Atiq Ahmed Case: क्या है हाई प्रोफाइल उमेश पाल अपहरण केस जिसमें आज अतीक के आतंक पर होगा फैसला, फांसी की क्यों हो रही मांग
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Atiq Ahmed Case: क्या है हाई प्रोफाइल उमेश पाल अपहरण केस जिसमें आज अतीक के आतंक पर होगा फैसला, फांसी की क्यों हो रही मांग

Umesh Pal Kidnapping Case Latest News: उमेश पाल अपहरण केस में आज कोर्ट का फैसला आएगा. आरोपी अतीक अहमद की आज कोर्ट में पेशी होगी. बता दें कि ये मामला 17 साल पुराना है. बसपा विधायक राजू पाल की हत्या से जुड़ा हुआ है. जिसमें उमेश पाल गवाह था.  

Atiq Ahmed Case: क्या है हाई प्रोफाइल उमेश पाल अपहरण केस जिसमें आज अतीक के आतंक पर होगा फैसला, फांसी की क्यों हो रही मांग

Atiq Ahmed News: एक समय जिसके इशारों पर इलाहाबाद (प्रयागराज) (Prayagraj)का रूख बदल जाता था. आज उसी प्रयागराज में उस डॅान अतीक अहमद (Atiq Ahmed Case)के भविष्य का फैसला होने जा रहा है. इसके लिए उसे गुजरात से नैनी सेंट्रल जेल ले आया गया और आज कोर्ट में पेशी होगी. बता दें कि अतीक अहमद के भाई समेत कुल 10 लोगों पर उमेश पाल के अपहरण का केस दर्ज है. 

हाल में ही उमेश पाल की उमेश पाल (Umesh pal) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल के एक हत्या के मामले में गवाह था जिस हत्या की सूई अतीक अहमद और उसे गुर्गों पर जा रही थी. क्या है मामला जानते हैं

आज 11 बजे होगी पेशी
कभी अपनी हनक से प्रयागराज का रूख बदल देने वाला अतीक अहमद साल 2019 से गुजरात के साबरमती जेल में बंद था. उमेश पाल के अपहरण केस में कोर्ट ने अतीक अहमद के पेशी के आदेश दिए थे. जिसके बाद उसे यूपी पुलिस गुजरात से नैनी सेंट्रल जेल ले कर आई. इसके अलावा मामले में दोषी उसके भाई अशरफ को बरेली जेल से प्रयागराज ले आया गया. आज 11 बजे एमपी एमएलए कोर्ट में दोनों भाईयों की पेशी होगी.

क्या है मामला
उमेश पाल अपहरण केस का मामला 17 साल पुराना है. लगभग 17 साल पहले बसपा विधायक राजू पाल की हत्या कर दी गई थी. जिसमें उमेश पाल मुख्य गवाह था. लेकिन 28 फरवरी 2006 को उमेश पाल का अपहरण हो गया था जिसमें अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का नाम सामने आया था. अपहरण के बाद उमेश पाल को बयान पलटने के लिए काफी टार्चर किया गयाय उसके साथ मारपीट की गई और जान से मारने की धमकी देते हुए जबरदस्ती हलफनामा दाखिल कराया गया. इस मामले में उमेश पाल सरकारी गवाह थे जिनकी लगभग एक महीने पहले गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

माया सरकार में हुआ एक्शन
2007 विधानसभा चुनाव के बाद जब मायावती की सरकार बनी तो जुलाई में अतीक अहमद उसके भाई अशरफ सहित 5 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. लेकिन जब पुलिस ने मामले की जांच शुरु की तो 6 और लोगों का नाम सामने आया.जिसके बाद कोर्ट ने अतीक और उसके भाई समेत 11 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई. इसके बाद 8 सरकारी गवाह पेश किए जिसके तहत 11 आरोपियों की बात सामने आई. इसमें 1 आरोपी की मौत हो चुकी है जबकि 10 आरोपियों के खिलाफ आज फैसला आएगा.  

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