India Pakistan 1999 Kargil War: कारगिल की लड़ाई पाकिस्तान के दुस्साहस का परिणाम थी. पाकिस्तान की सेना ने एलओसी पार कर भारत की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की थी. वो साल था 1999 और भारतीय जांबाजों ने पाकिस्तानियों के छक्के छुड़ा दिए. 25 साल बाद उस जीत का उत्सव मनाने के लिए प्रधानमंत्री खुद कारगिल जा रहे हैं.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर 26 जुलाई को लद्दाख में होंगे. जी हां, कारगिल के द्रास से आई तस्वीरें पाकिस्तान को बहुत चुभेंगी. भारत ने साल 1999 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध पर विजय हासिल की थी. यह लड़ाई पाकिस्तान की नापाक हरकत का नतीजा थी. लद्दाख के उपराज्यपाल और सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर बी डी मिश्रा ने प्रधानमंत्री के दौरे के संबंध में की गई तैयारियों का जायजा लिया है.
प्रधानमंत्री का पूरा कार्यक्रम
भारत की जीत की 'रजत जयंती' के अवसर पर 24 से 26 जुलाई तक कारगिल जिले के द्रास में भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि मिश्रा ने उपराज्यपाल सचिवालय में एक बैठक की और द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारियों का जायजा लिया.
उपराज्यपाल ने बैठक में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 26 जुलाई को कारगिल युद्ध स्मारक आएंगे और कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले समारोह मे शामिल होंगे. प्रवक्ता ने बताया कि बैठक में द्रास हेलीपैड पर सुरक्षा और स्वागत, उनके काफिले के लिए आवश्यक व्यवस्था, स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित किए जाने की प्रक्रिया, युद्ध में शहीद हुए जवानों की पत्नियों के साथ बातचीत सहित कई तैयारियों पर चर्चा की गई.
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उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल ने 8 माउंटेन डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल सचिन मलिक से द्रास ब्रिगेड हेलीपैड पर व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली. प्रवक्ता ने बताया कि मिश्रा ने संबंधित अधिकारियों को सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर पूरी करने के निर्देश दिए.
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मेजर जनरल मलिक ने कहा कि प्रधानमंत्री 26 जुलाई की सुबह द्रास ब्रिगेड हेलीपैड पर उतरेंगे और सेना के अधिकारी उनका स्वागत करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कारगिल युद्ध स्मारक के लिए रवाना होने से पहले एक कक्ष में आराम करेंगे. मेजर जनरल मलिक ने बताया कि प्रधानमंत्री शहीदों को दी जाने वाले पुष्पांजलि समारोह में शामिल होंगे और उसके बाद 'शहीद मार्ग' (वॉल ऑफ फेम) का दौरा करेंगे. उन्होंने कहा कि वह आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर करेंगे और कारगिल युद्ध की कलाकृतियों के संग्रहालय का निरीक्षण करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री 'वीर नारियों' (युद्ध में शहीद हुए जवानों की पत्नियां) से बातचीत भी करेंगे और वीर भूमि का दौरा करेंगे. इसके साथ ही वह 'शिंकू ला सुरंग' का डिजिटल तरीके से उद्घाटन करेंगे. (भाषा)