MP की 6 सीटों पर वोटिंग का एनालिसिस, जानिए किस सीट पर कैसा रहा मतदान
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MP की 6 सीटों पर वोटिंग का एनालिसिस, जानिए किस सीट पर कैसा रहा मतदान

MP Lok Sabha Elections: मध्य प्रदेश में शुक्रवार को 6 लोकसभा सीटों पर मतदान हो गया. 2019 के लोकसभा चुनाव में हुई वोटिंग और 2024 के वोटिंग प्रतिशत में इस बार अंतर देखा गया है. 

एमपी की 6 लोकसभा सीटों पर वोटिंग संपन्न

MP Lok Sabha Chunav: लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मध्य प्रदेश की 6 सीटों पर शुक्रवार को मतदान संपन्न हो गया. लेकिन 2019 की अपेक्षा में इन 6 सीटों पर 2024 में वोटिंग प्रतिशत बदल गया है. दरअसल, पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार मतदान कम हुआ है, जिससे न केवल राजनीतिक दलों के समीकरण बदल गए हैं, बल्कि सियासी जानकारों का भी मानना है कि वोटिंग प्रतिशत का बदलना अहम हो सकता है. 2019 की अपेक्षा इस बार इन 6 सीटों पर 8 प्रतिशत मतदान कम हुआ है. 

इन सीटों पर हुई थी वोटिंग 

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में जबलपुर, मंडला, शहडोल, बालाघाट, सीधी और छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर वोटिंग हुई है. इनमें से तीन सीटों पर मंडला, बालाघाट और सीधी में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला नजर आया था, जबकि बाकि सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस में ही मुख्य मुकाबला दिखा है. बालाघाट लोकसभा सीट के तीन विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शाम 4 बजे के बाद ही बंद करा दिया गया था. जबकि बाकि सभी सीटों पर 6 बजे मतदान खत्म हुआ था. 

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तीन चुनावों में बदला पैटर्न 

दरअसल, पिछले तीन लोकसभा चुनावों की अपेक्षा सभी 6 सीटों पर मतदान का पैटर्न बदल गया है, 2014 में औसतन सभी 6 सीटों पर 65.26 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जबकि 2019 में मतदान प्रतिशत बढ़ गया था, तब सभी 6 सीटों पर 75.23 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. लेकिन अब 2024 में इन सभी 6 सीटों पर मतदान प्रतिशत 67.45 प्रतिशत हो गया है. यानि वोटिंग में करीब 8 प्रतिशत की कमी आ गई है. खास बात यह है कि सभी सीटों पर इस बार मतदान कम हुआ है. हालांकि यह फाइनल आंकड़ा नहीं है, इसमें अभी थोड़ा बहुत बदलाव हो सकता है. लेकिन मतदान प्रतिशत कम हुआ है. ऐसे में वोटिंग प्रतिशत का घटना किसे काम आएगा और किसे नहीं यह तो नतीजों में ही क्लीयर हो पाएगा. 

इस बार सबसे कम वोटिंग सीधी लोकसभा सीट पर हुई है. सीधी में केवल 55.19 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो 2019 के वोटिंग प्रतिशत से 14 पर्सेंट कम हैं, वहीं सबसे ज्यादा वोटिंग छिंदवाड़ा में हुई है. छिंदवाड़ा में इस बार 79,59 प्रतिशत वोटिंग हुई है, हालांकि 2019 की अपेक्षा यह भी कम 2 प्रतिशत कम है. 

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सीधी लोकसभा सीट 

सीधी लोकसभा सीट पर  55.19 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो 2019 की अपेक्षा 15 प्रतिशत कम है, जबकि 2014 की अपेक्षा 2019 में यहां मतदान प्रतिशत बढ़ गया था. ऐसे में वोटिंग प्रतिशत का घटना सीधी में अहम माना जा रहा है, क्योंकि यहां मुकाबला त्रिकोणीय दिखा था. बीजेपी ने यहां राजेश मिश्रा को प्रत्याशी बनाया था तो कांग्रेस ने पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल पर भरोसा जताया था. लेकिन बीजेपी से राज्यसभा सांसद रहे अजय प्रताप सिंह गोंगपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे. 

छिंदवाड़ा में सबसे ज्यादा मतदान 

वहीं बात अगर पहले चरण की सबसे हॉट लोकसभा सीट छिंदवाड़ा की जाए तो यहां वोटिंग प्रतिशत पहले चरण में सबसे ज्यादा रहा है, लेकिन पिछले चुनाव की अपेक्षा कम है, 2019 में यहां 82.39 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जबकि 2024 में 79.59 प्रतिशत वोटिंग हुई है. यानि मतदान में 2 प्रतिशत की कमी रही है. ऐसे में वोटिंग के बाद अब सबकी नजरें छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर ही टिकी हुई हैं. 

मंडला में मुकाबला दिलचस्प 

मंडला लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प दिख रहा है. मोदी सरकार में मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का मुकाबला यहां कांग्रेस के ओमकार सिंह मरकाम से था. मंडला में इस बार 72.49 प्रतिशत वोटिंग हुई है, जबकि 2019 में यहां 77.76 प्रतिशत वोटिंग रही है, यानि वोटिंग प्रतिशत में 5 प्रतिशत से भी ज्यादा की कमी है, ऐसे में मंडला में भी वोटिंग घटना अहम माना जा रहा है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस सीट पर इस बार भी क्लोज फाइट जाएगी. 

बालाघाट लोकसभा सीट 

बालाघाट लोकसभा सीट इस बार इस बार 73 प्रतिशत मतदान हुआ है, जबकि 2019 में 77 प्रतिशत के आसपास वोटिंग हुई थी, हालांकि ज्यादा उतार चढ़ाव नहीं दिखा है. यहां बीजेपी और कांग्रेस के अलावा बसपा ने भी अहम रोल निभाया है, ऐसे में अगर बसपा कांग्रेस के वोटों पर असर डालती है तो फिर कांग्रेस को परेशानी हो सकती है. बीजेपी ने इस बार यहां डॉ. भारती पारधी को उतारा था, जबकि कांग्रेस ने सम्राट सरस्वार को मौका दिया था. बसपा से पूर्व सांसद कंकर मुजारे मैदान में थे. 

जबलपुर में मतदान कम 

जबलपुर लोकसभा सीट पर पिछले चुनावों से लगातार वोटिंग प्रतिशत बढ़ रहा था. 2014 में यहां 58.53 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2019 में 69.43 वोटिंग हुई थी, लेकिन 2024 में वोटिंग प्रतिशत घटकर 60.52 प्रतिशत हो गया है. यानि वोटिंग प्रतिशत में 9 प्रतिशत का मार्जिन दिख रहा है. जबलपुर लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है. जबलपुर में इस बार बीजेपी ने आशीष दुबे को प्रत्याशी बनाया था, जबकि कांग्रेस ने दिनेश यादव को मौका दिया था. 
 
शहडोल में भी घटा मतदान 

वहीं बात अगर आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित शहडोल लोकसभा सीट की जाए तो यहां भी मतदान प्रतिशत घट गया है. 2019 में यहां 77 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग हुई थी, जबकि 2024 में 73 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग हुई है. यानि मतदान इस बार घट गया. ऐसे में वोटिंग प्रतिशत के घटने का मार्जिन हार-जीत के अंतर पर दिखाई दे सकता है. 

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