Modi Cabinet 3.0: मोदी सरकार 3.0 का गठन हो चुका है. मंत्रियों ने मंत्रालयों की जिम्मेदारी भी संभाल ली है. इस बीच एडीआर यानी चुनाव अधिकार निकाय एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है.
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Modi Cabinet 3.0: मोदी सरकार 3.0 का गठन हो चुका है. मंत्रियों ने मंत्रालयों की जिम्मेदारी भी संभाल ली है. इस बीच एडीआर यानी चुनाव अधिकार निकाय एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट के मुताबिक तीसरी नरेंद्र मोदी सरकार में 28 मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. जिनमें से 19 पर हत्या के प्रयास, महिलाओं के खिलाफ अपराध और अभद्र भाषा जैसे गंभीर आरोप हैं.
मंत्रियों पर गंभीर अपराध के मामले दर्ज
सबसे गंभीर आरोपों का सामना करने वाले मंत्रियों में से दो ने भारतीय दंड संहिता की धारा 307 के तहत हत्या के प्रयास से संबंधित मामलों की घोषणा की है. बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर और शिक्षा एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार के खिलाफ धारा 307 में मामला दर्ज है. एडीआर रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पांच मंत्रियों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामले दर्ज हैं. इसके अलावा एडीआर रिपोर्ट में अभद्र भाषा से संबंधित मामलों वाले आठ मंत्रियों की पहचान की गई है. 71 मंत्रियों में से 28 (39 प्रतिशत) ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
66 प्रतिशत मंत्री 51-70 आयु वर्ग के
एडीआर के मुताबिक मोदी मंत्रिपरिषद में 51 से 70 वर्ष की आयु के वरिष्ठ नेताओं की प्रमुख उपस्थिति है. नये मंत्रिपरिषद में 71 मंत्रियों में से 47 (जो 66 प्रतिशत हैं) ने अपनी आयु 51 से 70 वर्ष के बीच घोषित की है. इस श्रेणी को और विभाजित करने पर, 22 मंत्री 51 से 60 वर्ष की आयु के हैं, जबकि शेष 25 मंत्री 61 से 70 वर्ष आयु के हैं. युवा आयु वर्ग में, 24 प्रतिशत मंत्री 31 से 50 वर्ष की आयु के हैं. इस समूह में 17 मंत्री शामिल हैं, जिनमें से दो मंत्री 31-40 आयु वर्ग के हैं और 15 मंत्री 41-50 आयु वर्ग के हैं. 7 मंत्री 71 से 80 वर्ष की आयु के हैं.
11 मंत्री 12वीं पास, 57 स्नातक या उच्च शिक्षा प्राप्त
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार नयी मंत्रिपरिषद के 71 मंत्रियों में से 11 ने अपनी शैक्षिक योग्यता 12वीं कक्षा घोषित की है. जबकि 57 मंत्रियों ने स्नातक या उससे अधिक शैक्षिक योग्यता रखने की जानकारी दी है. 15 प्रतिशत मंत्रियों (71 में से 11) ने अपनी उच्चतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं कक्षा घोषित की है. इसके विपरीत, अधिकांश मंत्रियों ने उच्च शिक्षा प्राप्त की है. रिपोर्ट से पता चला है कि 80 प्रतिशत मंत्री, यानी कुल 57 मंत्री स्नातक स्तर या उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता रखते हैं.
26 मंत्री पोस्ट ग्रेजुएट
इसके अतिरिक्त 10 मंत्रियों के पास कानून, इंजीनियरिंग या चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में विशिष्ट शिक्षा जैसी व्यावसायिक स्नातक डिग्री है. उच्च शिक्षित मंत्रियों में सबसे बड़ा उपसमूह स्नातकोत्तर डिग्रीधारी मंत्रियों का है, जिनकी संख्या 26 है. इनके अलावा तीन मंत्री डिप्लोमा धारक हैं. इन मंत्रियों ने व्यावसायिक या तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करने वाले विशेष कार्यक्रम पूरे किए हैं.
9 जून को ली थी शपथ
9 जून को शपथ लेने वाले नए मंत्रिपरिषद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 72 सदस्य हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने 71 मंत्रियों के साथ रविवार को शपथ ली थी. इस बार भाजपा को भाजपा को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है. इसलिए मोदी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का नेतृत्व कर रहे हैं.