किर्गिस्तान में फंसे बच्चों पर भी राजनीति! कांग्रेस का आरोप सिर्फ किया वादा, पाकिस्तान ने कर दिखाया एक्शन
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किर्गिस्तान में फंसे बच्चों पर भी राजनीति! कांग्रेस का आरोप सिर्फ किया वादा, पाकिस्तान ने कर दिखाया एक्शन

Kyrgyzstan Violence: भारत सहित कई देश अपने बच्चों को वापस बुलाने का ऐलान कर चुके हैं. मामले पर मध्य प्रदेश में अब राजनीति हो रही है. हाल ही में सीएम मोहन यादव ने वीडियो कॉल पर बच्चों से बात कर उन्हें वापस लाने का वादा किया था. अब कांग्रेस का सवाल है कि वादे पर एक्शन क्या लिया. जबकि पाकिस्तान तो बच्चे वापस ले आया 

cm mohan yadav talked Indian students in Kyrgyzstan

Politics On Kyrgyzstan Violence: किर्गिस्तान में इन दिनों तनाव के माहौल के बीच भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मूल के कई छात्रों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है. छात्र अपने माता-पिता को वीडियो कॉल से ताजा हालातों की जानकारी दे रहे हैं. इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने छात्रों से फोन पर बात कर मदद का भरोसा दिलाया था. सीएम ने कहा था कि मोदी सरकार को उनकी चिंता है, वो लोग अभी हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करें और एग्जाम दें. इसके बाद उन्हें लाने का इंतजाम कर लेंगे. मामले पर अब राजनीतिक बयानबाजी भी होने लगी है. एमपी कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बीजेपी को खरी खरी सुनाते हुए पूछा है कि वादा तो कर दिया पर इंतजाम नहीं किए, जबकि पाकिस्तान तो अपने बच्चे वापस ले भी आया. 

मध्यप्रदेश के करीब 1200 बच्चे फंसे 
जीतू पटवारी ने लिखा किर्गिस्तान में मध्यप्रदेश के करीब 1200 बच्चे फंसे हैं. मप्र सरकार ने उन्हें वहां से सुरक्षित बाहर निकालने का वादा किया, लेकिन राजनीतिक वादे की तरह उन्हें वापस लाने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए . पटवारी ने लंबा चौड़ा, किसी चिट्ठी के बराबर पोस्ट लिख बीजेपी को घेरने की कड़ी कोशिश की है. उन्होंने लिखा स्टूडेंट्स का कहना है पाकिस्तान अपने छात्रों को यहां से निकाल चुका है, लेकि भारत सरकार ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया. केवल बयान और मीडिया हेडलाइंस में सरकार सक्रिय है. हकीकत में मदद जैसा कुछ नहीं है. 

'खाने-पीने का सामान खत्म' 
जो बच्चे फ्लैट में रह रहे हैं, वे बाहर ही निकल नहीं पा रहे हैं. खाने-पीने का सामान खत्म हो गया है. उन्हें भूखे ही रहना पड़ रहा है, क्योंकि बाहर निकलते ही मारपीट हो रही है. लोकल लोग लड़कियों से भी मारपीट कर रहे हैं. बच्चों का कहना है पहले इंडियन स्टूडेंट्स का वापसी टिकट करीब 15-20 हजार रुपए में हो जाता था, लेकिन जब से हालात बिगड़े हैं 50 हजार रुपए में फ्लाइट का टिकट हो रहा है. यह सभी के लिए संभव नहीं है

सरकार पर सवाल
पटवारी का दावा है कि बच्चों ने नाराजगी जताते हुए मीडिया से यह भी कहा है कि किर्गिस्तान से अपने स्टूडेंट्स को निकालने के लिए पाकिस्तान सरकार ने फ्री ऑफ कास्ट फ्लाइट भेजी है, लेकिन भारत की सरकार अभी तक बेफिक्र नजर आ रही है. किर्गिस्तान में फंसे भारतीय स्टूडेंट्स ने भारत सरकार, इंडियन एंबेसी और विदेश मंत्री को सोशल मीडिया पर टैग कर गुहार भी लगाई, लेकिन कुछ रिस्पॉन्स नहीं मिला! इस स्थिति में बच्चे ज्यादा निराश और डरे हुए हैं.  जीतू पटवारी ने सीएम मोहन यादव, एमपी बीजेपी और PMOIndia को टैग कर कहा सरकार मीडिया और बयानों में तो नजर आई, लेकिन बच्चों की बातों से हकीकत फिर सामने है. डबल इंजन कहां है, क्या कर रहा है?

'मुख्यमंत्री क्यों खामोश'
पटवारी ने कहा मुझे जानकारी मिली है कि बिश्केक में फ्लैट में रहने वाले बच्चों को कुछ मकान मालिक बाहर निकाल रहे हैं. जब वे बाहर जा रहे हैं, तो स्थानीय लोगों के हमले का शिकार हो रहे हैं. क्या आपको यह सब नहीं पता है? बच्चों के साथ उनके परिजन भी बहुत परेशान हैं! सभी यह उम्मीद कर रहे हैं कि संकट के गंभीर दौर में मध्यप्रदेश के साथ केंद्र सरकार भी प्राथमिकता से पहल करेगी और बच्चों की सुरक्षित वापसी के प्रयास करेगी, लेकिन सरकार के रवैए से बहुत निराशा हो रही है. पीड़ित परिवार जानना चाहते हैं कि चुनावी रैलियों में झूठ परोस रहे प्रधानमंत्री को हमारे भूखे बच्चों की चिंता क्यों नहीं है? मुख्यमंत्री क्यों खामोश हैं?

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