Devi Sita Name And Importance: भगवान राम और उनके नामों को लेकर तो आपने काफी कुछ बढ़ा सुना होगा. लेकिन, आज हम आपको माता सीता के 10 नाम और उसके महत्व बता रहे हैं.
रामचरितमानस में भगवान श्रीराम और माता सीता का विस्तृत वर्णन मिलता है. भगवान राम के अन्य नामों का भी उल्लेख तो आपने सुना होगा. लेकिन, आइये आज हम जानते हैं माता सीता के अन्य नाम और उनके बारे में सारी जानकारी
माता सीता के पिता को जनक थे. इस कारण राजा जनक अपनी पुत्री होने के नाते सीता माता को जानकी के रूप में भी जाना जाता है.
माता सीता को धन की देवी यानी लक्ष्मी माता का अवतार होने के कारण उन्हें धन की देने वाली देवी माने जाने के कारण लक्षक कहकर संबोधित किया जाता है.
कथाओं के अनुसार, माता सीता का जन्म खेत में हल चलाते समय हुआ था. पृथ्वी से उत्पत्ती के कारण उन्हें भूमि नकहतर भी पुकारा जाता है.
महाराज जनक के प्रदेश का नाम मिथिला था. इस कारण उनकी पुत्री को मैथिली भी कहा जाता है.
खेत जोतते समय कलश छूटने पर माता सीता का जन्म हुआ था. अत: जनक की पुत्री को सीता के कारण उनका नाम सीता रखा गया.
माता सीता मन-वचन कर्म से पवित्र थीं और शास्त्रों में मिट्टी को भी पवित्र माने जाने के कारण उन्हें मृणमयी रखा गया.
माता सीता को सिया के नाम से भी जाना जाता था क्योंकि वह बहुत सुंदर और लावण्यमयी थीं.
माता सीता अधिकांश जीवन जंगल रहीं. इसके साथ ही शेष जीवन वाल्मीका के आश्रम में रहीं. इसी कारण उनका नाम वणिका रखा गया.
महाराज जनक की पुत्री होने के कारण माता सीता को जनकनन्दिनी कहा जाता था.
माता सीता का एक नाम आकाश से भी जोड़कर क्षितिजा भी कहा जाता है.
माता सीता के रूपों के बारे में यहां दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट पर आधारित है.
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