Analysis: नीतीश कुमार की NDA नेताओं के साथ बैठक, एक तीर से लगेंगे कई निशाने!
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Analysis: नीतीश कुमार की NDA नेताओं के साथ बैठक, एक तीर से लगेंगे कई निशाने!

Bihar Politics: एनडीए की नजर 2025 के विधानसभा चुनाव पर, कई 'तीर' से लक्ष्य साधने की हो रही तैयारी.

Analysis: नीतीश कुमार की NDA नेताओं के साथ बैठक, एक तीर से लगेंगे कई निशाने!

Bihar Elections 2025: अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लक्ष्य बनाकर एनडीए ने कई मोर्चों पर तैयारी शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहां एक ओर जिलों में जाकर योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे हैं, वहीं रोजगार और नौकरी देने के लक्ष्यों को भी पूरा करने को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है. इधर, मुख्यमंत्री आवास पर सोमवार को एनडीए नेताओं की एक बैठक भी हो रही है, इसमें एनडीए के बड़े नेता शिरकत कर रहे हैं. इस बैठक में शामिल होने के लिए जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राजग के अन्य घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंचे. बैठक का उद्देश्य जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं में तालमेल बनाना है.

बिहार के मंत्री एवं जद(यू) के राष्ट्रीय महासचिव अशोक चौधरी ने बताया कि हमारे नेता चाहते हैं कि राजग बिहार विधानसभा की 243 सीट में से 200 से अधिक पर जीत दर्ज करे. उन्होंने कहा कि इसके लिए घटक दलों के बीच सही तालमेल जरूरी है और आज की बैठक इसी उद्देश्य से बुलाई गई है. भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, ‘‘हाल के लोकसभा चुनाव में बेहतर समन्वय के कारण ही हम आगे बढ़ पाए. इसे आगे बढ़ाते हुए हम विधानसभा चुनाव में दो-तिहाई सीट जीतने की उम्मीद कर रहे हैं.’’

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राजू तिवारी से जब 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग पासवान द्वारा की गई बगावत को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘‘2020 बीती बात हो गई है.’’ पासवान की बगावत के कारण जद(यू) को भारी नुकसान हुआ था और राजग मुश्किल से चुनाव जीत पाया था. उन्होंने यह भी कहा, ‘‘चुनाव में कई माह बाकी हैं, इसीलिए ऐसे समय में बुलाई गई इस बैठक से कार्यकर्ताओं के बीच सकारात्मक संदेश जाएगा और वे चुनावी लड़ाई के लिए खुद को तैयार कर पाएंगे.’’

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा कहते हैं कि सभी लोग महसूस करते हैं कि शीर्ष नेतृत्व पर बैठक हो जाती है और तालमेल बैठा लिया जाता है, लेकिन जमीनी स्तर पर कमी रह जाती है. हालांकि उन्‍होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार का कोई मुकाबला नहीं है.

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विकास योजनाओं को धरातल पर उतारने पर जोर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी लगातार विकास योजनाओं को धरातल पर उतारने पर जोर लगाए हुए हैं. नीतीश कुमार ने पिछले गुरुवार को ही पंचायती राज विभाग के अंतर्गत 7180 करोड़ रुपये की लागत की 2615 पंचायत भवनों एवं राज्य पंचायत संसाधन केंद्र, सोनपुर के भवन का शिलान्यास किया. इसके साथ ही 13 जिला पंचायत संसाधन केंद्रों, 65 पंचायत सरकार भवन, ई-ग्राम कचहरी कोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम तथा जिला परिषद् पोर्टल का भी उ‌द्घाटन किया. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने पिछले सप्ताह 1239 नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों को भी नियुक्ति प्रमाणपत्र सौंपे.

पुलिसकर्मियों की बहाली
बताया जाता है कि अगले छह महीने में 78 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों की बहाली होनी है. मुख्यमंत्री ने डीजीपी को सार्वजनिक रूप से यह लक्ष्य दिया है. इसके अतिरिक्त विभिन्न विभागों में अलग-अलग पदों पर पांच लाख की संख्या में नई नियुक्ति का लक्ष्य तय किया गया है. इसके अलावा कई योजनाएं प्रदेश में ऐसी हैं, जिनका जल्द उद्घाटन होने वाला है. कई मार्गों और पुल-पुलियों को तैयार करने का लक्ष्य अगले साल मार्च तक दिया गया है.

ऐसे में माना जाता है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सरकार और एनडीए ने तैयारी शुरू कर दी है और कई तीरों के जरिए लक्ष्य पर निशाना साध रही है.

(इनपुट: एजेंसियां)

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