Guna Loksabha Seat 2024: केपी यादव ने गुना की जनता का जताया आभार, क्या सिंधिया का टिकट हुआ पक्का?
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Guna Loksabha Seat 2024: केपी यादव ने गुना की जनता का जताया आभार, क्या सिंधिया का टिकट हुआ पक्का?

Guna Loksabha Seat 2024: 2019 के लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को पटखनी देने वाले केपी यादव को गुना सीट से दोबारा टिकट मिलने पर संशय बरकरार है. वहीं इस बीच केपी यादव की आभार पोस्ट राजनीतिक गलियारों में सुर्खियां बटोर रही है.

Guna Loksabha Seat 2024: केपी यादव ने गुना की जनता का जताया आभार, क्या सिंधिया का टिकट हुआ पक्का?

Guna Loksabha Seat 2024: लोकसभा चुनाव में  उम्मीदवार कौन होगा? इसे तय करने के लिए बीते दिनों दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई. ये बैठक पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई. वहीं साल 2019 के लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को पटखनी देने वाले केपी यादव को गुना सीट से दोबारा टिकट मिलने पर संशय बरकरार है. इन्हीं अटकलों के बीच गुना सांसद केपी यादव की आभार पोस्ट सियासी गलियारों में वायरल हो रही है.

केपी यादव ने जताया आभार
दरअसल लोकसभा चुनाव टिकट वितरण के कयासों की अटकलों के बीच गुना सांसद केपी यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर आभार पोस्ट किया है. जिसमें वो गुना की जनता का आभार व्यक्त कर रहे हैं. उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि  ''गुना में हमने साथ मिलकर जन सेवा, स्वास्थ्य और समृद्धि के क्षेत्र में काम किया है, और आपकी मदद के बिना यह सब संभव नहीं था. आप सभी का साथ होने से गुना ने दिखाया कि कैसे हम एक समृद्धि और विकास की ऊंचाइयों को छू सकते हैं.

केपी यादव ने आगे लिखा कि आप सभी के साथ मिलकर यह सफलता हुई है और मैं विश्वास करता हूं कि हम आगे भी साथ मिलकर गुना को और भी सुंदर और मजबूत बनाएंगे. आपके समर्थन के लिए हृदय से आभार...

क्या केपी टिकिट की दौड़ से बाहर?
वहीं उनके इस आभार पोस्ट से ये भी कयास लग रहे हैं कि क्या केपी यादव का टिकट इस बार कटने वाला है? क्या केपी यादव लोकसभा चुनाव में टिकट की दौड़ से बाहर हो गए इसलिए आभार मान रहे हैं?  कई सवाल अब उनका ये आभार पोस्ट खड़ा कर रहा है. वहीं अगर सिंधिया ने नाम का ऐलान गुना सीट से होता है तो केपी यादव क्या करेंगे?

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस सवाल का जवाब देते हुए केपी यादव ने कहा कि बीजेपी, कार्यकर्ता आधारित पार्टी है यदि 5 साल मैंने अच्छा काम किया है तो मुझे पर फिर विश्वास जताया जाएगा, नहीं तो सिंधिया जी के नाम पर सहमति देगी. फिलहाल ये संगठन तय करेगा कि किसे टिकट देना है. 

दोनों नेताओं में सालों से ठनी
बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव से ही केपी यादव और ज्योतिरादित्य सिंधिया में काफी ठनी रही है. केपी यादव तो ये तक कह चुके हैं कि केंद्रीय मंत्री सिंधिया के कार्यक्रम में उन्हें तवज्जों नहीं दी जाती है. वहीं हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया पासपोर्ट केंद्र का लोकार्पण करना चाहते थे, लेकिन सांसद केपी यादव ने फीता और नारियल फोड़ पहले ही पासपोर्ट केंद्र का लोकार्पण कर दिया.

सिंधिया को हराने के बाद ही मिली केपी यादव को पहचान 
गौरतलब है कि केपी यादव ने पिछले लोकसभा चुनाव में सिंधिया को हराया था. मध्य प्रदेश के चंबल रीजन में पड़ने वाली गुना संसदीय सीट पर वोटिंग के छठे चरण (12 मई 2019) में वोट डाले गये थे और चुनावी नतीजों के अनुसार केपी यादव ने एक लाख 25 हजार 549 वोटों से ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराकर यह सीट अपने नाम कर ली थी. बता दें कि इस सीट पर सिंधिया राजघराने की तीन पीढ़ियों का कब्जा रहा और यह परिवार कोई चुनाव नहीं हारा था. लेकिन केपी यादव ने इतिहास बदल दिया.

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