Gwalior News: कहा जाता है कि इंसान के हौसले बुलंद हो तो कभी भी किसी भी काम के लिए शारीरिक कमजोरी आड़े नहीं आती. इसे सच कर दिखाया है ग्वालियर जिले की 16 साल की खुशी ने. दिव्यांग खुशी अपने मुंह में ब्रश लेकर खूबसूरत पेंटिंग्स बनाती हैं. उन्होंने PM मोदी की भी पेंटिंग बनाई है, जिसे लेकर उनकी दिली ख्वाहिश है कि इसे वे खुद PM को भेंट करें. पढ़िए खुशी के हौसलों की उड़ान की कहानी-
Gwalior News: ग्वालियर जिले की दिव्यांग खुशी ने हौसलों की उड़ान भरते हुए कम उम्र वो कर दिखाया, जो शायद ही बहुत कम लोग कर पाते हैं. 16 साल की खुशी बराधिया मुंह में ब्रश दबा कर बेहद ही खूबसूरत पेंटिंग बनाती हैं, जिसे देखकर लोग हैरान हो जाते हैं.
जन्म से दिव्यांग हैं खुशी- खुशी बराधिया जन्म से दिव्यांग हैं. खुशी का जन्म हुआ तो उसके हाथ-पैर काम नहीं करते थे. खुशी ने इस दिव्यांगता को अपनी कमजोरी नहीं माना, बल्कि कुछ कर दिखाने के हौसले के साथ पेंट-ब्रश मुंह में दबाया और अपने ख्वाबों की दुनिया के रंग को कैनवास पर उतारने लगीं.
खुद को बनाया हुनरमंद- 8 साल की उम्र तक खुशी दिव्यांगता को लेकर दुखी रहती थी. इसके बाद खुशी ने खुद को हुनरमंद बनाने का संकल्प लिया. खुशी मुंह में पेंसिल दबाकर स्केच और पेंटिंग करने लगी.
खुशी का मानना है कि दिव्यांगता शारीरिक नहीं मानसिक बीमारी होती है. जिसने खुद को मन से दिव्यांग मान लिया वह कुछ नहीं कर पाता और जिसने खुद को मजबूत माना तो दिव्यांगता उसका रास्ता नहीं रोक सकती है.
खुशी सभी तरह की पेंटिंग बनाती हैं लेकिन उसे पीएम मोदी की स्केचिंग करना और पेंटिंग बनाना सबसे ज्यादा पसंद है. उनकी पेंटिंग को देख लोग हैरान रह जाते हैं.
खुशी की मां आरती ने बताया कि अपनी बेटी कि दिव्यांगता को लेकर वे हमेशा परेशान रहती थीं. उन्हें खुशी के भविष्य की चिंता भी सताती थी. बचपन से खुशी को गोद में उठाकर सब काम करवाती थीं, लेकिन 8 साल की उम्र होने पर उन्होंने बेटी का हौसला बढ़ाया. यही वजह है कि दिव्यांगता के बावजूद खुशी अपने काम खुद करने लगी.
खुशी धीरे-धीरे स्कूल की पढ़ाई के साथ-साथ मुंह में ब्रश दबाकर पेंटिंग करने लगी. खुशी के देख मां आरती ने भी उसका हौसला बढ़ाया.
PM मोदी को भेंट करनी है पेंटिंग- खुशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश सेवा के काम कर रहे हैं. उसका सपना है कि वो अपने मुंह से बनाई हुई पेंटिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उपहार के रूप में दे. वहीं, खुशी की मां आरती ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी का सपना पूरा करने के लिए ग्वालियर में PM की यात्रा के दौरान उनसे भेंट करने का प्रयास किया, लेकिन PM से मुलाकात नहीं हो पाई. आरती को उम्मीद है की उनकी बेटी खुशी की पेंटिंग एक दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास जरूर पहुंचेगी. इनपुट- ग्वालियर से करतार सिंह राजपूत की रिपोर्ट, ZEE मीडिया
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