महाकाल के गर्भगृह में आग लगने का कारण आया सामने, जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा, DM ने मंदिर प्रशासक को हटाया
Advertisement

महाकाल के गर्भगृह में आग लगने का कारण आया सामने, जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा, DM ने मंदिर प्रशासक को हटाया

Ujjain Mahakal Mandir: होली के दिन उज्जैन के प्रसिद्ध बाबा महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान लगी आग की घटना में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जिसके बाद मंदिर प्रशासक संदीप सोनी को मंदिर अध्यक्ष एवं जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह से हटा दिया है. 

महाकाल के गर्भगृह में आग लगने का कारण आया सामने, जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा, DM ने मंदिर प्रशासक को हटाया

Ujjain Mahakal Mandir: उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में आगजनी की घटना के 3 दिन बाद जांच की प्राथमिक रिपोर्ट आते ही मंदिर प्रशासक संदीप सोनी को मंदिर अध्यक्ष एवं जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह से हटा दिया है. वहीं जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीणा आगामी आदेश तक मंदिर प्रशासक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. मीणा मजिस्ट्रियल जांच में भी शामिल थे.

आपको बता दें महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक संदीप सोनी का हाल ही में आचार संहिता से पहले निवाड़ी जिले में ट्रांसफर हुआ था. जिसे शासन ने कैंसिल कर संदीप सोनी को दोबारा महाकालेश्वर मंदिर का प्रशासक नियुक्त किया था और उज्जैन विकास प्राधिकरण सीईओ का प्रभार सौंपा था. अब मंदिर में आग जनी की घटना हुई तो उसके बाद प्रशासक संदीप सोनी पर गाज गिरी है. संदीप सोनी के पास अब सिर्फ सीईओ उज्जैन विकास प्राधिकरण का प्रभार है.

जांच में ये बात भी सामने आई है कि दुर्घटना के दौरान एकमात्र निकासी द्वार का 15 मिनिट से अधिक समय तक बंद होना, गर्भगृह में अत्यधिक संख्या से पुजारियों और सेवकों का होना, ड्यूटी पर तैनात मंदिर प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी के सौंपे गए दायित्वों के पालन में लापरवाही, होली के जारी निर्देशों का उल्लंघन इत्यादि बिंदुओं को भी दुर्घटना का कारण माना गया है. वहीं मुम्बई के फायर एक्सपर्ट नीलेश उकंडे द्वारा भी अग्नि दुर्घटना का मुख्य कारण अत्यधिक मात्रा में ज्वलनशील गुलाल को माना गया हैं. सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी हैं.

कैसे लगी थी आग? हो गया बड़ा खुलासा
श्री महाकालेश्वर मंदिर में होली पर्व पर भस्मार्ती के दौरान आगजनी घटना मामले में प्राथमिक जांच रिपोर्ट आ गई है. कलेक्टर ने आगजनी के कई पॉइंट बताए है.
- कलेक्टर ने कहा कि मंदिर के गर्भगृह में जो अलग से गुलाल पहुंचा था. यह स्पष्ट है कि उसी से आगजनी की घटना घटित हुई.
- कलेक्टर ने कहा मंदिर के गर्भ गृह में 4 से 5 किलो हबर्ल गुलाल ले जाना तय था, उसके बावजूद क्विंटलों से गुलाल मंदिर में पहुंचा. गुलाल की जांच जारी है. लैब से रिपोर्ट आने के बाद ही कह पाएंगे कि उसमें केमिकल था या नहीं.
-  लापरवाही के चलते दो से तीन प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी, इसके अलावा वे मन्दिर के अधिकारी कर्मचारी जिसकी उस दिन ड्यूटी थी, उनपर कार्रवाई होगी.
- सुरक्षा एजेंसी क्रिस्टल कंपनी को नोटिस कार्य मे लापरवाही को लेकर दिया जाएगा.
- कलेक्टर ने कहा कि इसमें दो तरह से कार्रवाई होगी. एक कलेक्टर स्तर पर और एक शासन स्तर पर.
-  कलेक्टर ने कहा घायल पुजारियों के व अन्य के बयान लिए जाना है. अभी इसलिए फाइनल रिपोर्ट नहीं है फाइनल रिपोर्ट जल्द आएगी.

Ujjain News: भस्म आरती में गुलाल से लगी थी आग, जांच में जुटा प्रशासन, इन सवालों में छिपे हैं जवाब

महाकाल मंदिर में किए जाएंगे कई बदलाव

 मंदिर में कई बदलाव किए जाएंगे. जिसमें दर्शन व्यवस्था मुख्य और श्रद्धालुओं को प्रायोरिटी दी जाएगी.
- गर्भ गृह में आरती पूजन के दौरान संख्या निर्धारित करने का निर्णय लिया जाएगा. साथ ही पुजारियों के जो सेवक हैं, उन सभी की संख्या सीमित करना तय हुआ है.
- भस्मार्ती में आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या में कमी करना. जिससे कभी भी आपात जनक स्थिति बने तो भगदड़ जैसी स्थिति ना हो और जगह उपलब्ध रहे.
- मंदिर समिति द्वारा जो प्रोटोकाल तय है, उसका उल्लंघन करने वाले सभी पर आगे कार्रवाई प्रस्तावित है.
- देश के 4 मंदिर सोमनाथ, शिर्डी, काशी विश्वनाथ, तिरुपति बालाजी. 4 अलग-अलग टीम वहां पूजन व्यवस्था और दर्शन व्यवस्था को समझने जाएगी कि बड़े पर्वो पर वहां कैसे पर्व मनाएं जाते है. ये टीमें डिप्टी कलेक्टर व मंदिर के कुछ अधिकारी जाएंगे.
- मंदिर में आधुनिक फायर अलार्म सिस्टम, स्मोक डिटेक्टर और फायरफाइटर सिस्टम लगाया जाएगें.
- आवश्यक सुरक्षा उपकरणों और मानव संसाधनों की उपलब्धता कर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाएंगे.
-  व्यवस्थित पास सिस्टम डेवलप किया जाएगा.
- भस्म आरती के अतिरिक्त चलित भस्म आरती को महत्व दिया जाएगा.
-  मंदिर के अंदर मोबाइल सहित सुरक्षा के दृष्टिगत हानिकारक सामग्रियों लिजाने पर पूर्णतः प्रतिबंध
- मंदिर में आपातकालीन मार्ग निर्धारित किया जाना है.
- रंग पंचमी पर्व पर मंदिर में प्रतीकात्मक होली इत्यादि सुझाव दिए गए हैं.
- कलेक्टर ने जांच रिपोर्ट को लेकर स्पष्ट कहा कि गर्भ ग्रह के अंदर स्प्रे ले जाने जैसा कुछ भी प्राथमिक रिपोर्ट में सामने नहीं आया है. सिर्फ जो गुलाल है उसी के वजह से यह घटना घटित हुई है, जो मंदिर द्वारा दिया गया उसके अलावा जो ले जाया गया था.
- मंदिर के गर्भ में पुजारी परिवार का एक बच्चा भी आगजनी का शिकार हुआ था. कलेक्टर ने कहा कि सभी चीज संज्ञान में है. जो भी अनधिकृत लोगों को गर्भ गृह में लेकर गया उन पर कार्रवाई निश्चित है.

रिपोर्ट- राहुल सिंह राठौड़

Trending news