Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में दूसरे अमृत स्नान से पहले देर रात भगदड़ मच जाने की वजह से कई लोगों की मौत हो गई है. साथ ही कुछ लोग जख्मी बताए जा रहे हैं. इसके बाद सभी 13 अखाड़ा परिषदों ने अमृत स्नान को रद्द करने का फैसला ले लिया है.
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Mahakumbh Stampede: आज मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के मौके पर महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे लेकिन अमृत स्नान शुरू होने से पहले ही भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोगों को मरने की खबरें सामने आ रही हैं. साथ ही दर्जनों लोग जख्मी भी बताए जा रहे हैं. जिनका इलाज महाकुंभ मेले में मौजूद अस्पताल के अंदर चल रहा है. इसके बाद सभी 13 अखाड़ा परिषदों ने अपना अमृत स्नान रद्द कर दिया है. कहा जा रहा है कि श्रद्धालुओं के हित के लिए उन्होंने यह फैसला लिया है.
मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान महाकुंभ का सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान है और इसमें लगभग 10 करोड़ तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है. इस साल 144 वर्षों के बाद 'त्रिवेणी योग' नामक एक दुर्लभ खगोलीय संयोग बन रहा है, जो इस दिन के आध्यात्मिक महत्व को बढ़ाता है. घायलों को मेले वाले इलाके में मौजूद केंद्रीय अस्पताल ले जाया गया. कई घायलों के रिश्तेदार भी वहां पहुंचे, साथ ही कुछ सीनियर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी मौजूद हैं.
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मेले के लिए विशेष कार्य अधिकारी आकांक्षा राणा ने कहा,'संगम में बैरियर्स टूटने के बाद कुछ लोग घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हमें अभी तक घायलों की सही संख्या नहीं मिली है.' जबकि कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि महाकुंभ ये भगदड़ एक खंभा टूटने के बाद मची है. कुछ लोगों का कहना है कि संगन नोज पर अचानक भीड़ बढ़ने की वजह से एक खंभा टूटकर गिर गया था, जिसमें कुछ लोग जख्मी भी हुए थे. खंभा गिरने के बाद वहां मौजूद श्रद्धालुओं में थोड़ी हरकत देखने को मिली. जिसके बाद ये हालात पैदा हुए.
हालांकि हादसे के तुरंत बाद प्रशासन ने स्थिति को संभाला और एंबुलेंस भी मौके पर पहुंचीं, जिन्होंने घायलों को महाकुंभ में मौजूद केंद्रीय अस्पताल ले जाना शुरू कर दिया. ताकि उनका समय रहते इलाज हो सके. एक के बाद एक कई एंबुलेंस अस्पताल जख्मियों को लेकर पहुंचीं. साथ ही घायलों के परिजन भी अस्पताल के आसपास मौजूद हैं. कुछ लोग भी मेले में अपनों से बिछड़ गए हैं, जो ज्यादा परेशान हो गए. हालांकि किसी भी तरह के पैनिक में आने की जरूरत नहीं है, क्योंकि प्रशासन ने हालात को कंट्रोल कर लिया है.
अस्पताल के बाहर रोते हुए सरोजनी नामक महिला ने बताया,'दो बसों में हमारा 60 लोगों का बैच आया है. हम ग्रुप में नौ लोग थे कि अचानक धक्का मुक्की हुई और कई लोग गिर गए. हम फंस गए और भीड़ बेकाबू हो गई.' उन्होंने आगे कहा,'बचने का कोई मौका नहीं था क्योंकि सभी तरफ से धक्का दिया जा रहा था.'