उज्जैन महाकाल मंदिर में फोटो खिंचवाने पर बैन! जानिए मंदिर समिति ने क्यों लिया ये फैसला
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उज्जैन महाकाल मंदिर में फोटो खिंचवाने पर बैन! जानिए मंदिर समिति ने क्यों लिया ये फैसला

महाकाल मंदिर समिति और समिति के अध्यक्ष कलेक्टर आशीष सिंह ने मंदिर व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए मंदिर के गर्भगृह में फोटोग्राफी पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया है.

उज्जैन महाकाल मंदिर में फोटो खिंचवाने पर बैन! जानिए मंदिर समिति ने क्यों लिया ये फैसला

राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल के धाम में गर्भ गृह में प्रवेश के लिए मिलने वाली 1500रु की शासकीय रसीद को लेकर मचे बवाल के बाद अब जिला कलेक्टर व मंदिर समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने संज्ञान लिया है. जिसके बाद मंदिर समिति के साथ एक बैठक में व्यवस्थाओं को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं. कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है. ऐसे में 1500रु की रसीद लेकर गर्भ ग्रह में प्रवेश करने वालों के कारण आम श्रद्धालु कार्तिक मंडपम के यहां से बाबा के ठीक से दर्शन नहीं कर पा रहे हैं. 

फोटोग्राफी पर रोक
बता दें कि गर्भ गृह में प्रवेश करने वाले सबसे ज्यादा फोटो खिंचवाने में समय लगाते हैं. इसलिए भी यह समस्या आती है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए मंदिर के गर्भगृह में फोटोग्राफी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के निर्देश जारी किये हैं. साथ ही पुजारियों से बात कर उनके यजमानों और 1500 की रसीद लेने वाले आम जन को जल्दी दर्शन कर बाहर निकालने की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं.

आगे होंगे ये बदलाव
जिला कलेक्टर व मंदिर समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने कहा कि यह दो व्यवस्थाओं के बाद अगर सब ठीक रहा तो एक दिन में अभी 1500 रु की कुल 580 रसीद का कोटा तय है, जिसमें दो श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश दिया जाता है. उसको आने वाले समय में अनलिमिटेड किया जाएगा. फिलहाल इन दो व्यवस्थाओं में बदलाव किए गए हैं.

श्रद्धालुओं ने लगाया ये आरोप
आपको बता दें कि 2 दिन पहले बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, हरियाणा व अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं ने विरोध जताया था और कहा था कि गर्भगृह में प्रवेश की 1500 रुपए की रसीद पुलिस व प्रशासन के लोगों को दी जा रही है. हम लोग 2 दिन से खड़े हैं, हमें नहीं दी जा रही, जिसके बाद मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में पहुंचा और 2 दिन बाद जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने मंदिर समिति के साथ मीटिंग कर समस्या का समाधान करने का निर्णय लिया. श्रद्धालुओं ने आरोप लगाए था कि 1500 रुपए की टिकट में कालाबाजारी की जा रही है.

अभी क्या व्यवस्था है
फिलहाल श्रद्धालुओं के गणेश मंडपम से निशुल्क दर्शन व्यवस्था है. मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारण गर्भ गृह में प्रवेश नहीं दिया जाता है. गर्भगृह में प्रवेश के लिए सुबह 6:00 से दोपहर 1:00 व शाम को 6:00 से 8:00 बजे तक का समय तय कर रखा है, जिसमें श्रद्धालु 1500 रुपए की रसीद लेकर प्रवेश कर सकते हैं. 1500 रुपए की रसीद का भी कोट तय है. कुल 580 रसीद ही दिन भर में काटी जाती है. लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या हजारों में होती है तो रसीद कम पड़ने के कारण बार-बार विवाद होता है. दो दो दिन लाइन में खड़े होने के बावजूद श्रद्धालुओं को रसीद नहीं मिलती है.

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