मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर होंगे ये रंगारंग कार्यक्रम, भोपाल में दिखेगी महाकाल लोक की झलक
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh1419297

मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर होंगे ये रंगारंग कार्यक्रम, भोपाल में दिखेगी महाकाल लोक की झलक

Madhya Pradesh Sthapna Diwas 2022: मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित कई बड़े आयोजन होंगे. इस दौरान भगवान शिव की अलौकिक महिमा को भी प्रस्तुत किया जाएगा.

मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर होंगे ये रंगारंग कार्यक्रम, भोपाल में दिखेगी महाकाल लोक की झलक

आकाश द्विवेदी/भोपाल: मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर आज यानी 01 नवंबर को पूरे राज्य में उत्सव होगा. वहीं प्रदेश की राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में मध्य प्रदेश राज्य के 67वें स्थापना दिवस के अवसर पर कई बड़े सांस्कृत कार्यक्रम होगा. कार्यक्रम में शंकर-एहसान-लॉय का म्यूजिक कॉन्सर्ट होगा. इस बार मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर महाकाल लोक की झलक भी देखने को मिलेगी.

जानिए पूरा कार्यक्रम
आपको  बता दें कि 67 वर्ष में मध्य प्रदेश ने विकास की कई नई गाथा लिखी है. मध्य प्रदेश को देश का हृदय माना जाता है. 01 नवंबर को मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर जहां पूरे प्रदेश में उत्साह मनाया जाएगा. वहीं राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में कई बड़े कार्यक्रम आयोजित होगें. यहां स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमो का फूल लाइट रिहर्सल किया गया. इस बार यहां कार्यक्रम में हालही में हुए महाकाल लोक की झलक भी देखने को मिलेगी. इस दौरान शास्त्रीय नृत्य के माध्यम से भगवान शिव की अलौकिक महिमा को भी प्रस्तुत किया जाएगा.

4 राज्यों से मिलकर बना था MP
मध्य प्रदेश का निर्माण सीपी एंड बरार, मध्य भारत ( ग्वालियर-चंबल ), विंध्यप्रदेश और भोपाल से मिलकर हुआ था. इसके लिए आजाद भारत में राज्य पुनर्गठन आयोग का गठन किया गया. आयोग के पास उत्तर प्रदेश के बराबर बड़ा राज्य बनाने की जिम्मेदारी थी, क्योंकि इसे महाकौशल, ग्वालियर-चंबल, विंध्य प्रदेश और भोपाल के आसपास के हिस्सों को मिलाकर बनाना था. पुनर्गठन आयोग को उत्तर प्रदेश जितना बड़ा राज्य बनाना था. इसमें सबसे बड़ी चुनौती 4 राज्यों को मिलाना था. जब इन राज्यों को एक साथ किया जाने लगा रियासतदार इसका विरोध करने लगे. ऐसे में सभी समझौतों को पूरा करने में आयोग को करीब 34 महीने लग गए थे. जिसके बाद एक नवंबर 1956 से अपना प्रदेश मध्य प्रदेश कहलाने लगा.

Trending news