Bangladesh on Hindus: भारत में आतंकी गतिवधियों को अंजाम देने के लिए कुल 20 से 22 टेरर कैंप खड़े किए गए हैं. ये सभी कैंप्स उन इलाकों में हैं, जहां से भारत में घुसपैठ के लिए बांग्लादेशी और रोहिंग्या आते रहे हैं. भारतीय बॉर्डर के नजदीक ही इन आतंकियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है.
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Pakistan ISI India: पाकिस्तान भारत विरोध के नाम पर बांग्लादेश की बलि लेने जा रहा है.बांग्लादेश में रोहिंग्या मुसलमानों को टेरर ग्रुप की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है. Zee News को मिली Exclusive जानकारी के मुताबिक 250 से ज्यादा रोहिंग्या इस टेरर ट्रेनिंग का हिस्सा बनाए गए हैं.
इस टेरर ट्रेनिंग को पाकिस्तान से आए आतंकी अंजाम दे रहे हैं. बांग्लादेश के एक आतंकी संगठन को ट्रेनिंग के लिए 2 करोड़ 80 लाख का फंड भी दिया गया है. ये पैसा सऊदी अरब और मलेशिया से हवाला के जरिए बांग्लादेश पहुंचाया गया है.
20-22 टेरर कैंप खड़े किए गए
भारत में आतंकी गतिवधियों को अंजाम देने के लिए कुल 20 से 22 टेरर कैंप खड़े किए गए हैं. ये सभी कैंप्स उन इलाकों में हैं, जहां से भारत में घुसपैठ के लिए बांग्लादेशी और रोहिंग्या आते रहे हैं. भारतीय बॉर्डर के नजदीक ही इन आतंकियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है.
इस ट्रेनिंग में छोटे हथियारों से लेकर रॉकेट लॉन्चर्स की फायरिंग का अभ्यास कराया जा रहा है. आतंकियों के साथ ही साथ स्लीपर सेल भी बनाए जा रहे हैं, जिनको आगे जाकर जासूसी के लिए इस्तेमाल किए जाने की खबरें हैं.
भारत को निशाना बनाने की नापाक साजिश
जगह है बांग्लादेश. साजिश है पाकिस्तानी और टारगेट है भारत. इस पूरी साजिश में कौनसे किरदार शामिल हैं. बांग्लादेश में पाकिस्तान के वो कौनसे प्यादे हैं, जो टेरर कैंप खड़ा करने में मदद कर रहे हैं और इस आतंक का पहला निशाना क्या है. इन सवालों का जवाब हम आपको बताने वाले हैं.
बांग्लादेश में आतंकी कैंप बनाने के इस प्लान के पीछे है पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI. ISI ने आतंकियों के रीक्रूटमेंट के लिए बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश यानी JMB को पैसा दिया है और JMB ने रोहिंग्याओं की भर्ती के लिए चुना बांग्लादेश के कॉक्स बाजार को.
साजिश का क्या है मकसद
बांग्लादेश के कॉक्स बाजार को ही आतंकियों की भर्ती के लिए क्यों चुना गया. ये भी आपको बताएंगे लेकिन पहले समझिए इस पूरी साजिश का टारगेट क्या है. इन आतंकियों को सबसे पहले बांग्लादेशी हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. जब हिंसा को लेकर सवाल उठेंगे तो बांग्लादेशी सरकार इन्हें NON STATE ACTORS करार देगी और हिंसा के दाग यूनुस सरकार के दामन पर नहीं पड़ेंगे.
बांग्लादेशी हिंदुओं के खिलाफ साजिश कामयाब रहने पर इन आतंकियों को भारत में आतंकी हमले करने के लिए भेजा जाएगा. कश्मीर में पाकिस्तान का जो प्लान अब फेल होता नजर आ रहा है, उसका अगला चैप्टर पूर्वोत्तर या फिर पश्चिम बंगाल में खोला जाएगा.
यानी रोहिंग्या आतंकियों के जरिए यूनुस और शहबाज शरीफ दोनों अपने मकसद हासिल करने की फिराक में हैं और इस साजिश का पहला पड़ाव है कॉक्स बाजार.
क्या है कॉक्स बाजार की कहानी?
बांग्लादेश का कॉक्स बाजार विस्थापित हुए रोहिंग्या मुसलमानों का सबसे बड़ा रिफ्यूजी कैंप है. इस कैंप में तकरीबन 6 लाख रोहिंग्या मुसलमान रहते हैं, जिनमें से अधिकतर जिंदगी जीने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद पर आश्रित हैं. गरीबी और भुखमरी के साथ ही साथ कॉक्स बाजार में आतंकियों की भर्ती के लिए एक और फैक्टर मौजूद है जिसका नाम है अराकान सैल्वेशन आर्मी. यह रोहिंग्या मुसलमानों का हथियारबंद गुट है, जिसे म्यांमार ने आतंकी संगठन घोषित किया है. पिछले 10 साल से ये गुट म्यांमार के रखाइन क्षेत्र में लगातार फौज और दूसरे हथियारबंद गुटों से लड़ रहा है और इस गुट का भी एक बड़ा पाकिस्तान कनेक्शन है.
इस आतंकी संगठन का लीडर है अताउल्ला अबू अम्मार जुनूनी. अताउल्ला पाकिस्तानी मूल का आतंकी है. अताउल्ला का परिवार पाकिस्तान से सऊदी अरब चला गया था, जहां पढ़ाई करने के बाद अताउल्ला पाकिस्तान लौटा और तालिबान के गुटों से उसने टेरर ट्रेनिंग ली.
कॉक्स बाजार में जो रोहिंग्या मुस्लिम मौजूद हैं, उनके लिए अताउल्ला आतंकी नहीं बल्कि उनका हीरो है. इसी वजह से ISI ने रोहिंग्या मुसलमानों को टारगेट किया है ताकि ब्रेनवॉश के लिए प्रोपेगेंडा और भर्ती के लिए जमीन दोनों एक ही जगह मिल जाएं.
बांग्लादेश ने एक्टिव कीं नई हवाई पट्टियां
अब जानिए भारत के खिलाफ बांग्लादेशी फौज की वो साजिश, जिसका पर्दाफाश हम कर रहे हैं. उत्तरी बंगाल की चिकन नेक के पास बांग्लादेश ने दो नई हवाई पट्टी एक्टिवेट की हैं. ये हवाई पट्टी बांग्लादेश के ठाकुर गांव और लाल मनीर हाट में हैं. और इसी ठाकुर गांव से सिलिगुड़ी के चिकन नेक कॉरीडोर की दूरी है सिर्फ 52 किलोमीटर है और लाल मनीर हाट से सिर्फ 135 किलोमीटर है.
दूसरे विश्वयुद्ध के बाद से ये दोनों हवाई पट्टी बंद थी. लेकिन इधर शेख हसीना का तख्तापलट हुआ और उधर इन हवाई पट्टियों की रिपेयरिंग शुरू हो गई. और यहां तक की बांग्लादेश को तुर्की से जो बेरक्तार ड्रोन मिला है, उसे भी बांग्लादेश के चटगांव में तैनात कर दिया गया. और चटगांव से भारत के पेट्रापोल बॉर्डर जो पश्चिम बंगाल और नेपाल का बॉर्डर है..वो 352 किलोमीटर है.
भारत से सटे बॉर्डर पर बढ़ा रहा हथियारों की खेप
इसका सीधा मतलब ये है कि बांग्लादेश अपने हर उस बॉर्डर पर आर्मी और एम्यूनिशन डिपलॉयमेंट बढ़ा रहा है जो भारत से मिलते हैं. और ये सब हो रहा है पाकिस्तान के इशारे और पाकिस्तान जो रसद भेज रहा है उससे. इसी वजह से कहा जा रहा है कि बांग्लादेश बलि का बकरा बनता जा रहा है.
बांग्लादेश का कंधा है. बंदूक है पाकिस्तान की और निशाना है भारत. ऊपर से देखने में ऐसा ही लगता है. लेकिन अगर गहराई से देखा जाए तो पाकिस्तान अब बांग्लादेश को बलि का बकरा बना रहा है क्योंकि बांग्लादेश की वो हालत कभी थी ही नहीं कि वो किसी भी मैदान में भारत का मुकाबला कर सके.
बांग्लादेश फौज की कितनी है ताकत?
बांग्लादेशी फौज में कुल 2 लाख एक्टिव सैनिक हैं जबकि भारत में ईस्टर्न कमांड में ही 2 लाख से ज्यादा सैनिक हैं. बांग्लादेशी एयरफोर्स के पास 44 कॉम्बेट-मल्टीरोल एयरक्राफ्ट हैं. जबकि इंडियन एयरफोर्स की ईस्टर्न कमांड में ही मिग-27 के साथ ही साथ राफेल और सुखोई जैसे फाइटर जेट्स तैनात किए गए हैं. यानी भारत ने अगर बांग्लादेश को पीटना शुरू किया तो भरता बना देगा. और बांग्लादेश का ये हाल तब है जब बांग्लादेश से भारत जूट, सेरामिक्स..सब्जियां..दवाओं..गाड़ियों के पार्टसचाय और कॉफी यहां तक कि प्लास्टिक के लिए भारत की जरूरत है.
लेकिन पाकिस्तान ने एजेंडा सेट कर दिया तो उछलता जा रहा है बांग्लादेश और नोट कर लीजिए कि अगर बांग्लादेश पाकिस्तान के लिए ऐसे ही टेस्टिंग लैब बना रहा तो हाल पाकिस्तान जैसा ही होगा. ना खाने को खाना होगा. ना पीने को साफ पानी और ना पहनने को नए और साफ कपड़े.
बांग्लादेश जाएगा विजेश मंत्रालय का डेलिगेशन
बांग्लादेश के मुद्दे पर शुक्रवार को विदेश मंत्रालय ने भी एक बड़ी जानकारी सामने रखी. विदेश मंत्रालय ने बताया है कि 9 दिसंबर को विदेश सचिव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल बांग्लादेश जाएगा.
भारत से हुई इस घोषणा के बाद बांग्लादेशी हिंदुओं और उनके शुभचिंतकों के अंदर उम्मीद की एक किरण पैदा हुई है कि शायद भारत से बातचीत के बाद बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमले का निर्मम सिलसिला थम जाए.
जिन रोहिंग्या मुसलमानों को पाकिस्तान और बांग्लादेश भारत के खिलाफ टेरर टूल बनाने की फिराक में हैं. उन रोहिंग्या घुसपैठियों पर अब चाबुक चलना शुरू हो गया है. जम्मू में प्रशासन ने फैसला किया है कि जो कोई रोहिंग्याओं को बिना वेरिफिकेशन दुकान या मकान किराए पर देगा उस शख्स की बिजली पानी काट दी जाएगी.
जम्मू में अवैध रोहिंग्याओं के हिमायतियों पर एक्शन चल रहा है. अवैध रोहिंग्याओं को किराये पर घर देने वालों का बिजली-पानी कनेक्शन काटा जा रहा है.