मंदसौर जिले के भानपुरा गांव के एक किसान शुभम चेतराम पाटीदार ने ऐसा काम किया है, जिससे पूरे जिले में उनकी तारीफ हो रही है. जबकि इस काम के बाद उन्हें मगरमच्छों का मसीहा कहा जा रहा है.
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मनीष पुरोहित/मंदसौर: मगरमच्छ एक खतरनाक जानवर होता है, जिसके पास जाने से भी लोग डरता है. लेकिन मंदसौर जिले एक किसान ने ऐसा काम किया है, जिसकी तारीफ प्रशासन के अधिकारी भी कर रहे हैं. क्योंकि इस किसान ने एक दो नहीं बल्कि पूरे 30 मगरमच्छों का जीवन बचाया है.
मंदसौर जिले के भानपुरा गांव के एक किसान शुभम चेतराम पाटीदार ने 30 से ज्यादा मगरमच्छों का जीवन बचाया है, किसान के इस प्रयास पर डीएम गौतम सिंह ने भी उनकी तारीफ की है. जबकि दूसरे लोगों से भी उनकी तरह काम करने की अपील की है.
मगरमच्छों को जंगल में छोड़ा
दरअसल, किसान के खेत में पानी भरे गड्डे(डबरी) में मगरमच्छ के छोटे-छोटे बच्चें मिले, यदि यह बच्चे यही रहते तो इनके जीवन को तो खतरा होता, जबकि इनके बड़े होने पर यह आसपास के जीव जंतुओं और लोगों के लिए भी खतरा बन जाते, इसलिए किसान ने समझदारी दिखाते हुए इसकी सूचना जिला कलेक्टर के माध्यम से वन विभाग को दी इसके बाद वन विभाग की टीम ने इन बच्चों को गांधी सागर के सुरक्षित जल क्षेत्र में छोड़ा है.
किसान चेतराम ने वन विभाग को सूचित करके, इन सभी बच्चों को चंबल नदी में सुरक्षित छुड़वाया, इस संबंध में किसान ने कलेक्टर गौतम सिंह को भी सूचना दी, जिस पर कलेक्टर ने किसान का आभार माना. कलेक्टर ने कहा कि ऐसे किसानों से सभी नागरिकों को प्रेरणा लेनी चाहिए. उन्होंने वन्यजीवों की रक्षा करके बहुत बड़ा काम किया है.
किसान पाटीदार का कहना है कि मगरमच्छ के सभी बच्चों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा ना मेरी पहली प्राथमिकता थी. इसलिए मैंने सबसे पहले कलेक्टर गौतम सिंह को अवगत कराया. उन्होंने वन विभाग के माध्यम से रेस्क्यू करवा कर उनकों चंबल नदी तक छुड़वाने में मेरी मदद की. किसान कहता है कि अगर यह इसी स्थान पर बड़े होते हैं तो भविष्य में ग्रामीण जनों एवं गांव के मवेशियों के लिए ये जीव खतरा हो सकते थे.
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