क्या आप जानते हैं? पाकिस्तान के इस PM ने पेश किया था भारत का पहला बजट, जिसे कहा गया हिंदू विरोधी
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क्या आप जानते हैं? पाकिस्तान के इस PM ने पेश किया था भारत का पहला बजट, जिसे कहा गया हिंदू विरोधी

इस बजट को तब किया गया था, जब भारत आजाद होने वाला था. तब तक भारत का बंटवारा नहीं हुआ था यानी पाकिस्तान का देश के रूप में जन्म नहीं हुआ था. 

लियाकत अली

नई दिल्ली: देश का आम बजट 2021-22 आज यानी 1 फरवरी को पेश किया जाएगा. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण बजट को पेश करेंगी. इंदिरा गांधी के बाद निर्मला सीतारमण ऐसी पहली महिला हैं जो देश का बजट पेश कर रही हैं. हलांकि यह उनका तीसरा बजट है. पिछले कुछ सालों से रेल और आम बजट भी साथ पेश किया जाने लगा है. बजट को देखते हुए कुछ दिलचस्प तथ्य हम आपके लिए लेकर आए हैं. क्या आप जानते हैं हिंदुस्तान का पहला बजट ऐसे शख्स ने पेश किया था जो बाद में पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बना. जी हां, भारत का पहला बजट लियाकत अली ने पेश किया था. वह देश बंटवारे के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने. आइए जानते है भारतीय इतिहास के इस खास बजट से जुड़ी कुछ खास बातें…

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कब हुआ था बजट पेश?
दरअसल इस बजट को तब किया गया था, जब भारत आजाद होने वाला था. तब तक भारत का बंटवारा नहीं हुआ था यानी पाकिस्तान का देश के रूप में जन्म नहीं हुआ था. देश की आजादी से पहले एक अंतरिम सरकार बनाई गई थी, जिसमें वित्त विभाग का कार्यभार मुस्लिम लीग के लियाकत अली के पास था. इसी दौरान उन्होंने 2 फरवरी 1946 को भारत का अंतरिम बजट पेश किया था. इसके बाद 1947 में भारत का विभाजन हुआ. पाकिस्तान का जन्म हुआ और स्वतंत्र देश के रूप में उसके पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली बने.

बजट में रखे बहुत सख्त प्रस्ताव
लियाकत अली पर हिंदू विरोधी बजट का आरोप भी लगा था. दरअसल उन्होंने टैक्स चोरी करने के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के लिए आयोग बनाने, एक लाख के मुनाफे पर 25% टैक्स लगाने जैसे प्रस्ताव बजट में दिए थे. लियाकत अली ने अपने बजट को सोशलिस्ट बजट बताया था, जिसका समर्थन कांग्रेस के सोशलिस्ट माने जाने वाले नेताओं ने भी किया था. लेकिन सरदार पटेल जैसे नेताओं की राय थी कि कांग्रेस समर्थक घनश्याम दास बिड़ला और जमनालाल बजाज जैसे हिंदू व्यापारियों के खिलाफ यह सोची-समझी रणनीति थी. लियाकत पर यह भी आरोप लगा कि वह सरकार में हिंदू मंत्रियों के खर्चों और प्रस्तावों पर मंजूरी देने में ज्यादा समय लगाते थे.

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आजादी मिलने के 3 महीने बाद पहला बजट
हालांकि 15 अगस्त को 1947 को भारत के आजाद के होने बाद साल 1947 में एक और बजट पेश किया गया. इस बजट को पेश किया था आरके षणमुखम चेट्टी ने. चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 को शाम 5 बजे स्वतंत्र भारत का पहला बजट पेश किया था. यह बजट पूरे साल का न होकर, महज साढ़े सात महीनों के लिए था. यानी 15 अगस्त 1947 से लेकर 31 मार्च 1948 तक के लिए. आरके षणमुखम चेट्टी भारत के पहले वित्त मंत्री कहे जाते हैं. हालांकि स्वतंत्र भारत की पहली सरकार का गठन 1951 में हुआ था और जवाहर लाल नेहरू देश के प्रथम प्रधानमंत्री बने.

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