आजाद भारत की सबसे दुर्लभ कुप्रथा, प‍िता ही करता है बेटी का सौदा
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आजाद भारत की सबसे दुर्लभ कुप्रथा, प‍िता ही करता है बेटी का सौदा

मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में एक ऐसी कुप्रथा आज भी प्रचलित है जिसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे जिसमें जिसमें नारी का पहले तो शारीरिक शोषण और फिर मानसिक शोषण होता है.  फिर उसके बाद आर्थिक शोषण किया जाता है ज‍िसके बाद नारी की कीमत लगाई जाती है. 

पीड़‍िता.

अन‍िल नागर/राजगढ़:  मध्‍य प्रदेश के राजगढ़ ज‍िले में आजाद भारत की सबसे दुर्लभ कुप्रथा (झगड़ा नाथरा प्रथा) मौजूद है. इस प्रथा में पहले तो नारी का बाल विवाह कर दिया जाता है और फिर लड़की का शारीरिक शोषण कर उसे छोड़ दिया जाता है. हैरानी की बड़ी बात यह है कि लड़की का पति लाखों रुपये के लालच में लड़की से तलाक चाहता है और उसके एवज में लड़की के घरवालों से लाखों रुपये की डिमांड की जाती है. 

ब‍िना तलाक ल‍िए अलग हो जाता है पत‍ि

लड़की अपने पति को नहीं छोड़ना चाहती हो और फिर भी अगर लड़का उसे छोड़ना चाहता है तो बिना कोर्ट में तलाक लिए पति अपने पत्नी को छोड़ देता है. पत्नी के घरवालों से 10 से 20 लाख तक की छोड़ने के लिए डिमांड की जाती है जिसके लिए पंचायत लगती है. पंचायत में यह निर्णय लिया जाता है एक निश्चित तारीख पर लड़की के मां-बाप को लड़के वालों को तय की गई राशि देना होती है. तय तारीख पर अगर पैसे नहीं लौटाए जाते हैं तो लड़की के उस गांव में फसल और गांव के घर में आग लगा दी जाती है.

पैसों के लालच में हो जाती है अधेड़ से शादी 

लड़की के मां-बाप पहले पति के पैसे लौटाने के लिए दूसरे के यहां रिश्ता करते हैं जिसके एवज में लड़की के पिता लड़के से लाखों रुपए शादी करने के एवज में लेते हैं. लड़की की उम्र अगर 15 साल भी है तो वह 40 साल के अधेड़ व्यक्ति से पैसों के लालच में लड़की को हमेशा के लिए अधेड़ के हाथ में सौंप देते हैं. यानी शुरू से ही लड़की की कीमत लगाई जाती है. और इन सब के बीच नारी सिर्फ आंसू बहाती है. इस प्रथा से पीड़ित महिला की मां बताती है जब तक पैसे नहीं दे दिए गए तब तक उनको मारा पीटा. गांव में घर जला दिए, फसल बर्बाद कर दी. पंचायत करके पैसे देने पड़े. इस कुप्रथा से पीड़ित महिला हेमलता ने बताया कि वह इस प्रथा के खिलाफ 2019 से लड़ाई लड़ रही है. वहां भी इस प्रथा से प्रताड़ित हुई थी. उसके पति ने उसको छोड़ दिया था और छोड़ने के बाद उसके मां-बाप से 9 लाख रुपये मांगे गए थे. 

पहले पत‍ि को द‍िया जाता है पैसा  

मोहित तंवर ने बताया क‍ि उनकी समाज में पति अपनी पत्नी को जब चाहे तब छोड़ सकता हैं और लड़की के घरवालों से 10 से 20 लाख रुपये ले सकते हैंं. पति को पैसे देने के लिए लड़की का दूसरी जगह विवाह किया जाता है जिसमें नाबालिग उम्र की लड़की से 50 साल के बुजुर्ग से भी विवाह कर दिया जाता है. क्योंकि वह बुजुर्ग उस लड़की के ज्यादा से ज्यादा पैसा देता है और वहा पैसे पहले पति को दिया जाता है.

दूसरी पत्‍नी से शादी करने के बाद पहली छोड़ी 

शारदा तंवर बताती हैं कि उनके पति ने दूसरी पत्नी से शादी कर ली और इनको छोड़ दिया. इतना ही नहीं बच्चे भी छुड़ा लिए और इनको दूसरी शादी नहीं करने दे रहा है. शारदा को दूसरी शादी करने के पहले पति को 10 लाख रुपये देने होंगे और ऐसा नहीं किया गया तो गांव में आग लगा दी जाएगी. 

कई बार हुआ जानलेवा हमला 

एक महिला ने बताया कि उसके पति ने उनको छोड़ने के लिए कई बार जानलेवा हमले किए. पत्नी पर गरम सरिया कर पैर जला दिए जाते थे लेकिन फिर भी पत्नी की मजबूरी थी क‍ि 3 बच्चे होने के कारण पति के साथ रहना. पति के जुल्म सहती रही लेकिन फिर भी पति ने एक दिन बच्चों के साथ मारपीट कर भगा दिया और पति दूसरी पत्नी के साथ अब अपना जीवन व्यतीत कर रहा है.  यहां महिला बच्चे के साथ अकेले मजदूरी कर कर गुजारा कर रही है. 

रामकला तंवर कहती है क‍ि उनके समाज में बाल विवाह कर दिया जाता है. जब तक समझ आती है तब तक रिश्ते टूटने की कगार पर आते हैं. लड़की का कोई कसूर नहीं होता, तब भी उसको छोड़ दिया जाता है और बदले में लाखों रुपए देने पड़ते हैं. इस समाज की नारियां ऐसी कुप्रथा से बाहर निकलना चाहती है. 

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पीड़‍ितों का दे रही है ये संस्‍था साथ 

इस प्रथा को रोकने का काम कर रही लाल चुनर संस्थापक मोना सुस्तानी बताती है कि झगड़ा नाथरा प्रथा से रोज पीड़ित महिलाएं उनके पास पहुंचती है जिनके लिए लड़ाई लड़ रही हैंं. 

कांग्रेस विधायक बापू सिंह तंवर भी उसी समाज से आते हैं जिस समाज में यह प्रथा प्रचलित है और उन्होंने भी चुनाव लड़ते समय महिलाओं से यह वादा किए थे कि इस झगड़ा नाथरा प्रथा को खत्म किया जाएगा लेकिन आज भी इस पर वहां कोई बड़ी पहल नहीं कर सके. 

चार मामलों में द‍िखी घटना की सच्‍चाई 

ताजा मामलों की बात की जाए तो जिले में 15 दिनों में 10 से अधिक ऐसे मामले सामने आए. झगड़ा नाथरा प्रथा से पीड़ित ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई. 4 सितंबर को भोजपुर थाने में मांगीलाल तंवर ने शिकायत दर्ज कराई. उसकी बेटी की शादी 2 साल पहले बनवारी तंवर से शादी की थी. वहां उसकी बेटी को अब बिना कारण के छोड़ रहा है और उसके बदले में 5 लाख रुपये की डिमांड की जा रही है. पैसे नहीं देने पर उनकी फसल को बर्बाद कर दिया गया. 

दूसरा मामला में 10 सितंबर को तलेन थाने में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया. फरियादी ने रिपोर्ट दर्ज कराई  क‍ि नाथरा झगड़ा प्रथा के चलते उनसे 4 लाख रुपये मांगे जा रहे हैंं, नहीं देने पर घर में घुसकर मारपीट की और जान से मारने की धमकी भी दी गई. 

तीसरा मामला 4 सितंबर का है जब राजगढ़ थाना कोतवाली में झगड़ा नाथरा प्रथा के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई. एफआईआर में लिखा उनकी बेटी की सगाई की गई थी और वहां रिश्ता अब तोड़ने के लिए लड़के पक्ष की तरफ से 8 लाख रुपये मांगे गए. नहीं देने पर घर में आग लगा दी गई.

एक और मामला 13 सितंबर का है जब माचलपुर थाने में फरियादी प्रेम सिंह ने एफआईआर दर्ज कराई जिसमें उन्होंने कहा की झगड़ा नाथरा प्रथा के चलते उनसे लाखों रुपए मांगे जा रहे हैं. नहीं देने पर गांव की फसल को बर्बाद कर दिया गया. 

पुल‍िस का ये है कहना 

राजगढ़ एसपी का कहना है क‍ि झगड़ा नाथरा प्रथा मामले में बीते 2 महीनों में 31 एफआईआर दर्ज की गई हैंं. नाथरा प्रथा के विरुद्ध एक महा अभियान भी चलाया जा रहा है और आगजनी फसल बर्बाद जैसी घटनाओं को अंजाम देने वालों के विरुद्ध कठोर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और रासुका जिला बदर जैसी कार्रवाई भी की जा रही है. 

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