धार जिले में कारम नदी पर बने डैम को लेकर प्रशासन अलर्ट है, डैम को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है. सेना ने डैम को बचाने के लिए मोर्चा संभाल लिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी से फोन पर बात कर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी है.
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भोपाल। मध्य प्रदेश के धार जिले में कारम नदी पर बने डैम के टूटने का खतरा बना हुआ है. प्रशासनिक टीमें डैम को बचाने की पूरी कोशिश में जुटा हुआ है. सेना और एनडीआरएफ की टीमों की भी मदद ली जा रही है. इस बीच सीएम शिवराज भी मामले को लेकर एक्टिव हैं. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी फोन पर बात कर हालात की जानकारी दी है. बताया जा रहा है कि डैम से पानी निकालने के लिए डैम के पास वाली एक पहाड़ी को खोदा जा रहा है. वहीं जिन गांवों में पानी जाने का खतरा है, उन्हें पहले से ही खाली कराया जा रहा है. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डैम की स्थिति को देखते हुए अपने गांव जैत जाने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है.
सीएम की पीएम से फोन पर बात
धार जिले के कारम डैम को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर उन्हें हालातों की जानकारी दी है. सीएम शिवराज ने कहा कि कल भी और आज भी मेरी प्रधानमंत्री से भी इस स्थिति के बारे में पूरी चर्चा हुई है. हमने जो विशेषज्ञ हो सकते हैं, रुड़की डॉक्टर एनके गोयल उनसे हम लगातार संपर्क में हैं. वह हमें गाइड कर रहे हैं, बांध सुरक्षा के राष्ट्रीय विशेषज्ञ उनसे भी हम लगातार संपर्क में है. उनका भी मार्गदर्शन में प्राप्त हो रहा है.
सीएम शिवराज ने कहा कि ''बांध से सीपेज के कारण जो परिस्थितियां पैदा हुई है उस पर कल से ही मैं नजर बनाए रखा हूं, हमारे दोनों मंत्री जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और स्थानीय मंत्री राज्यवर्धन दत्तीगांव जी कल से ही बांध स्थल पर मौजूद हैं. हमारे इंजीनियों और विशेषज्ञों की टीम कमिश्नर, कलेक्टर, प्रशासनिक सारे अधिकारी बांध स्थल पर और प्रभावित होने वाले क्षेत्र में कल से ही उपस्थित हैं.
16 गांव खाली करा लिए गए हैं
भोपाल कंट्रोल रूम से सीएस और एसीएस, एसीएस जल संसाधन और एसीएस होम निरंतर स्थिति पर नजर बनाए रखे हुए हैं. हमारा प्रयास है, एक बाईपास चैनल बन जाए जिससे पानी बाईपास करके निकाला जा सके, कल से लगातार वह काम चल रहा है लेकिन, कड़ी चट्टानों के कारण उसको पूरा करने में देर लग रही है. जनता की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसलिए हमारे भाई बहन सुरक्षित रहें, जनता सुरक्षित रहे इसलिए 12 गांव धार जिले के और 6 गांव खरगोन जिले के हमने खाली कराए हैं.
जीवन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जो उचित और बेहतर फैसला होगा उसे हम लेंगे. मैं जनता जनार्दन से अपील करना चाहता हूं. प्रभावित गांव जो खाली कराएं हैं, उन भाइयों बहनों से मेरी प्रार्थना है की कृपा कर प्रशासन का सहयोग करें, गांव में ना जाएं और राहत कार्य में प्रशासन जहां रख रहा है वहां जाने की कृपा करें. बेहतर से बेहतर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन आप सब के सहयोग के बिना यह संभव नहीं है. अपने पशुओं को भी गांव में ना रहने दे. प्रशासन की टीम पूरी लगी हुई हैं, जनप्रतिनिधि लगे हुए हैं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सेवक भी लगे हुए हैं. इन्होंने गांव को खाली करवाने में सहयोग किया है. इस समय मैं सब से अपील करता हूं की एक साथ मिलकर सहयोग करे ताकि हम इस संकट से निपट सके.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि धार में भरुडपुरा और कोठीदा के बीच कारम नदी पर बनाए जा रहे डैम में गुरुवार को लीकेज के बाद पान का रिसाव शुरू हुआ था. इसके चलते बांध की एक तरफ की मिट्टी भी बह गई थी. बाद में डैम की दीवार का एक हिस्सा टूटकर गिर गया था. जिसके बाद से ही डैम के टूटने की आशंका पैदा हो गई थी. डैम का काम 75 फीसदी पूरा हो चुका है. खतरा है कि अगर बारिश हो गई तो डैम के टूटने का खतरा ज्यादा बढ़ जाएगा. वहीं प्रशासन ने धार जिले के 11 गांव खाली करा लिए हैं, साथ ही खरगोन जिले के 6 गांव भी खाली करा लिए गए हैं. प्रशासन के द्वारा क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है.देर रात तक मंत्री तुलसी सिलावट और राजवर्धन सिंह दत्तीगांव भी मौके पर पहुंच गए हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी लगातार हालात को लेकर अपडेट ले रहे हैं. बताया जा रहा है कि अगर बारिश हुई तो हालात बिगड़ सकते हैं.
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