Mainpuri by-election: शिवपाल ने मर्जी से नहीं दिया डिंपल को समर्थन, ये थी मजबूरी!
Advertisement

Mainpuri by-election: शिवपाल ने मर्जी से नहीं दिया डिंपल को समर्थन, ये थी मजबूरी!

Shivpal Yadav: समाजवादी पार्टी ने मैनपुरी लोकसभा सीट  से डिपंल यादव को उतारा है. सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण यह सीट खाली हुई है और पार्टी किसी भी कीमत पर इस सीट को जीतना चाहती है.  

(साभार @yadavakhilesh)

Samajwadi Party: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी और इस सीट से पार्टी प्रत्याशी डिंपल यादव के साथ गुरुवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख एवं अपने चाचा शिवपाल यादव से मुलाकात की. अखिलेश और शिवपाल दोनों से इस मुलकात की तस्वीरें भी ट्वीट की जिसके बाद राजनीतिक हल्कों में यह कयास लगाए जाने लगे कि यादव परिवार में अब फिर से सब कुछ ठीक हो गया है.

बता दें मैनपुरी लोकसभा सीट सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण खाली हुई है और सपा किसी भी कीमत पर इस सीट को जीतना चाहती है. मैनपुरी में उपचुनाव की घोषणा के बाद शिवपाल ने अपने पत्ते नहीं खोले थे. लेकिन पिछले कुछ दिनों से चाचा-भतीजे में सब दुरुस्त नजर आने लगा है.

चाचा भतीजे में सब हुआ दुरुस्त
सबसे पहले समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को शिवपाल को मैनपुरी में अपनी स्टार प्रचारक बनाया.  इसके बाद  शिवपाल बुधवार को सैफई पहुंचे फिर गुरुवार को डिंपल-अखिलेश ने उनसे मुलाकात की. इसके बाद शिवपाल ने डिंपल को समर्थन का ऐलान कर दिया. हालांकि ऐसा करना शिवपाल के लिए आसान नहीं रहा है लेकिन उनके सामने भी कुछ मजबूरियां अगर वह ऐसा नहीं करते तो परिवार में जयचंद कहलाते.

गुरुवार को हुई मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘नेता जी और घर के बड़ों के अलावा मैनपुरी की जनता का भी आशीर्वाद साथ है.' वहीं शिवपाल ने ट्वीट किया, ‘जिस बाग को सींचा हो खुद नेता जी ने...उस बाग को अब हम सीचेंगे अपने खून पसीने से...’

अखिलेश यादव देना चाहते हैं यह संदेश
सपा के गढ़ मैनपुरी के उपचुनाव में अखिलेश यादव यह संदेश देना चाहते हैं कि मुलायम की विरासत को बचाने के लिए पूरा समाजवदी कुनबा एक साथ है. यही वजह है कि वह हर किसी का समर्थन मांग रहे हैं.

शिवपाल के अखिलेश के करीब आने की एक वजह आदित्य यादव को माना जा रहा है. शिवपाल के बेटे आदित्य को सपा के साथ बेहतर संबंध बनाने के पक्ष में है. बताया जा रहा है मुताबिक मैनपुरी से डिंपल की उम्मीदवारी की घोषणा के बाद आदित्य ने प्रसपा नेताओं को इस मुद्दे न बोलने की हिदायत दी थी.

मैनपुरी में क्यों महत्वपूर्ण है शिवपाल का साथ?
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में शिवपाल की भूमिका इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उनका विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र जसवंतनगर भी मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है. शिवपाल का मैनपुरी के लोगों के साथ करीबी नाता है. मुलायम सिंह यादव की अनुपलब्धता की स्थिति में क्षेत्र में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में शिवपाल उनके प्रतिनिधि के रूप में जाया करते थे.

शिवपाल यादव का डिंपल के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए उतरना महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि भाजपा ने इस सीट से रघुराज सिंह शाक्य को अपना उम्मीदवार बनाया है जो कभी शिवपाल यादव के करीबी सहयोगी थे.

मैनपुरी लोकसभा सीट पर लंबे समय से सपा का ही कब्जा है. इस सीट पर उपचुनाव के तहत मतदान पांच दिसंबर को होगा और नतीजे की घोषणा आठ दिसंबर को की जाएगी.

(ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर)

Trending news