम मोदी अपने विरोधियों पर निशाना साधने से नहीं चूकते हैं. इसी कड़ी में उन्होंने एक बाद फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तगड़ा तंज कस दिया है. पीएम ने बुधवार को कहा कि राजनीति में कुछ को बार-बार लॉन्च करने की जरूरत पड़ती है जबकि स्टार्ट-अप की दुनिया में जब कोई एक असफल होता है तो इस स्थिति में दूसरा रास्ता अख्तियार कर लेता है. पीएम मोदी का यह तंज राहुल गांधी का इस संदर्भ में आया है क्योंकि हाल ही में उनकी भारत जोड़ो यात्रा का समापन हुआ है.

असल में पीएम मोदी भारत मंडपम में चल रहे 'स्टार्टअप महाकुंभ' को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि देश 2047 के विकसित भारत के रोडमैप पर काम कर रहा है, ऐसे समय में स्टार्ट अप महाकुंभ का बहुत महत्व है. 

'स्टार्ट-अप लॉन्च तो बहुत लोग करते हैं..
पीएम ने स्टार्ट-अप महाकुंभ में किसी का नाम लिए बिना स्टार्ट-अप और राजनीति की तुलना करते हुए कहा, ‘‘स्टार्ट-अप लॉन्च तो बहुत लोग करते हैं, राजनीति में तो ज्यादा... और बार-बार लॉन्च करना पड़ता है. आप में और उनमें फर्क ये है कि आप लोग प्रयोगशील होते हैं, एक अगर लॉन्च नहीं हुआ तो तुरंत दूसरे पर चले जाते हैं.

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि बीते दशकों में भारत ने IT और सोफ्टवेयर सेक्टर में अपनी छाप छोड़ी है. अब हम भारत में इनोवेशन और स्टार्टअप कल्चर का ट्रेंड लगातार बढ़ता हुआ देख रहे हैं. मोदी ने लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने और एक अप्रैल, 2024 से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए पूर्ण बजट पेश करने का विश्वास जताया.

अगले पांच साल में क्या होने जा रहा?
उन्होंने कहा कि सामान्य स्थिति में कारोबारी चुनाव संपन्न होने तक बड़े आयोजनों को टाल देते हैं लेकिन आम चुनावों की घोषणा के कुछ दिन बाद तीन दिवसीय महाकुंभ में स्टार्ट-अप उद्यमियों और उस पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़े लोगों का विशाल जमावड़ा आने वाली चीजों का संकेत है. उन्होंने 19 अप्रैल से चार जून तक होने वाले आम चुनावों के बाद भी शासन में बने रहने का विश्वास जताते हुए कहा, ‘‘आप जानते हैं कि अगले पांच साल में क्या होने जा रहा है.’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में जहां 100 से भी कम स्टार्ट-अप थे, वहीं अब देश में 1.25 लाख पंजीकृत स्टार्ट-अप हैं और 12 लाख युवा उनसे सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं. भारत आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र है. हमारे पास 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं. भारतीय स्टार्ट-अप ने 12,000 से अधिक पेटेंट दायर किए हैं लेकिन अभी भी कई ऐसे हैं जो पेटेंट के महत्व को समझ नहीं पाए हैं.

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