Digvijay Singh: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इंदौर में राम मंदिर में विराजमान होने वाली मूर्ति को लेकर कहा था कि नई मूर्ति की जरुरत क्यों पड़ रही है, पुरानी मूर्ति कहा है. उनके इस बायन पर बीजेपी ने पलटवार किया है.
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Jagdish Deora Target Digvijay Singh: अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में भगवान श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा स्थापित होने वाली है, जिसके लिए जोर-शोर से तैयारियां चल रही है. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजनीतिक दलों के नेताओं को भी निमंत्रण भेजा गया है. वहीं बुधवार को इंदौर पहुंचे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बड़ा बयान दिया था. उनका कहना था कि राम लला की जिस मूर्ति पर झगड़ा हुआ था, वह मूर्ति कहा है, नई मूर्ति की जरुरत क्यों पड़ रही है. उनके इस बयान पर अब बीजेपी ने पलटवार किया है.
जगदीश देवड़ा ने किया पलटवार
दिग्विजय सिंह के मूर्ति वाले बयान पर मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने पलटवार किया है. उन्होंने 'उन्हें जरूरत नहीं है तो कोई दिक्कत नहीं, निमंत्रण देना काम है 22 तारीख को भव्य आयोजन होना है. देश के पीएम नरेंद्र मोदी वहां मौजूद रहेंगे, पूरे हिंदुस्तान के लोग वहां पहुंच रहे हैं. अपार उत्साह है जनता में, सब लोग जाएंगे और निमंत्रण भी दे रहे हैं घर-घर जाकर. उन्हें लेना है तो ले ना लेना हो न ले. भव्य आयोजन होने जा रहा है.'
वहीं बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने दिग्विजय सिंह को राम द्रोही बताते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह आदतन शरारतन है, हिंदुओ की भावना को ठेस पहुचना और राम मंदिर निर्माण में अड़ंगा डालना उनकी पुरानी आदत है. दिग्विजय थोड़ा राम भजन कर लें तो उन्हें पता चले कि स्थिर और उत्सव प्रतिमा में अंतर होता है. क्योंकि इटालियन मानसिकता को ये पता नहीं चलेगा.'
दिग्विजय सिंह के बयान पर सियासत
बता दें कि दिग्विजय सिंह के मूर्ति वाले बयान के बाद प्रदेश में जमकर सियासत हो रही है. बीजेपी लगातार इस मुद्दे पर दिग्विजय सिंह और कांग्रेस पर निशाना साध रही है. जबकि कांग्रेस के कई नेताओं ने दिग्विजय सिंह के बयान का समर्थन किया है. इससे मामले में जमकर सियासत हो रही है.