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संजीत यादव/जशपुर: एक तरफ जहां कोरोना काल (Corona) में मोबाइल ही शिक्षा के लिए वरदान बनकर साबित हुआ था तो अब वो ही मोबाइल शिक्षा (mobile) के स्तर को खराब करने में जुटा है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जशपुर (jashpur) जिले में शिक्षा के स्तर को सुधारने और अच्छा परिणाम लाने के लिए अधिकारियों ने अब शिक्षकों के मोबाइल फोन (school mobile ban) पर प्रतिबंध लगा दिया है. जिले के स्कूलों की कक्षाओं में अब शिक्षक मोबाईल लेकर नहीं जायेंगे.
वहीं मोबाइल पर पाबंदी के अलावा जिन स्कूलों का रिजल्ट कमजोर है. उन स्कूलों की मॉनिटरिंग खुद कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ करेंगे. दोनों अधिकारी समय समय पर कम रिजल्ट वाले स्कूलों में जाकर स्कूली बच्चों से बात करेंगे. इन स्कूलों के रिजल्ट में सुधार के लिए अब कई बिन्दुओं पर काम शुरू कर दिया गया है.
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शत-प्रतिशत रिजल्ट पर काम
अब जिले के कमजोर रिजल्ट वाले स्कूलों के प्राचार्यों-शिक्षकों की बैठक आईएएस अधिकारी जिला पंचायत सीईओ जितेंद्र यादव लेंगे और जिले के स्कूलों के रिजल्ट को इस वर्ष शत प्रतिशत करने पर काम किया जा रहा है. जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जितेन्द्र यादव ने जशपुर जिले के हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी विद्यालयों के प्राचार्यों, शिक्षकों की समीक्षा बैठक शुरू की है. हर सोमवार को यह बैठक आयोजित होगी.
कड़ी कार्रवाई होगी
जिला पंचायत सीईओ जितेंद्र यादव ने निर्देश दिया है कि स्कूलों में कोई भी शिक्षक अध्यापन काल खण्ड में मोबाईल लेकर क्लास रूम में नही जायेंगे. वहीं समीक्षा बैठक के दौरान दिए निर्देश से विद्यालय के शिक्षकों को अवगत कराया जाये ताकि जल्द ही तथा यशस्वी जशपुर कार्ययोजना के तहत् दिये गये दिशा निर्देश एवं मिशन-40 डेज का अक्षरश: पालन कराया जाए. जिला पंचायत सीईओ ने प्राचार्यों को चेतावनी दी है यदि निरीक्षण के दौरान निर्देशों के अवहेलना की स्थिति पाई जाती है तो दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.