Chhattisgarh News: मैत्री बाग की बढ़ी रौनकें, पार्क में आए दो नए मेहमान, अब इतनी हुई बाघों की संख्या
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Chhattisgarh News: मैत्री बाग की बढ़ी रौनकें, पार्क में आए दो नए मेहमान, अब इतनी हुई बाघों की संख्या

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित मैत्री बाग (Maitri Bagh News) में दो नए शावक आए हैं. इनके आने के बाद अब सफेद बाघों की संख्या बढ़ कर 10 हो गई है. 

Chhattisgarh News: मैत्री बाग की बढ़ी रौनकें, पार्क में आए दो नए मेहमान, अब इतनी हुई बाघों की संख्या

हितेश शर्मा/ दुर्ग: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) के दुर्ग जिले में स्थित  भारत और रूस की मित्रता का प्रतीक मैत्री बाग (Maitri Bagh News) में दो नए मेहमान आए हैं. जिसकी वजह से बाग की रौनकें काफी ज्यादा बढ़ गई है. बता दें कि दो नन्हें शावक के आने से अब बाग में सफेद बाघों की संख्या बढ़ कर अब 10 हो गई है. इसमें  7 नर और 3 मादा बाघ शामिल है. ये शावक अपने अंदाज से बाग की शोभा बढ़ा रहे हैं और दर्शकों को काफी ज्यादा लुभा रहे हैं. 

बता दें कि मैत्री बाग में सफेद बाघिन रोमा ने 4 महीने पहले 2 नन्हे शावकों को जन्म दिया था.  ये बात सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए उस समय सार्वजनिक की गई थी लेकिन जब बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ हो गए तब इनका पहला वीडियो सामने आया है. इसके अलावा अगर हम मैत्री बाग की बात करें तो इसके लिए साल 2023 काफी ज्यादा अच्छा रहा, यहां पर 2023 में 5 शावकों वे जन्म लिया. 

इस दिन से देख सकेंगे दर्शक 
मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि आज से इन शावकों को बड़े बाड़े में छोड़ दिया जाएगा. इन शावकों की आकर्षक छवि और मनमोहक दृश्य का लुत्फ पर्यटक उठा सकेंगे. बता दें कि पहली बार 1997 में सफेद बाघों के एक जोड़े तरूण और तापसी को पहली बार ओडिशा के नंदन कानन चिड़ियाघर से मैत्री बाग लाया गया था.  जिसने साल 1999 में चार सफेद शावकों को जन्म दिया था. 

मैत्री बाग 
मैत्री बाग छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित भिलाई स्टील प्लांट से लगभग 20 मिनट की दूरी परभारतीय और रूसी सरकार के बीच दोस्ती की याद में बनाया गया है.  इसके मैत्री बाग या 'गार्डन ऑफ फ्रेंशिप' भी कहा जाता है. बता दें कि इस बाग का निर्माण और प्रबंधन भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा किया गया है. इसे छत्तीसगढ़ राज्य में सबसे अच्छे हैंगआउट स्थानों में से एक माना जाता है, इस बाग का आनंद सभी उम्र के लोग ले सकते हैं.  इस बाग को लेकर कहा जाता है कि इसमें एक बड़ा चिड़ियाघर, सुंदर झीलें, बगीचे, संगीतमय फव्वारा, प्रगति मीनार नामक एक ऊंचा टावर, बच्चों के लिए 'मैत्री एक्सप्रेस' नामक एक खिलौना ट्रेन शामिल है. जिसे देखने के लिए राज्य अलावा दूसरे प्रदेशों से भी लोग आते हैं. 

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