चेन्नई: सत्ता के अहंकार और सियासी हिंसा को जायज नहीं ठहराया जा सकता है. पश्चिम बंगाल में टीएमसी (TMC) की जीत के बाद बीजेपी दफ्तर में तोड़फोड़, आगजनी और उसके कार्यकर्ताओं पर हमले हुए हैं. वहीं अब तमिलनाडु (Tamil Nadu) में ऐसा मामला सामने आया है जब पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता (J. Jayalalithaa) के नाम पर चलाई जा रही 'अम्मा' कैंटीन (Amma Canteen) में तोड़फोड़ की गई.
AIADMK का आरोप है ये राजनीतिक प्रतिशोध का मामला है. पार्टी ने वीडियो के हवाले से पहले के डीएमके शासनकाल के दौरान तत्कालीन कानून-व्यवस्था के हाल की याद दिलाई है.
कैंटीन में गरीबों को सस्ते दामों में भरपेट भोजन मिलता था. स्कीम पूर्व सीएम जयललिता के नाम पर चलाई जा रही है. सत्ता परिवर्तन के बाद राजनीतिक हिंसा की ये तस्वीरें सामने आई हैं.
AIADMK द्वारा शेयर वीडियो में तीन आदमी और एक लड़का कैंटीन परिसर के भीतर और बाहर लगे बैनर और पोस्टर उखाड़ने के साथ वहां तोड़फोड़ करते नजर आए.
तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक सरकार के दौरान यहां कभी इस तरह की खुशहाल तस्वीरें और वीआईपी मूवमेंट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम होते थे. सत्ता बदलने के बाद कैंटीन में तोड़फोड़ पर लोगों ने चिंता जताई है.
(फाइल फोटो)
तमिलनाडु के सियासी नतीजे सामने आने के बाद निवर्तमान मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने डीएमके के सीएम कैंडिडेट एमके स्टालिन को बधाई दी थी. लेकिन अम्मा कैंटीन में हुए हमले के बाद दोनों दलों के बीच एक बार फिर कटुता बढ़ सकती है.
तोड़फोड़ की खबर सामने आते हीं एआईएडीएमके समर्थकों ने घटनाक्रम पर नाराजगी जताते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.
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