बस्तर में गिद्धों को बचाने का अनूठा प्लान; वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट कर रहा ये काम
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बस्तर में गिद्धों को बचाने का अनूठा प्लान; वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट कर रहा ये काम

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के इंद्रावती टाइगर रिजर्व में गिद्ध रेस्टोरेंट संचालित किया जा रहा है. इसका उद्देश्य विलुप्त हो रहे गिद्धों को बचाना है. बता दे कि बीते दो साल में गिद्धों की आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है. 

बस्तर में गिद्धों को बचाने का अनूठा प्लान; वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट कर रहा ये काम

Chhattisgarh News: गिद्ध लगातार विलुप्त होते जा रहे हैं. एक समय ऐसा था जब ये जंगलों में दिखाई देते थे, लेकिन धीरे- धीरे इनकी संख्या कम होती चली जा रही है. हालांकि इन्हें बचाने के लिए छत्तीसगढ़ के बस्तर के इंद्रावती टाइगर रिजर्व में गिद्ध रेस्टोरेंट संचालित किया जा रहा है.  वन्य जीवन विभाग के द्वारा एक खास प्रोजेक्ट के तहत इसका संचालन किया जा रहा है. इसके पीछे का क्या मकसद है क्या उद्देश्य है आइए जानते हैं. 

खास प्रोजेक्ट 
बस्तर संभाग के बीजापुर में स्थित इंद्रावती टाइगर रिजर्व में गिद्धों के संरक्षण के लिए वन्य जीवन विभाग के द्वारा एक खास प्रोजेक्ट के तहत गिद्ध रेस्टोरेंट का संचालन किया जा रहा है, बस्तर के इस इलाके में वर्षों से गिद्धों का बसेरा रहा है लेकिन अब गिद्धों की संख्या घटते हुए केवल रिजर्व के कोर क्षेत्र के आस-पास सीमित हो गई है, कभी-कभी इन्हें गीदम से भोपालपटनम के बीच भी देखा जाता है, गिद्धों को सुरक्षित और पर्याप्त भोजन उपलब्ध हो इसके लिए वाइल्डलाइफ ने यह खास रेस्टोरेंट की शुरुवात डेढ़ साल पहले इस इलाके में की थी.

अब इंद्रावती टाइगर रिजर्व इलाके के भीतर 20 स्थानों पर गिद्धों के लिए भोजन स्थलों की स्थापना की जा रही है, इन स्थलों पर गिद्धों के लिए नियमित रूप से भोजन उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि उनकी संख्या में वृद्धि हो सके और उनका संरक्षण किया जा सके, साल 2021 में यहां 55 गिद्धों की गणना की गई थी, जो अब बढ़कर 200 से अधिक हो गई है, इस वृद्धि को और बढ़ावा देने के लिए जियो टैगिंग का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे गिद्धों की वास्तविक संख्या का पता लगाया जा सकेगा.

तीन तरह के गिद्ध
एक रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि इंद्रावती टाइगर रिजर्व (बीजापुर) में पहले दो तरह के गिद्ध पाए जाते थे, लेकिन अब यहां पर तीन तरह के गिद्ध देखे जा रहे हैं, इसमें भारतीय गिद्ध, एगिपशियन गिद्ध और सफेद पीठ वाला गिद्ध पाए जा रहे हैं. इसके अलावा भी गिद्धों के संरक्षण के लिए और भी कई तरह के काम किए जा रहे हैं. 

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