MP में मिला खतरों का खिलाड़ी, ट्रेन के पहियों के बीच बैठकर 250km का सफर किया पूरा, अधिकारियों के छूटे पसीने
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2576226

MP में मिला खतरों का खिलाड़ी, ट्रेन के पहियों के बीच बैठकर 250km का सफर किया पूरा, अधिकारियों के छूटे पसीने

mp news-जबलपुर में एक शख्स ने अपनी जान जोखिम डालकर करीब 250 किलोमीटर का सफर तक किया. स्टेशन के आउटर पर अधिकारियों ने रोलिंग जांच के दौरान शख्स को देखा, इसको देख उनके होश उड़ गए. 

MP में मिला खतरों का खिलाड़ी,  ट्रेन के पहियों के बीच बैठकर 250km का सफर किया पूरा, अधिकारियों के छूटे पसीने

madhya pradesh news-मध्यप्रदेश के जबलपुर में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शख्स ने जान जोखिम में डालकर 250 किलोमीटर का सफर तय कर लिया.  कैरिज एंड वैगन विभाग (एसीएंडडब्ल्यू) के कर्मचारियों ने ट्रेन की रोलिंग जांच के दौरान एक व्यक्ति को बोगी के नीचे ट्रॉली में छिपा हुआ पाया. शख्स ने ट्रेन के पहिए के बीच बैठकर 250 का सफर तय कर लिया. 

 

यह घटना इटारसी से जबलपुर आने वाली ट्रेन की जांच के दौरान हुई.

 

आउटर पर हुआ खुलासा

स्टेशन के आउटर पर जब कर्मचारी कोचों के अंडर गियर की जांच कर रहे थे, तभी एस-4 कोच के नीचे लगी ट्रॉली में छिपे एक व्यक्ति पर उनकी नजर पड़ी. कर्मचारियों ने तुरंत ट्रेन को रुकवाया और उसे बाहर निकाला. इस घटना को देखकर वहां मौजूद लोग दंग रह गए. घटना के बाद जिम्मेदार अधिकारियों ने गहरी चिंता जताई. अधिकारियों का मानना था कि अगर कोई अनहोनी हो जाती, तो यह बड़ा हादसा हो सकता था.

 

नहीं थे टिकट के पैसे

रेल कर्मचारियों ने जब उससे सफर के बारे में पूछा तो उसने बिना डरे बताया कि उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि वो टिकट ले सके, इसलिए उसने यह खतरनाक रास्ता चुना. उसने रेल कर्मचारियों को बताया कि वह बिना डरे ही दानापुर एक्सप्रेस ट्रेन के एस-4 कोच के नीचे लोगों से छिपते हुए पहिए के नीचे बैठ गया और आराम से जबलपुर पहुंच गया. 

 

इटारसी से पहुंचा जबलपुर 

शख्स ने बताया कि वह इटारसी से ट्रॉली में छिपकर यहां तक आया है. रेलवे प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया है और कहा है कि सुरक्षा के सभी जरूरी उपाय सुनिश्चित किए जाएंगे.  अधिकारियों और पुलिस के लिए भी यह घटना हैरान कर देने वाली थी.  रेल कर्मचारियों ने जान जोखिम में डालकर आने वाले युवक को पकड़ा और फिर उसे वैगन विभाग (एसीएंडडब्ल्यू) को सौंप दिया.

Trending news