अब हेलीकॉप्टर से देख सकेंगे आगरे का ताजमहल और मथुरा के मंदिर, जानें सब कुछ
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अब हेलीकॉप्टर से देख सकेंगे आगरे का ताजमहल और मथुरा के मंदिर, जानें सब कुछ

Agra-Mathura Helicopter Service:  हेलिकॉप्टर आगरा के एत्मादपुर उपमंडल में नवनिर्मित हेलीपोर्ट से मथुरा के गोवर्धन तक संचालित होंगे, जहां एक और हेलीपोर्ट निर्माणाधीन है. इसी तरह की हेलीकॉप्टर सेवा राज्य के दूसरे शहरों के बीच भी शुरू करने की योजना है. 

अब हेलीकॉप्टर से देख सकेंगे आगरे का ताजमहल और मथुरा के मंदिर, जानें सब कुछ

Agra-Mathura Helicopter Service News: उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग आगरा और मथुरा के बीच हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू करने के लिए तैयार है. राज्य कैबिनेट ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत शहर के हेलीपोर्ट्स को राजस एयरोस्पोर्ट्स एंड एडवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड को पट्टे पर देने की मंजूरी दे दी है.

राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, हेलिकॉप्टर आगरा के एत्मादपुर उपमंडल में नवनिर्मित हेलीपोर्ट से मथुरा के गोवर्धन तक संचालित होंगे, जहां एक और हेलीपोर्ट निर्माणाधीन है.

टेंडर प्रक्रिया में 5 कंपनियों ने लिया भाग
इससे पहले, आगरा और मथुरा के बीच सेवाएं शुरू करने के लिए टेंडर प्रक्रिया में कम से कम पांच हेलिकॉप्टर ऑपरेटिंग कंपनियों ने भाग लिया था, इसमें से राजास एयरोस्पोर्ट्स एंड एडवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड को दोनों शहरों के बीच हेलिकॉप्टर सेवाएं प्रदान करने के लिए चुना गया था.

प्रमुख सचिव, पर्यटन, मुकेश मेश्राम ने कहा, राजस एयरोस्पोर्ट्स एंड एडवेंचर को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से मंजूरी लेनी होगी, जिसके बाद कंपनी आगरा और मथुरा के बीच सेवाएं शुरू कर सकती है.

दूसरे चरण में, सेवाएं लखनऊ, प्रयागराज और कपिलवस्तु में और उसके बाद वाराणसी और अयोध्या में शुरू होंगी. उन्होंने कहा, दो से चार वर्षों में राज्य के 20-25 शहरों में सेवाएं चालू हो जाएंगी.

पहली बार उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ऐसी सेवा संचालित कर रहा है
मुकेश मेश्राम ने बताया, ‘यह पहली बार है कि उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ऐसी सेवा संचालित कर रहा है. हेलीपोर्ट को राजस एयरोस्पोर्ट्स एंड एडवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड को 25,00,500 रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से पट्टे पर दिया जाएगा. दो हेलीपोर्ट के वित्तीय मॉडल के आधार पर, डिपार्टमेंट कंसल्टेंसी फर्म केपीएमजी ने न्यूनतम आधार मूल्य 13.50 लाख रुपये तय किया, जिसके मुकाबले फर्म द्वारा बोली मूल्य 85.20 प्रतिशत अधिक है.’

पट्टे की शर्त के तहत चयनित फर्म को अनुबंध निष्पादित होने से पहले 2,03,84,000 रुपये का भुगतान करना होगा. लीज 30 साल के लिए है.

डेवलपर को विकास कार्य के लिए दो साल का समय दिया जाएगा जिसके बाद पट्टे को 30 साल के लिए नवीनीकृत किया जाएगा.

(इनपुट – न्यूज एजेंसी: IANS)

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