विशेष पुलिस महानिदेशक (Special Director General of Police) अर्पित शुक्ला ने कहा कि आंतरिक और बाहरी क्षेत्रों में स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बलों द्वारा गश्त बढ़ाकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. अमृतसर में 6 जून को ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ (Operation Bluestar) की 39वीं बरसी मनाई जाएगी. इसके तहत प्रदेश भर में सुरक्षा बढ़ाई गई है.
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Operation Bluestar 39th Anniversary: पंजाब के अमृतसर में 6 जून को ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ (Operation Bluestar) की 39वीं बरसी मनाई जाएगी. इससे पहले प्रदेश भर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. विशेष पुलिस महानिदेशक (Special Director General of Police) अर्पित शुक्ला ने रविवार को अमृतसर में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की. ऑपरेशन ब्लू स्टार सेना का अभियान था जिसे साल 1984 में जून के महीने में स्वर्ण मंदिर से उग्रवादियों को बाहर निकालने के लिए चलाया गया था. अर्पित शुक्ला ने कहा कि आंतरिक और बाहरी क्षेत्रों में स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बलों द्वारा गश्त बढ़ाकर सुरक्षा के कड़े उपाय किए गए हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चौबीसों घंटे निगरानी के लिए 68 चौकियां स्थापित की गई हैं, जबकि शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में कई गश्ती दल तैनात किए गए हैं. शुक्ला ने लोगों से सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाहों पर विश्वास न करने की मीडिया के माध्यम से अपील की है. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अमृतसर में सुरक्षा व्यवस्था पर एक सवाल का जवाब देते हुए SDGP अर्पित शुक्ला ने कहा कि पंजाब पुलिस के 3,000 जवानों के अलावा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की 4 कंपनी को जिले में तैनात किया गया है.
आपको बता दें कि छह जून को स्वर्ण मंदिर और अकाल तख्त में बड़ी संख्या में लोग जमा हो सकते हैं, जहां ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी मनाई जाएगी. आपको बता दें कि 80 के दशक तक पंजाब को अलग स्टेटस देने की मांग काफी तेज हो गई थी और साल 1984 आने तक पंजाब अलगाव वाद के चपेट में आ गया था. इस वक्त केंद्र में इंदिरा गांधी की सरकार थी. इसे खत्म करने के लिए साल 1984 में 1 जून से 6 जून तक सैनिक कार्रवाई की गई. इसे ही ऑपरेशन ब्लू स्टार कहा गया था.
(इनपुट: एजेंसी)