GameOver: चेतन शर्मा के वो बयान जिससे क्रिकेट जगत में आया भूचाल, छिन गई चीफ सेलेक्टर की कुर्सी
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GameOver: चेतन शर्मा के वो बयान जिससे क्रिकेट जगत में आया भूचाल, छिन गई चीफ सेलेक्टर की कुर्सी

Operation GameOver details: पूरे देशभर में एक बार फिर से जी न्यूज़ के स्टिंग ऑपरेशन की चर्चा हो रही है. Zee News के कैमरे पर चेतन शर्मा से हुए सनसनीखेज सवाल-जवाब का सिलसिला कैसे आगे बढ़ा? आइए आपको बताते हैं 

GameOver: चेतन शर्मा के वो बयान जिससे क्रिकेट जगत में आया भूचाल, छिन गई चीफ सेलेक्टर की कुर्सी

Operation GameOver: ज़ी न्यूज़ (Zee News) के स्टिंग ऑपरेशन GameOver ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की जड़ों को हिलाकर रख दिया है. जी मीडिया का ये 'ऑपरेशन गेमओवर' एक मील का पत्थर साबित हुआ. 'ऑपरेशन गेमओवर' इतना सटीक था कि इसकी विश्‍वसनीयता पर कोई अंगुली तक नहीं उठा सका. भारतीय क्रिकेट के इतिहास के इस सबसे बड़े स्टिंग ऑपरेशन के बाद चेतन शर्मा को बीसीसीआई के अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. ऐसे में आइए आपको हमारे रिपोर्टर और चेतन शर्मा के बीच हुए पूरे संवाद के मुख्य अंश आपको बताते हैं.

रिपोर्टर: टीम इंडिया में खिलाड़ियों की सोच, इंजरी और सेलेक्शन को लेकर आप क्या कहेंगे?

चेतन शर्मा- कोई भी प्लेयर खराब करना नहीं चाहता है सब स्टार बनना चाहते हैं सब सुपरस्टार विराट कोहली बनना चाहते हैं तो मैं उठकर बोलूं क्यों लड़का जानबूझकर कर रहा है कोई जानबूझकर रहा है. कोई नहीं करता है. कुछ प्लेयर ऐसे होते हैं जो बोलते हैं कि मुझे खेलना है. हम उसे टीम से हटाते हैं उनको. कोई बात नहीं बेटा क्योंकि लड़के को पता है मैं हटा कोई दूसरा आया. 

चेतन शर्मा- अब जैसे वो (ऋषभ पंत) इंजर्ड हुआ.. इशान किशन अंदर आया अभी कितनों को डुबा कर ले जाएगा. ऋषभ पंत की प्रॉब्लम आ गई शिखर धवन लिटरली बाहर हो गया टीम से संजू सैमसंग फंस गया एक नॉक ने 3 लड़कों को लटका दिया. सेलेक्टर्स के लिए मुसीबत खड़ी हो गई. अब तुम कैसे डालोगे तीन-तीन विकेटकीपर टीम में केएल राहुल विकेट कीपिंग करता है इशान किशन है ही टीम में. अब डाल के दिखाओ तीसरा विकेटकीपर. अब संजू सैमसन को नहीं डालोगे वो भी अच्छा करता है तो ट्विटर पर तुम्हारी..... उड़ा देंगे...

रिपोर्टर: फिर भी सर इशान किशन ने जो किया उसको तो टीम में लेना ही पड़ेगा.

चेतन शर्मा- तो इसलिए कोई प्लेयर जगह छोड़ना ही नहीं चाहता उसको पता है अगर कोई आया अगर उसने कुछ ऐसा कर दिया तो भाई साहब 2 साल मुझे वेट करना पड़ेगा इसलिए वह इस बारे में हमेशा चौकन्ना रहता है.

रिपोर्टर: तो ये लोग अपनी चोट छिपा लेते हैं?

चेतन शर्मा- 10% से 15% इधर-उधर होते भी हैं ना. 85 प्रतिशत पर हमें बोलते हैं कि सर खेलने दो हमें पर मेडिकल साइंस उन्हें क्लियर नहीं करती है ये प्रॉब्लम आती है. दरअसल प्लेयर तो खेलना चाहता है, प्लेयर कभी मना नहीं करता अब जैसे बुमराह झुक ही नहीं पा रहा है तो क्या करेगा. एक दो ऐसा मेजर इंजरी होता है अदरवाइज 80 परसेंट पर भी ये लोग... ये तो बदमाश ऐसे हैं चुपचाप कोने में जा कर इंजेक्शन लेकर कहेंगे हम तो फिट हैं सर.

रिपोर्टर: पेन किलर सर...

चेतन शर्मा- पेन किलर नहीं... इंजेक्शन लेते हैं पता भी नहीं लगता.. पेन किलर का तो प्रिस्किप्शन लेना पड़ेगा ना.. एंटी डोपिंग में आ जाएगी. इंजेक्शन का तो उन्हें सीधा पता है कि कौन सा इंजेक्शन है जो एंटी डोपिंग में नहीं आते हैं.

रिपोर्टर: खुद से ही...

चेतन शर्मा- नहीं अरे ये इतने बड़े सुपरस्टार हैं इनके पास डॉक्टरों की कमी है क्या. एक फोन करेंगे, रात को डॉक्टर आएगा घर पर लगा कर चला जाएगा. 

रिपोर्टर: आप लोग भी तो अलाऊ करते होगे न... सारी चीज़े

चेतन शर्मा- हमें पता ही नहीं है लगता.

रिपोर्टर: सर को कैसे पता लगेगा?

चेतन शर्मा- आप मैच खेलते हो आप 6:00 तक ग्राउंड में रहते हो वही टीम मैनेजमेंट है वही सारा कुछ है. बस से आप उतर के आप अपने कमरे में गए मैं कोई आपके पीछे आदमी थोड़ी लगा कर रखूंगा कहां जा रहे हैं किस को मिल रहे हैं मुझे तो नहीं पता मेरी भी लाइफ है मुझे भी कहीं जाना है मुझे वॉक करना है डिनर पर जाना है सब अपना अपना. सब लोग अपना अलग-अलग हैं. 

रिपोर्टर: लेकिन आई कैन नॉट ब्रेक द रूल ये चीज तो फॉलो होगी ना.

चेतन शर्मा- I Cant brake the rule... I Don’t know who is breaking the rule. We don't know who's breaking the rule ना... हमें पता ही नही लगता. 

रिपोर्टर: क्या आप ऐसी चीजों को होने देंगे?

चेतन शर्मा- हमें पता ही नहीं लगता कि ऐसा कुछ हो रहा है.

रिपोर्टर: सामने ये डर होगा ना कि ऐसे नहीं कर सकते. 1 परसेंट का सर क्योंकि अगर आपने कहा स्ट्रिक्ट एक्शन आप ले लेते हैं.
क्योंकि इस तरीके की चीजें बहुत तेजी से फैल भी जाती हैं. 

चेतन शर्मा- 99.99% लड़का सीधा पहले एनसीए रिपोर्ट करता है. एक आधा परसेंट जिसको लगता है कि यार ऐसा हो सकता है.करता भी होगा ऐसा. हमें नहीं पता. We cannot say that कि हां करता है. हम ये भी नहीं कह सकते कि नहीं करता. हमारे तक बात नहीं आती. कितनी बातें आएंगी यार. 2500 लड़का खेल रहा है और उनको कंट्रोल करने के लिए हम 5 लोग हैं. 5 भी नहीं. अब तो 4 बचे और 4 में से 2 ने ही अप्लाई किया. 

बुमराह की इंजरी पर बातचीत

चेतन शर्मा- आया फिट था वो(बुमराह). अब वो (बुमराह) फिट हुआ तो हमने ये प्लान किया. कि सिर्फ दो मैच बचे थे. सीधा वर्ल्ड कप जाने के लिए...मेरा प्वाइंट ये था कि हम तीसरा मैच खिलाते इसको पर राहुल द्रविड़ और रोहित चाहते थे कि पाजी हम इसको दूसरा मैच खिलाते हैं. उसके बाद हम तीसरे में इसको रेस्ट देते हैं. इसको जल्दी भेज देते हैं ऑस्ट्रेलिया. जो हमारे प्रैक्टिस मैच है वहां हम इसको तीन चार में से दो खिलाएंगे. ठीक है तो मैंने बुमराह से बात की तो बुमराह तो पहला खेलना चाह रहा था. उसने कहा कि सर मैं तो पहला ही खेलना चाह रहा हूं.

मैंने बोला नहीं नहीं! पहला नहीं खेल रहा है दूसरा खेलना. जब वो दूसरा खेला तो शाम को वो थोड़ा सा परेशान था तो मेरे पास फोन आया कि सर थोड़ा हम स्कैन के लिए भेज देते हैं...second match (आवाज़ साफ नहीं) .... अब मैनेजमेंट फंस गई . सेलेक्टर फंस गए कि यार ये अगर थोड़ा कंप्लेन कर रहा है ..अगर हमने इसको ऑस्ट्रेलिया उड़ा दिया हमने और वर्ल्ड कप की टीम में डाल दिया. टीम तो अनाउंस हो जाती है उसके बाद चेंज तो नहीं कर सकते है. फिर हमें उसके लिए पूरा प्रोसीजर करना पड़ता है.

इससे पूछा कि तेरा क्या सीन है तो बोला कि नहीं नहीं सर! मैं बिल्कुल ठीक हूं... फिर दूसरा मैच खेला. दूसरे मैच के बीच में शाम को मुझे मैसेज आता है कि हम दोबारा स्कैन के लिए ले जा रहे हैं जब उन्होंने स्कैन किया तो स्कैन में कुछ ऐसी चीज देखी कि ये वर्ल्ड कप में जाएगा ज़रूर. चला जाएगा. एक मैच या दो मैच में ही टूट जाएगा. 

अगर हमने सर इसको खिलाया तो He will be out of the scene for at least an year (वो कम से कम एक साल के लिए बाहर हो जाएगा). अब सेलेक्शन कमेटी फंस गई. स्पोर्ट्स साइंस भी फंस गई कि अब क्या करें यार हम. अब क्या होता है. हम तीनों बैठते हैं साथ में कि अब क्या करें?

चेतन शर्मा- हमने बुमराह को बुलाया. फिर बात हुई तो कह रहा है सर नही खींच पाऊंगा मैं. I will break down.. कोई फायदा नहीं होगा.. टीम भी मरेगी. उसके अंदर. प्लानिंग नहीं होगी आपको तो Let it go... तो हमने बुमराह को छोड़ दिया.

अगर उसको हमने खिलाना ही होता पाकिस्तान वाला मैच तो हम ले जाते. खिला देते. लेकिन अगर मैच के बीच में दो ओवर डालकर इंजर्ड हो जाता अगर तो भाई साहब ना हम मुंह दिखाने लायक रहते कहीं. फिर वही स्पोर्ट्स साइंस वालों की नौकरी चली जाती आधी. आधी हमारी चली जाती किसी की. 

चेतन शर्मा- मुझे लगता है कि This guy can replace virat kohli. just giving you an example. जिसकी भी बात हो. ये लड़का बड़ा अच्छा है. विराट नहीं अच्छा कर रहा है तो हम ऐसा करते हैं कि विराट को ब्रेक देकर इसको खिलाते हैं. जब हम लोग ये करने जाते हैं. हम 5 सेलेक्टर होते हैं. पहले तो हमें पांचों को जो बोलना होता है वो बड़ा टफ काम है. बहुत शातिर होना पड़ता है इसमें. मेरा इसलिए फायदा हो गया क्योंकि मैं पॉलिटिशियन था. आपको अपने लोगों को कंट्रोल करना होता है. यार एक प्लेटफॉर्म पर रहेंगे. ये ना हो कि यहां कुछ बोला और मीटिंग में जाकर कुछ उल्टा हो गया. तो मेरे दो साल में कभी एक बार भी वोटिंग नहीं हुई. मैंने वोटिंग नहीं होने दिया. वोटिंग का मतलब होता है. हम 5 सेलेक्टर्स होते हैं लेकिन वोट एक ही होता है.

रिपोर्टर: मीटिंग में क्या होता है?

चेतन शर्मा- हमारी मीटिंग 20 मिनट से ज्यादा नहीं चलती. हम जाते हैं, बैठते हैं 3 घंटे अंदर लेकिन कोई डिस्कशन नहीं होता. कैप्टन आता है, बात करता है. अब रोहित मेरे बच्चे की तरह है. विराट मेरे साथ. बहुत इत्ते-इत्ते से देखे हैं मैंने. 

रिपोर्टर- पांड्या को लेकर ऐसी बातें चल रही है.. कि अगला कैप्टन वहीं होंगे?

चेतन शर्मा- हम ही कैप्टन बनाएंगे. हमारी प्लानिंग है ना और थोड़ा किसी की. चेयरमैन का पूरा रोल रहता है. उसके बिना कुछ नहीं. हमने मना कर दिया तो नहीं होगा.

चेतन शर्मा- He is the future for INDIA. हार्दिक वो भारत का फ्यूचर है. वो बेहद विनम्र और नाइस क्रिकेटर है.

रिपोर्टर: टीम में Favouritism (पक्षपात) भी होता है?

चेतन शर्मा- देखो Favouritism (पक्षपात) नहीं होता. ये गलत वर्ड है. क्या होता है ना. Liking-Disliking होती है. कोई प्लेयर आप देखते हो. आपका नज़रिया अलग है. दूसरा इंसान देखता है  तो उसका नज़रिया अलग है तो वो होता है. कोई किसी खिलाड़ी को थोड़ा ज्यादा पसंद करता है कोई किसी को थोड़ा कम.

रिपोर्टर: सर जब आप सेलेक्टर बने उसी दौरान सर ये विराट कोहली और सौरव गांगुली का एक विवाद आया. बाकायदा मीडिया में भी बोला... उस विवाद के बारे में हल्का सा बताइए.

चेतन शर्मा- देखो इस समय मैं सीट पर रहूंगा.. इस समय मैं बता नहीं पाऊंगा. 

रिपोर्टर: ये ऑफ द रिकॉर्ड है सर.. मैं आपके हवाले से कहीं मैं फिल्म में नहीं लिख रहा हूं. हमारी आपकी मुलाकात ही नहीं हुई है. ये सब तो मेरा सारा रिसर्च है. 

चेतन शर्मा- देखिए वो क्या होता है ना कि प्लेयर और प्रेजिडेंट के बीच में जो विवाद होता है ना... बहुत खतरनाक हो जाता है।

रिपोर्टर: ठीक है सर 

चेतन शर्मा- वो खतरनाक विवाद है. वो क्या है कि वो प्लेयर अगेंस्ट बीसीसीआई हो जाता है. प्रेसिडेंट तो BCCI है ना. उसमें गलती किसकी है किसकी नहीं है वो बाद में देखी जाएगी. लेकिन ये सीधा बीसीसीआई पर अटैक होता है. सब प्लेयर को मना किया जाता है. नुकसान प्लेयर का ही होगा. उसमें क्या होगा कि उसमें सब इकट्ठे हो जाएंगे. बेशक गलती प्रेसिडेंट की ही हो.

चेतन शर्मा- जब प्लेयर थोड़ा बड़ा हो जाए तो उसे लगता है कि वो बहुत बड़ा हो गया. बोर्ड से भी बड़ा हो गया. तो फिर उसको लगता है कि मेरा तो कोई कुछ कर ही नहीं सकता ना. मेरा तो बाल भी बांका कोई नहीं कर सकता. मेरे बिना तो क्रिकेट बंद हो जाएगा इंडिया में. कभी हुआ हैबड़े-बड़े आए, बड़े-बड़े गए. क्रिकेट तो वहीं का वहीं रहता है. तो वो उसने उस समय हिट मारने की कोशिश की प्रेसिडेंट को. मुझको तो सौरव गांगुली ने कभी ये बात बोली ही नहीं थी. तो ये बड़ा इस्यू  हो गया या तो प्रेसिडेंट ने झूठ बोला या विराट सच बोल रहा है. बहुत बड़ा इश्यू हो गया. अरे तभी तो हंगामा हो गया. 

ये इगो का विवाद है. वो कहता मैं बड़ा हूं. वो कहता मैं बड़ा हूं. सौरव गांगुली भी कप्तान रहा है देश का. बहुत बड़ा कप्तान. मोस्ट ट्रस्टवर्दी और उसे आज भी सबसे कामयाब कप्तान कहा जाता है. अब विराट को लगता है वो सबसे ज्यादा कामयाब है. इसने बोला. उसने बोला वो झूठ बोल रहा है. तो टकराव हो गया. 

चेतन शर्मा- क्यों कहा विराट ने... वो कप्तान बनकर जा रहा था साउथ अफ्रीका? प्रेस कॉन्फ्रेंस जो होती है वो टीम के बारे में होती है. इस टॉपिक को लाने की जरूरत भी नहीं थी वहां पर लेकिन वो इस टॉपिक को लेकर आया. जानबूझकर लेकर आया.

रिपोर्टर: कौन?

चेतन शर्मा- विराट

रिपोर्टर: उसका मकसद क्या था?

चेतन शर्मा- अब यही मकसद तो वही बता सकता है.

रिपोर्टर: फिर भी हल्का सा बताइए ना. एक दो लाइन...

चेतन शर्मा- मकसद तो यही कि उसे लग रहा था मेरी जो कैप्टंसी गई है वो प्रेसिडेंट की वजह से गई है.

चेतन शर्मा- गांगुली ने कहीं स्टेटमेंट दिया कि जब हम लोग विराट कोहली हमसे बात कर रहा था कि मुझे captaincy छोड़नी है तो मैंने उसको मना किया कि कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए.

रिपोर्टर: मतलब कि गांगुली ने मना किया कि कप्तानी नहीं छोड़ना ?

चेतन शर्मा- ये उसने मीडिया में बोला.

रिपोर्टर: हां

चेतन शर्मा- दूसरी तरफ विराट मीडिया में जाकर बोला कि मुझे कभी भी प्रेसिडेंट ने ये बात बोली ही नहीं. इससे कंट्रोवर्सी आ गई.बोर्ड versus प्लेयर हो गया था.

रिपोर्टर: पर सच्चाई...है क्या सर ?

चेतन शर्मा- बोला था उसने... नॉर्मल है.. बोला था सौरव गांगुली ने कि सोच लो एक बार. जो  might be video conference में विराट ने नही सुना होगा. वहां तो नौ लोग बैठे थे. एक तो आदमी होता नहीं है. सारे लोग थे, मैं भी था सारे सेलेक्टर थे. बोर्ड के सारे प्रेसिडेंट थे. या तो विराट ने सुना नहीं या फिर विराट ने क्या मुझे नहीं पता.

रिपोर्टर: विराट ने झूठ बोला ?

चेतन शर्मा- हमें नहीं पता, विराट को पता होगा. क्यों कहा विराट ने.और कोई... वो ऐज ए कैप्टन साउथ अफ्रीका जा रहा था.. प्रेस कॉन्फ्रेंस जो होती है वो टीम के बारे में होती है. इस टॉपिक को लाने की जरूरत ही नहीं थी वहां पर लेकिन वो इस टॉपिक को वहां पर लेकर 
अब उसका मकसद क्या था ये तो वही बता सकता है. 

रिपोर्टर: सच्चाई क्या है ?

चेतन शर्मा- सच्चाई ये थी कि बात तो हुई थी. 6 लोग या 8/9 लोग बैठे थे बात तो हुई थी.

रिपोर्टर: मतलब कि गांगुली ने कही थी यह बात

चेतन शर्मा- गांगुली ने कहा था. विराट झूठ बोल रहा था. पर विराट ने क्यों बोला झूठ आज तक किसी को नहीं पता. ये उसका पर्सनल मैटर है. उसमें कंट्रोवर्सी हो गया था... बोर्ड versus प्लेयर हो गया था

रिपोर्टर: इसमें विराट कोहली झूठ क्यों बोला ?

चेतन शर्मा-  मकसद यही था कि उसको लगा कि मुझे जो वाइट बॉल captaincy से हटाया गया है उसमें सौरव गांगुली का हाथ है

रिपोर्टर: मतलब कि सौरव गांगुली हटाना चाहते हैं.

चेतन शर्मा- हटा दिया...

रिपोर्टर: अच्छा हटा दिया तो उसके जगह किसको लाना चाहते हैं सौरव गांगुली ?

चेतन शर्मा- रोहित शर्मा आ तो गया था. ये बहुत बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी है. आपको समझ में नहीं आ रही है. आप क्रिकेट में नहीं घुस रहे हो ये बहुत बड़ी बात बोल रहा हूं मैं. दो ईगो का टकराव  है एक जो सोच रहा है कि मुझे जो हटाया गया है कप्तानी से या गांगुली ने हटाया है तो वो उसने स्टेटमेंट दिया कि उसको बदनाम करने के लिए गांगुली उल्टी सीधी  हरकतें कर रहे हैं. ये बताने की कोशिश की उसने मीडिया में जो कि उस पर उल्टा पड़ गया. 

रिपोर्टर: इसको हम ऑफ रिकॉर्ड आपसे बता रहे हैं कि वीडियो में जोड़ लेते हैं गांगुली जो है रोहित शर्मा को फेवर कर रहे थे.

चेतन शर्मा- अब ये तो गांगुली ही बता सकते हैं.

रिपोर्टर: सर हम लाइन खींच रहे हैं तार खींच रहे हैं...

चेतन शर्मा- सहयोगी_नहीं ये सर के ऊपर आ जाएगा ...

रिपोर्टर: सर आपके ऊपर क्यों आएगा ये ?

चेतन शर्मा- कप्तान तो मैंने बनाया ना...

रिपोर्टर: सर विवाद चल रहा है मान लीजिए.

चेतन शर्मा- ये मत कहो कि रोहित शर्मा को फेवर कर रहे थे. आप ये बताओ कि विराट कोहली को पसंद नहीं कर रहे थे. उल्टा चलो ना

रिपोर्टर: क्या हुआ था किस बात का ईगो था.. विराट कोहली को अचानक कप्तानी से क्यों हटा दिया गया ?

चेतन शर्मा- देखिए हटाना तो सेलेक्टर का काम होता है सेलेक्टर ने हटाया क्योंकि एक फॉर्मेट में एक कप्तान रखना था ये नॉर्मल प्रोसीजर है उसको पता भी है. विराट कोहली ने जब मीडिया में खबर आई कि विराट कोहली ने मना कर दिया है T-20 की कप्तानी के लिए..तो हम लोगों ने ये कहा कि अगर वो T-20 की कप्तानी नहीं करेगा तो हम वनडे से भी उसे हटा देंगे. सेलेक्टर्स की ये सोच थी.

चेतन शर्मा - देखो क्या होता है जब कैप्टेन चेंज किया जाता है तो सेलेक्टर्स और बोर्ड साथ बैठकर सेलेक्ट करते हैं. ये कैप्टन के लिए. वैसे सेलेक्शन होता है तो सेलेक्शन कमेटी सेलेक्शन करती है. लेकिन जब कैप्टन का मामला होता है तो आप बैठकर बातचीत करते हो.. वो विराट को भी पता है तो उसको लगा कि सौरव गांगुली का इसमें बहुत बड़ा रोल था कि मुझे कैप्टेंसी से हटाया गया. पर सेलेक्टर्स की सोच अलग थी. सेलेक्टर्स की सोच थी कि WHITE बॉल क्रिकेट है वो एक कैप्टन करेगा. और रेड बॉल क्रिकेट कैप्टन एक करेगा. हम दोंनो को मिक्स नही करेंगे.

रिपोर्टर: मतलब कि एक चयनकर्ता के तौर पर आप लोगों का एक्सपेरिमेंट था ये ?

चेतन शर्मा- एक्सपेरिमेंट नहीं है नॉर्मल प्रोसीजर होता है वाइट बॉल कैप्टन अलग होता है रेड बॉल कैप्टन अलग होता है.

रिपोर्टर: अच्छा ऐसा होता है ???

जब तक कि सेलेक्टर एक्सपेरिमेंट करना चाहे. जैसे कि एक व्हाइट बॉल का अलग. रेड बॉल का अलग. फिर एक व्हाइट बॉल का एक अलग. वो होगा एक्सपेरिमेंट. जैसे अब हो रहा है एक्सपेरिमेंट हार्दिक पांड्या टी20 का कप्तान है और ये इधर रोहित शर्मा वनडे का कैप्टन है. रोहित शर्मा टेस्ट का कैप्टन है. ये एक्सपेरिमेंट हो रहा है.

रिपोर्टर: सर हमने कई रिपोर्ट देखी हैं. रोहित शर्मा और विराट कोहली इन में क्यों विवाद है ?

चेतन शर्मा-  कोई विवाद नहीं है ये बस मीडिया की कयासबाजी है. 

रिपोर्टर: अच्छा

चेतन शर्मा- देखिए जब दो बड़े नेता बैठे होते हैं आमने सामने एक EGO तो रहता है ना छोटा-मोटा. मैंने बोला यार ये लड़का बहुत अच्छा है. उसने कहा नहीं नहीं नहीं नहीं.. वो है... विवाद कुछ नहीं है.

रिपोर्टर: हमने अखबार में पढ़ा था इन दोनों में... विराट और रोहित में खींचातानी है ?

चेतन शर्मा- कुछ नहीं है. जैसे अमिताभ बच्चन जी और धर्मेंद्र जी की दो शख्सियत होती थी ना.. लोग कहते थे ना कि.. कुछ नहीं होता. ये बस एक ईगो है. जो कुछ नहीं होता वो मीडिया कर देता है.

रिपोर्टर: विराट जब बाहर गए और उसके बाद...

चेतन शर्मा- रोहित ने सपोर्ट किया था. विराट जब बुरे फॉर्म से गुजर रहा था. तब सबसे ज्यादा सपोर्ट रोहित कर रहा था. जब रोहित का प्रॉब्लम हुआ तो विराट ने सपोर्ट किया. 

चेतन शर्मा- ये वो टीम तो नहीं है कि 40 लोगों की टीम है. 15 की टीम है. आपके ऊपर.. (आवाज़ साफ नहीं)..
आप होटल से बाहर जा नहीं सकते. आपका एक प्लेयर लाउंज है. आपका एक टीम रूम है. एक आपका वॉर रूम है. तीन चीजें होती है. होटल के अंदर तीनों जगहों पर सेलेक्टर्स घूम रहा होता है वो वॉच कर रहा होता है आपको कोई भी सेलेक्टर. जैसे मैं हूं या मैंने किसी की ड्यूटी लगाई. वो वॉच कर रहा होता है. 

इन्हें पता होता है कि हल्का सा धुआं भी उठेगा ना तो एक मिनट में एक्शन हो जाएगा. वो सीधा मुझे फोन करेगा. मैं बोर्ड को फोन करूंगा. दोनों को बुलाकर खड़ा कर देंगे. हां इधर आओ, खेलना है क्रिकेट या नहीं. हम तो सीधा ऐसे बोलते हैं खेलना है.. नहीं खेलना.. नहीं खेलना. 

ओके थैंक्यू. We Dont need you. हमें आपकी जरूरत नहीं... हिंदुस्तान में 1 लाख आदमी बैठा है.. इसलिए ये कहने की बाते हैं. 

चेतन शर्मा- हमलोग जो हैं. हम 5 लोग प्लान करते हैं देश के लिए. पूरे हिंदुस्तान का क्रिकेट ये 5 लोग चला रहे हैं. कौन खेलेगा इंडिया के लिए ये हमने डिसाइड करना है. कौन फ्यूचर है ये हमने डिसाइड करना है. 

चेतन शर्मा- उनको भी पता है. उनका टाइम 5 साल का है. कहीं कंट्रोवर्सी में फंस गए तो भाई छोड़ेंगे नहीं. बीसीसीआई का सीधा-सीधा रूल है. हम लोग सीधा मेल डालते हैं. हम लोग इंस्ट्रक्शन देते हैं कि ये मैच खेल रहा है. ये नहीं खेल रहा.. ये खेलना है.. ये नहीं खेलना है. वो मैं करता हूं. अगर आपने उसे फॉलो नहीं किया तो एक्शन हो जाएगा आप पर. उनको भी दिख रहा है यार... एक साल में 300-500 करोड़ कमा रहे हैं. छोटा पैसा थोड़े है. 5 साल खेल जाएंगे तो 2000 करोड़ कमा लिए तो ज़िंदगी में कुछ और काम करने की ज़रूरत नहीं. उसके बाद कर लेंगे ऐश यार. क्या प्रॉब्लम है. 

रिपोर्टर: अभी विराट की भी बातें चल रही हैं ..खैर कैप्टेंसी तो उसने छोड़ दी है...

चेतन शर्मा- देखो वो क्या होता है कि पब्लिक के लिए (आवाज़ साफ नहीं।)
जैसे सेलेक्टर्स होते हैं..  सेलेक्टर्स बहुत मेन रोल करते हैं. सेलेक्टर्स के साथ टच में रहते हैं. जैसे रोहित मेरे से आज सुबह आधा घंटा बात कर रहा था तो डिपेंड करता है कि कौन सा सेलेक्टर बैठा है. मैं अलग किस्म का इंसान हूं.. मेरे साथ सभी..... जो मेरे से रोहित ने बात की ना, वो इस कमरे के बाहर नहीं जाएगी. एक तो मैं मीडिया का आदमी हूं. मेरा पेट बहुत मजबूत है. अभी जो खेल रहे हैं  जिनको मुझसे बात करनी है वो आते रहते हैं. जैसे हार्दिक आया हुआ था. हार्दिक यहीं लेटा हुआ था. अभी दीपक हुड्डा आया था. अभी उमेश यादव उस दिन मुझे मिलने आया. वो देखो क्या होता है उनको बात करनी है चेयरमैन से. तीनों को अपने फ्यूचर का देखना होता है. हार्दिक को आगे की डिस्कशन करनी है. जो मेरे घर में बात हो सकती है वो कहीं नहीं हो सकती. हार्दिक उस दिन दिल्ली में लैंड किया. सीधे मुझे फोन किया कि सर कहां हो. मैंने कहा घर पर हूं. वो रात को ही आया. 

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