Vitamin K Deficiency: आमतौर पर लोग विटामिन-के की कमी की पहचान नहीं कर पाते और गंभीर बीमारियों के का शिकार हो जाते हैं. आइये आज हम आपको बताते हैं इसके लक्षण और बचाव के उपाय.
Trending Photos
Vitamin K Deficiency: आमतौर पर प्रचलित विटामिन उनकी कमी, लक्षण और उपाय के बारे में लोग जानते हैं. लेकिन, कई ऐसी चीजें हैं जिन्हें लेकर जानकारी का अभाव होता है. ऐसे में लोग कई गंभीर समस्याओं का शिकार हो जाते हैं. इन्हें में से एक है विटामिन-के. इसकी कमी के कारण लोगों को कई बड़ी समस्याएं हो सकती है. लेकिन, इसकी वो पहचान नहीं कर पाते हैं. ऐसे में आज का हमारा लेख आपकी काफी हद तक मदद कर सकता है.
विटामिन-के की कमी से समस्या (Vitamin K Deficiency Is Dangerous)
विटामिन K की कमी होने से हैमरेज होने के साथ-साथ घावों के भरने में समस्या हो सकती है. पेशाब या मल में खून आने के साथ ही इससे शिशुओं में, मस्तिष्क के भीतर या आसपास रक्तस्राव का खतरा होता है. इसके साथ ही विटामिन-के की कमी से फेफड़ों के हेल्थ, अस्थमा, एलर्जिक ब्रोंकाइटिस जैसे समस्या हो सकती है.
क्या हैं विटामिन-के की कमी के लक्षण (Vitamin K Deficiency Symptoms)
- हल्की चोट पर ज्यादा खून बहना या बड़ा घाव बनना
- नाक से खून आना, मसूड़ों से खून आना, कमजोर दांत
- ज्यादा पीरियड्स होना
- बोन डेन्सिटी का कम हो जाना और जोड़ों और हड्डियों में दर्द
- नाखून के नीचे खून के छोटे-छोटे थक्के जमना
शरीर को कैसे मिलता है विटमिन-के
विटामिन-के दो प्रकार से हमारे शरीर को मिलता है. पहला तो बाहरी भोजन से जिसमें ये मौजूद होता है. इसमें मुख्य श्रोत पेड़ होते हैं. यानी फलों से हमें ये मिलता है. दूसरा श्रोत होता है हमारी आंते जहां ये स्वत: बनता है.
क्यों होता है विटमिन के की कमी (Cause Of Vitamin K Deficiency)
आमतौपर पर वयस्कों में विटामिन K की कमी नहीं होती है. लेकिन, फिर भी इसके कई मामले आते हैं. ऐसा शरीर में खून के पतला करने वाले वार्फरिन के होने के कारण होता है. इसके साथ ही इसके लिए एंटीबायोटिक्स का उपयोग और ठीक से वसा को अवशोषित करने वाले तत्वों की कमी होती है. इस समस्या के पीछे शरीर में प्रोटीन की कम उत्पादकता भी शामिल हैं. लगातार कम विटमिन-के वाले भोजन का सेवन भी इसका सबसे बड़ा कारण हैं.
ये बच्चों में बड़ी समस्या (Vitamin K Deficiency In Child)
चूंकी नवजात बच्चे बाहरी भोजन कर नहीं पाते. उन्हें विटमिन-के मां के गर्भ से मिला होता है. इसके साथ ही प्रसव के दौरान पड़ने वाले दबाव के कारण वो मां की आंतों से उनके शरीर में चला जाता है. लेकिन, आजकल बढ़े सीजेरिएन बच्चों में इसकी कमी होने लगी है. नवजात होने के कारण वो बाहरी भोजन भी नहीं कर पाते इस कारण उनमें ये कमी बढ़ती जाती है. मां के दूध से या काफी हदतक उन्हें मिलता है. लेकिन, कई बार पर्याप्त नहीं होता है.
विटामिन-के की कमी के बचाव (Vitamin K Deficiency Treatment)
- बच्चों में बचाव के लिए अक्शर एंजेक्शन दिए जाते हैं. ऐसा डॉक्टर अपनी जांच के आधार पर करते हैं
- बड़े इस कमी को दूर करने के लिए
हरी पत्तेदार सब्जियां के साथ ही पालक, सरसों साग, मूली, चुकंदर, लाल मिर्च, रस वाले फल के साथ केले का सेवन कर सकते हैं. इतना ही नहीं गेहूं, जौ, अंकुरित अनाज के साथ-साथ अंडे और मीट से भी विटामिन-के की कमी को पूरा किया जा सकता है.
Disclaimer: विटामिन-के की कमी (Vitamin K Deficiency) के साथ ही उसके लक्षण और बचाव के उपाय के संबंध में यहां दी गई जानकारी विभिन्न मीडिया रिपोर्ट से ली गई है. हालांकि, हमने अपने स्तर पर इसकी जांच करने का प्रयास किया है. इसके बाद भी Zee MPCG इस संबंध में कोई नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेता है. हम किसी तरह की चिकित्सकीय सलाह नहीं दें रहे हैं. हमारा उद्देश्य केवल आप तक जानकारी पहुंचाना है. अधिक और पुख्ता जानकारी के लिए आप डॉक्टर की राय लें.