Chintels Paradiso Society: गुरुग्राम के चिंटल्स पैराडिसो सोसायटी के ए, बी और सी टॉवर भी असुरक्षित हैं और इन्हें जल्द खाली करने के लिए कहा गया है. पिछले साल डी, ई, एफ, जी, एच और जे टावर को रहने के हिसाब से असुरक्षित घोषित कर दिया था.
Trending Photos
गुरुग्राम के चिंटल्स पैराडिसो सोसायटी (Chintels Paradiso Society) के ए, बी और सी टॉवरों को भी अब गिराया जाएगा और असुरक्षित बताते हुए इन्हें जल्द खाली करने के लिए कहा गया है. चिंटल्स इंडिया की लीगल टीम ने सोमवार को जिला प्रशासन को एक पत्र भेजा, जिसमें इन टावरों को जल्दी खाली करने और गिराने की मंजूरी मांगी गई है. यह पत्र उपायुक्त को भेजा गया है और इसकी एक कॉपी अतिरिक्त उपायुक्त, डीटीपी (एनफोर्समेंट) और चिंटल्स पैराडिसो रेजिडेंट वेलफेयर असोसिएशन (RWA) को भी दी गई है.
सभी 9 टावर असुरक्षित, 7 को गिराने के पहले से आदेश
बता दें कि चिंटल पैराडाइसो सोसाइटी (Chintels Paradiso Society) में ए, बी, सी, डी, ई, एफ, जी, एच और जे कुल 9 टावर हैं. कंपनी ने कहा है कि नौ टावरों के संरचनात्मक ऑडिट के लिए सीएसआईआर-सीबीआरआई (CSIR-CBRI) को नियुक्त किया गया था. पिछले साल डी, ई, एफ, जी, एच और जे टावर को रहने के हिसाब से असुरक्षित घोषित कर दिया था. इनको गिराने का आदेश है. अब 22 नवंबर 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, टावर बी को भी असुरक्षित घोषित कर दिया गया है. इसके बाद कंपनी ने मांग की है कि ए, बी और सी टावरों को तत्काल खाली कराकर गिराने का आदेश दिया जाए. ताकि किसी तरह की घटना होने से बचा जा सके.
घर खाली कराने पर मिलेंगे इतने पैसे
रिपोर्ट के अनुसार, चिंटल्स इंडिया ने जिला प्रशासन को लिखे पत्र में कहा है कि टावर खाली करने वालों को शिफ्टिंग के लिए 40-40 हजार रुपये दिए जाएंगे. इसके साथ ही कंपनी ने फ्लैट्स के मौजूदा बाजार मूल्य और इंटीरियर के खर्च का आकलन करने के बाद उचित मुआवजा देने का भी आश्वासन दिया है. कंपनी ने पत्र में यह भी बताया है कि यदि टावर खाली नहीं किए गए तो कोई घटना हो सकती है और अगर ऐसा होता है तो कंपनी इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगी. हालांकि, अब इस पर आखिरी फैसला जिला प्रशासन को लेना है.
एडिफाइस इंजीनियरिंग गिराएगी टावर
चिंटल्स इंडिया ने बताया कि चिंटल पैराडाइसो सोसाइटी (Chintels Paradiso Society) के पहले से असुरक्षित घोषित टावरों को गिराने का काम एडिफाइस इंजीनियरिंग को दिया गया है. कंपनी ने बताया है कि एडिफाइस इंजीनियरिंग को ही टावर बी गिराने का भी ठेका दे दिया गया है और यहीं कंपनी इस टावर को भी गिराएगी.