DNA Analysis: कुटुंब में एक-दो नहीं बल्कि 150 से ज्यादा डॉक्टर, क्या आप मिले हैं दिल्ली की इस अनोखी फैमिली से
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DNA Analysis: कुटुंब में एक-दो नहीं बल्कि 150 से ज्यादा डॉक्टर, क्या आप मिले हैं दिल्ली की इस अनोखी फैमिली से

DNA on National Doctors Day 2022: देश में 1 जुलाई को National Doctor's Day के रूप में मनाया जाता है. क्या आप जानते हैं कि दिल्ली में एक ऐसा परिवार रहता है, जिसमें 1-2 नहीं बल्कि 150 से ज्यादा डॉक्टर्स हैं.

DNA Analysis: कुटुंब में एक-दो नहीं बल्कि 150 से ज्यादा डॉक्टर, क्या आप मिले हैं दिल्ली की इस अनोखी फैमिली से

DNA on National Doctors Day 2022: देश में 1 जुलाई को National Doctor's Day के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर हम आपको एक ऐसे परिवार के बारे में बताते हैं, जिसने देश को एक दो या तीन नहीं बल्कि 150 डॉक्टर्स दिए हैं. यानी ये एक ऐसा परिवार (Doctor Family) है, जिसमें सभी लोग डॉक्टर हैं.

कुटुंब में 150 से ज्यादा डॉक्टर

आज जब हमारे देश में हर 1400 लोगों पर सिर्फ एक डॉक्टर है, तब दिल्ली में रहने वाला ये परिवार ऐसे लोगों के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है, जो डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं. देश को 150 डॉक्टर्स देने वाला ये परिवार (Doctor Family) आजादी से पहले जलालपूर जट्टां नाम के एक शहर में रहता था. ये शहर आज पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है. वर्ष 1920 में इस परिवार के मुखिया लाला जीवनमल ने पहली बार अपना अस्पताल शुरू किया और इस अस्पताल को शुरू करने की प्रेरणा उन्हें महात्मा गांधी से मिली थी.

परिवार में 150 से ज्यादा डॉक्टर

उस जमाने में लाला जीवनमल ने तय किया कि वो अपने चारों बेटों को डॉक्टर बनाएंगे. ये वही समय था, जहां से इस परिवार में हर सदस्य के डॉक्टर बनने की एक नई परम्परा की शुरुआत हुई. आजादी के बाद ये परिवार (Doctor Family) पाकिस्तान से विस्थापित होकर दिल्ली आ गया. तब से लेकर अब तक ये परिवार 150 डॉक्टर देश को दे चुका है.  ये परिवार सबरवाल परिवार के नाम से मशहूर है.

पिछले लगभग दो साल से पूरी दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में है. इस दौरान हमारे डॉक्टर्स ने एक फाइटर की तरह इस महामारी के खिलाफ़ युद्ध लड़ा है. वैसे वर्ष 1991 से ही हर साल 1 जुलाई को National Doctor's Day के रूप में मनाया जाता है.

डॉ. बिधान चंद्र रॉय को समर्पित है नेशनल डॉक्टर्स डे

दरअसल 1 जुलाई को ही महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय का वर्ष 1882 में जन्म हुआ था. उससे भी बड़ा संयोग ये है कि उनका निधन भी 1 जुलाई 1962 को ही हुआ. इसी वजह से देशभर के Doctors को 1 जुलाई का दिन समर्पित किया गया है.

डॉक्टर विधान चंद्र रॉय (Dr. Bidhan Chandra Roy) को महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू के Doctor के तौर पर भी याद किया जाता है. मरीजों की निस्वार्थ सेवा करने वाले डॉक्टर बिधान चंद्र रॉय का व्यक्तित्व देखकर ही महात्मा गांधी ने उन्हे राजनीति में आने कि लिए प्रेरित किया था. 

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