नवरात्रि में गरबा खेलना है तो पहचान पत्र रखें अपने पास! जानिए क्या है वजह?
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नवरात्रि में गरबा खेलना है तो पहचान पत्र रखें अपने पास! जानिए क्या है वजह?

MP Garba pandal: इस बार नवरात्रि में बिना आधार कार्ड के गरबा पंडालों में एंट्री नहीं दी जाएगी. भोपाल कलेक्टर ने इसका आदेश जारी कर दिया है.

नवरात्रि में गरबा खेलना है तो पहचान पत्र रखें अपने पास! जानिए क्या है वजह?

प्रिया पांडे/भोपाल:  पूरे देश में नवरात्र पर्व की शुरुआत हो चुकी है. इस बार पूरे 2 साल बाद नवरात्र में गरबा व डांडिया की धूम रहेगी. गौरतलब है कि कोरोना के कारण दो सालों से गरबा व डांडिया के आयोजन नहीं हुए थे. इसी के साथ अब मध्य प्रदेश में पहली बार अब गरबा आयोजनों में पहचान पत्र अनिवार्य कर दिया गया है. भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने यह आदेश जारी कर दिया है.

कलेक्टर अविनाश लवानिया ने आदेश जारी करते हुए कहा कि सभी गरबा आयोजनों गरबा खेलने वालों को आई कार्ड देख कर ही प्रवेश दिया जाएगा. यह पहली बार है जब प्रशासन ने अपनी ओर से गरबा आयोजनों में आई कार्ड अनिवार्य किया है.

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बीजेपी ने किया फैसले का स्वागत
गरबा पंडालों में बिना आईडी के एंट्री न देने के फैसले का भाजपा ने  स्वागत किया है. कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि गरबा मां की स्तुति, मां की पूजा अर्चना हैं. उनको प्रसन्न करने के लिए गरबा नृत्य किया जाए, गरबा कोई मनोरंजन का साधन नहीं. आयोजकों को ध्यान रखने की जरूरत की कोई अंगर्ल चीजें न हो.

कृष्ण ने की थी शुरुआत
वहीं कांग्रेस ने कहा है कि आनंद उत्सव की शुरुआत भगवान कृष्ण की थी. भगवान कृष्ण जी के समय पर ना इस तरह के मंत्री थे ना आधार कार्ड थे और न ही ऐसे फरमान थे. तब से लेकर अब तक गुजरात से लेकर पूरे देश में इसे सार्वजनिक रूप से ही मनाया जाता है. भाजपा के जन्म से पहले से ही सभी समाज के लोग गरबा में शामिल होते रहे हैं.

लव जिहाद के लग रहे थे आरोप
गौरतलब है कि बीजेपी के सांसद प्रज्ञा ठाकुर, संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर और उमा भारती समेत कई हिंदूवादी संगठन लगातार गरबा आयोजनों में लव जिहाद के आरोप लगाते हुए मुस्लिम युवाओं की एंट्री बैन करने की मांग कर रहे थे और यही वजह थी कि उमा भारती ने भी गरबे में आई कार्ड अनिवार्य किए जाने की मांग की थी. जिसके बाद भोपाल कलेक्टर यह फैसला लिया है.

संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने द‍िया था व‍िवाद‍ित बयान 
वहीं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने तो नवरात्रि के मौके होने पर गरबा के कार्यक्रम में मुस्लिमों की एंट्री पर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने इस दौरान कहा कि था अगर कुरान मूर्ति पूजा की इजाजत देता है और आप मूर्ति पूजा करना चाहते हैं तो गरबा पंडाल में आएं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि संस्कृति विभाग सभी कलक्टरों को पत्र लिखेगा जिसमें कहा जाएगा कि बिना पहचान पत्र के किसी को गरबा में प्रवेश न दिया जाए.

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