Delivery in Police Vehicle: छत्तीसगढ़ के कोरबा में एक बार फिर डायल 112 के जवानों अपनी मानवता और काबिलियत को सिद्ध कर दिया है. उन्होंने अपनी समझदारी से पुलिस की गाड़ी में ही महिला का प्रशव कराया. इसके लिए उन्होंने सूनसान इलाके में गांव की कुछ महिलाओं की मदद भी ली.
कोरबा-02 के डायल 112 के जवानों को मिला था टास्क गुरुवार की सुबह करीबन 9:30 बजे बांगो थाना क्षेत्र अंतर्गत कोरबा-02 के डायल 112 के आरक्षक मुकेश जाटवर और चालक विनय पाल को मेडिकल इमरजेंसी के तहत इवेंट मिला की निकटस्थ ग्राम बाला-पचरा में एक महिला प्रसव पीड़ा से कराह रही है.
उसे फौरन अस्पताल दाखिल कराया जाना जरूरी है. इवेंट को गंभीरता से लेते दोनों स्टाफ मौके के लिए रवाना हुए. मौके पर पहुंचकर उन्होंने देखा की 26 वर्षीय दिल बसिया बाई प्रसव पीड़ा से कराह रही है.
रास्ते में होने लगा प्रसूता को भारी दर्द- प्रसूता पीड़ा के दौरान उसके साथ उसकी बहन रजिया बाई भी थी. डायल 112 के स्टाफ ने बिना देर किये दोनों को वाहन में बैठाया और फिर अस्पताल के लिए रवाना हुए. कुछ दूर जाते ही प्रसूता दिल बसिया बाई को बहुत ज्यादा दर्द होने लगी. उसके दर्द को भांपकर डायल 112 के स्टाफ ने वाहन में ही प्रसव कराने की ठानी.
झोपड़ीनुमा घर की महिलाओं ने की मदद- इलाका सुनसान होने की वजह से जवानों ने वाहन को थोड़ा आगे बढ़ा लिया. जब उन्हें एक मकान नज़र आया तो उन्होंने सड़क किनारे गाड़ी रोक ली. मदद के लिए डायल 112 के जवान पास के ही एक झोपड़ीनुमा घर पर पहुंचे और वहां की महिलाओं को वस्तुस्थिति के बारे में बताया. आपात स्थिति के बारे में सुनकर वे महिलाएं भी वाहन के पास पहुंची और फिर प्रसूता की बहन की मदद से प्रसव कराया.
डिलीवरी होते ही फ़ौरन पीड़िता और बच्चे को पचरा स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. जहां दोनों की स्थिति खतरे से बाहर है. डायल 112 के जवानों ने हमेशा की तरह फिर से अपनी उपयोगिता साबित करते हुए आमजन को राहत दिलाने का काम किया है.
आने वाले समय में जवानों का किया जाएगा सम्मान- 2 दिन पूर्व भी पसान क्षेत्र में 108 की टीम ने एक प्रसूता का सुरक्षित प्रसव कराया था. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जवानों की तारीफ करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में पुलिस अधीक्षक के हाथों ऐसे जांबाज़ जवानों को सम्मानित किया जाएगा. वहीं महिला के परिजन भी इस काम के लिए जवानों का धन्यवाद किया.
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