छत्तीसगढ़ के जशपुर में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. यहां बेरोजगार युवाओं से करीब 30 लाख रुपए ठगी की गई है. पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
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जशपुर: भले ही देश में डिजिटल क्रांति आ गई हो और हर हाथ में मोबाइल के जरिये सूचनाएं लोगों तक पहुंच रही हों, लेकिन ठग भी इतने शातिर हो गए हैं कि पढ़े-लिखे बेरोजगारों को अपना शिकार बना रहे हैं. जशपुर में भी बेरोजगारों को राजस्व विभाग में चपरासी बनाने के नाम पर 30 लाख की ठगी का मामला सामने आया है. इस मामले में कुनकुरी पुलिस ने तहसील के बाबू समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
तहसील में पदस्थ बाबू ने लिए करीब 30 लाख रुपए
कुनकुरी तहसील में पदस्थ सरकारी बाबू बाकायदा कम्प्यूटर और इंटरनेट का सहारा लेकर दर्जनों बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपए वसूल लिए और मंत्रालय के अवर सचिव रीता यादव के डिजिटल सिग्नेचर वाला नियुक्ति पत्र भी थमा दिया. बताया जा रहा है इस तरह से बाबू करीब 30 लाख रुपए की ठगी कर चुका है.
एक साल से परेशान थे बेरोजगार युवक
जब इन बेरोजगार ने नियुक्ति के लिए जगदलपुर गए तो वहां यह आदेश फर्जी पाया गया. जिसके बाद इन लोगों ने ठग बाबू डी एन मिश्रा से पैसे वापस मांगते हुए अपने सारे ओरिजनल डाक्यूमेंट मांगे. इस पर बाबू उन्हें एक साल कर घुमाता रहा. जब वो पैसे देने में आनाकानी करने लगा तो सभी पीड़ितों ने थाने पहुंचकर शिकायत की.
पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने धारा- 420 के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. सक्रियता दिखाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. कुनकुरी एसडीओपी मनीष कुंवर ने कहा कि अभी मामले की पूरी तरह जांच की जा रही है. कोशिश की जा रही है कि पीड़ितों के पैसे जल्द वापस करा दिए जाएं.
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