Kangerghati National Park: पर्यटकों के लिए इस दिन से बंद हो जाएगी छत्तीसगढ़ की ये रहस्यमयी गुफा, क्यों लिया गया यह फैसला ?
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Kangerghati National Park: पर्यटकों के लिए इस दिन से बंद हो जाएगी छत्तीसगढ़ की ये रहस्यमयी गुफा, क्यों लिया गया यह फैसला ?

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर में स्थित कांगेर घाटी के कोटमसर गुफा की एंट्री पर इस दिन से रोक लग जाएगी, ऐसे में अगर आप यहां घूमने जा रहे हैं तो आपके लिए ये खबर काफी ज्यादा महत्वपूर्ण हो सकती है. 

Kangerghati National Park: पर्यटकों के लिए इस दिन से बंद हो जाएगी छत्तीसगढ़ की ये रहस्यमयी गुफा, क्यों लिया गया यह फैसला ?

Chhattisgarh Tourism: गर्मियों की छुट्टियां चल रही है. ऐसे में लोग पर्यटन स्थलों घूमने के लिए जा रहे हैं. अगर आप भी घूमने फिरने के शौकीन हैं तो ये खबर आपके लिए है. बता दें कि छत्तीसगढ़ के बस्तर में स्थित कांगेर घाटी नेशनल पार्क में कोटमसर गुफा का प्रवेश द्वार 15 जून से पर्यटकों के लिए बंद कर दिया जाएगा. इस साल समय पर मानसून आने और बारिश शुरू होने के कारण चार महीने तक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है.

एंट्री पर रोक
बस्तर के कांगेरघाटी से राष्ट्रीय उद्यान में स्थित प्रसिद्ध कोटमसर गुफा का प्रवेश द्वार 15 जून से पर्यटकों के लिए बंद कर दिया जाएगा. दरसअल, इस साल मानसून के समय पर आने और बारिश शुरू होने के कारण यह गुफा अपने तय समय पर बंद हो रहा है, कांगेरघाटी राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक ने बताया कि बारिश के मौसम में सुरक्षा कारणों से कांगेरघाटी इलाके में स्थित सभी गुफाएं चार महीने के लिए बंद कर दी जाती हैं.

बता दें कि पिछले दो वर्षों में मानसून की बेरुखी के चलते कोटामसर गुफा 30 जून तक खुली रहती थी. लगातार दो वर्षों से बारिश में देरी के कारण पार्क प्रबंधन ने कोटामसर गुफा को 15 जून के बजाय 30 जून को बंद करने का निर्णय लिया था. पिछले साल भी कोटामसर गुफा 30 जून को बंद कर दी गई थी. दो साल बाद यह पहली बार होगा जब बस्तर में प्री-मानसून के कारण 15 जून से गुफा को समय पर बंद किया जा रहा है.     

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पार्क प्रबंधन के मुताबिक गुफा के अलावा कांगेरघाटी नेशनल पार्क के अंदर चल रहे बैबू रैटिंग, कायाकिंग समेत अन्य एडवेंचर बारिश शुरू होने तक जारी रहेंगे. उल्लेखनीय है कि बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उद्यान क्षेत्र में पर्यटकों के लिए बैबू राटिंग,कायाकिंग और ट्रैकिंग सहित कई एजवेंचर कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.

हालांकि पार्क प्रबंधन ने जानकारी दी है कि  इसे अक्टूबर में फिर से सैलानियों के लिए खोल दिया जाएगा. इस घाटी में काफी संख्या में लोग घूमने के लिए आते हैं. 

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