Guru Govind Singh Jayanti 2024: सिक्खों के 10वें और अंतिम गुरू, गुरू गोविंद सिंह की जयंती 17 जनवरी यानी की आज के दिन मनाई जाती है. गुरू गोविंद सिंह जी की जयंती को प्रकाश पर्व के तौर पर मनाया जाता है.
गुरू गोविंद सिंह अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा करने में बिता दिया. उनके द्वारा कही गई बातें जीवन को सरल और आदर्श बना सकता है. इस अवसर पर जाने उनके अनमोल वचन-
जगत-जूठ तंबाकू बिखिया दी तियाग करना- इस वचन का मतलब है हमेशा नशे और तंबाकू के सेवन से दूर रहें.
किसी दि निंदा, अतै इर्खा नै करना- इनके इस वचन का अर्थ है- व्यक्ति को कभी भी किसी दूसरे की चुगली या निंदा नहीं करनी चाहिए. किसी से भी ईर्ष्या करने के बजाए परिश्रम करना ज्यादा फायदेमंद होता है.
कम करन विच दरीदार नहीं करना- इसका अर्थ है व्यक्ति को अपने काम में खूब मेहनत करनी चाहिए. काम को लेकर कोताही कभी भी नहीं बरतनी चाहिए.
दसवंड देना- गुरु गोबिंद सिंह जी कहते हैं कि वचन का मतलब है हर व्यक्ति को अपनी कमाई का दसवां हिस्सा दान में दे देना चाहिए.
गुरुबानी कंट करनी- गुरु गोबिंद सिंह के इस वचन का अर्थ है कि गुरुबानी को कंठस्थ कर लें.
बचन करकै पालना- इसका अर्थ है अगर आपने किसी को कोई वचन दिया है तो हर कीमत पर उस वचन को निभाना चाहिए. किसी से किया हुआ वादा कभी नहीं तोड़ना चाहिए.
तेरी दया पर चलती जिन्दगी मेरी, जब भी आए कोई मुश्किल, तू ही दिखाए मुझको मंजिल, हैप्पी गुरु गोविंद सिंह जयंती 2024.
भै काहू को देत नहि,नहि भय मानत आन, गुरु के बिना किसी भी व्यक्ति को, ईश्वर की प्राप्ति नहीं हो सकती है.
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