विदेशों में रंग बिखेर रहा है छत्तीसगढ का हर्बल गुलाल, इसे बनाने वाली महिलाओं को सीएम बघेल ने दी बधाई
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विदेशों में रंग बिखेर रहा है छत्तीसगढ का हर्बल गुलाल, इसे बनाने वाली महिलाओं को सीएम बघेल ने दी बधाई

दुर्ग जिले का हर्बल गुलाल का विदेशों में निर्यात किया गया है. साथ ही यहां उत्पादित अष्टगंधा पूरे भारत में बेचा जा रहा है और विशेष रूप से काशी, पुरी जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्रों में बेचा गया है. बता दें कि इससे महिलाओं को रोजगार का अच्छा जरिया मिला है.

 मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

दुर्ग: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज दुर्ग जिले के पाटन ब्लाक के ग्राम सांकरा स्थित आजीविका केंद्र का निरीक्षण किया. बता दें कि आजीविका केंद्र में विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं और यहां के उत्पादों का विदेशों में भी निर्यात किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने यहां काम करने वाली महिलाओं से मुलाकात की. महिलाओं ने बताया कि उन्हें प्रतिदिन 200 रुपये का मानदेय मिल रहा है. साथ ही लाभांश भी मिल रहा है. महिलाओं ने कहा कि मुख्यमंत्री जी, आपकी वजह से हमें रोजगार का इतना अच्छा जरिया मिला है और साथ ही लाभांश के माध्यम से अतिरिक्त आमदनी भी हो रही है. इसके लिए हम आपको धन्यवाद देते हैं.

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इटली को हर्बल गुलाल किया गया निर्यात
सांकरा आजीविका केंद्र के प्रबंधकों ने कहा कि हाल ही में हर्बल गुलाल इटली को भी निर्यात किया गया है. रन फ़ॉर यूनिटी के लिए दौड़ना इटली के शहरों में प्रथा है और ये दौड़ 5 किलोमीटर की होती है और जिसमें हजारों की भीड़ होती है. हर किलोमीटर में बड़े पैमाने पर हर्बल गुलाल का इस्तेमाल किया जाता है. इस बार कार्यक्रम में 75 टन हर्बल गुलाल का इस्तेमाल किया गया और इसकी सप्लाई सांकरा से की गई. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक बढ़िया कार्य है. इसके अलावा प्रबंधकों ने बताया कि यहां उत्पादित अष्टगंध पूरे भारत में बेचा जाता है और इसे काशी, पुरी आदि महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्रों में विशेष रूप से बेचा जाता है. प्रबंधकों ने कहा कि नियमित रूप से खेप यहां से कंसाइनमेंट 20 से 25 टन तक जाता है और इसकी आपूर्ति मुंद्रा बंदरगाह के माध्यम से विदेशों में की जाती है. 

महिलाएं मंदिरों से करती हैं फूल इकट्ठा 
मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह की दीदियों से पूछा कि हर्बल गुलाल के लिए फूल कहां से लाती हो. इस पर बहनों ने बताया कि वे प्रतिदिन जिले के विभिन्न मंदिरों से बड़े पैमाने पर फूल इकट्ठा कर उससे जड़ी-बूटी का गुलाल बनाते हैं. साथ ही पूजा के लिए लकड़ी इकट्ठा कर ब्रांडिंग कर बेचते हैं. आजीविका केंद्र में भी चुनरी निर्माण कार्य किया जा रहा है. यहां देवी को चढ़ाने के लिए चुनरी बनाई जा रही है. आजीविका केंद्र की बहनों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप प्रदेश ही नहीं विदेशों में भी आपूर्ति कर रही हैं. आप लोगों का काम शानदार है. आप सभी को बहुत बहुत बधाई. इस दौरान संभागायुक्त महादेव कांडे, आईजी बद्रीनारायण मीणा, कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे, एसपी डॉ अभिषेक पल्लव, जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.

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