Holiday on Chitragupta Prakotsava: CM शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh)ने भगवान चित्रगुप्त प्रकोत्सव पर राज्य के सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एच्छिक अवकाश का एलान किया है. इस संबंध में सामान्य विभाग की ओर से आदेश भी जारी कर दिया गया है.
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Chitragupta Prakotsava: देशभर में 27 अप्रैल को गंगा सप्तमी और भगवान चित्रगुप्त प्रकोत्सवमनाया जाएगा. इस अवसर पर CM शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालयों और संस्थाओं के कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए ऐच्छिक अवकाश की घोषणा की है. बता दें कि कायस्थ समाज लंबे समय से चित्रगुप्त के प्राकट्य उतस्व पर प्रदेश में सभी सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को साल भर में घोषित ऐच्छिक अवकाश की सूची में से तीन एच्छिक अवकाश लेने की पात्रता होती है.
CM शिवराज ने ट्वीट कर दी जानकारी
एच्छिक अवकाश के बारे में जानकारी देते हुए CM शिवराज ने ट्वीट किया- आज कैबिनेट में साथी विश्वास सारंग और अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित कायस्थ महासभा के प्रतिनिधिगण ने भगवान चित्रगुप्त जी के प्राकट्य उत्सव पर्व पर ऐच्छिक अवकाश देने का अनुरोध किया है.अब से मध्य प्रदेश में भगवान चित्रगुप्त जी के प्राकट्य उत्सव, गंगा सप्तमी के दिन मध्य प्रदेश शासन द्वारा ऐच्छिक अवकाश रहेगा.
आज कैबिनेट में मेरे साथी श्री @VishvasSarang
जी और अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री सुनील श्रीवास्तव सहित कायस्थ महासभा के प्रतिनिधिगण ने भगवान चित्रगुप्त जी के प्राकट्य उत्सव पर्व पर ऐच्छिक अवकाश देने का अनुरोध किया है ।अब से मध्यप्रदेश में भगवान चित्रगुप्त जी…
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 25, 2023
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जानिए भगवान चित्रगुप्त की पूजा का भगवान
चित्रगुप्त महाराज यमराज-धर्मराज जी के लेखाकार माने जाते हैं, जो कि सभी प्राणियों के पाप-पुण्य का लेखा-जोखा रखते हैं. भगवान चित्रगुप्त जी के हाथों में कर्म की किताब, कलम, दवात और करवाल होता है.ये कुशल लेखक हैं और इनकी लेखनी से जीवों को उनके कर्मों के अनुसार न्याय मिलती है. माना जाता है कि चित्रगुप्त की पूजा करने से नरक का फल भोगना नहीं पड़ता है.
देश भर में रहेगी गंगा सप्तमी की धूम
देश भर में 27 अप्रैल को गंगा सप्तमी का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन मां गंगा स्वर्ग में ब्रह्म देव के कमंडल से जन्मी थीं. ऐसे में पूरे भारत में उनका जन्मोत्सव मनाया जाएगा. बता दें कि साल में दो बार मां गंगा के विशेष उत्सव मनाए जाते हैं- एक गंगा सप्तमी और दूसरा गंगा दशहरा. गंगा सप्तमी के दिन मां गंगा का जन्म हुआ था, जबकि गंगा दशहरा के दिन मां गंगा का आगमन पृथ्वी पर हुआ था. गंगा सप्तमी वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है, जबकि गंगा दशहरा ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है.