DNA with Sudhir Chaudhary: 105 साल की उम्र में 100 मीटर में जीता गोल्ड, कौन हैं देश की नई नेशनल चैंपियन रामबाई?
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DNA with Sudhir Chaudhary: 105 साल की उम्र में 100 मीटर में जीता गोल्ड, कौन हैं देश की नई नेशनल चैंपियन रामबाई?

DNA on master female athlete Rambai: देश में 105 साल की उम्र में एक महिला ने 100 मीटर में गोल्ड जीतकर नए नेशनल चैंपियन का खिताब हासिल किया है. महिला एथलीट ने नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया है. 

DNA with Sudhir Chaudhary: 105 साल की उम्र में 100 मीटर में जीता गोल्ड, कौन हैं देश की नई नेशनल चैंपियन रामबाई?

DNA on master female athlete Rambai: अक्सर लोग सोचते हैं कि 50 साल की उम्र के बाद जीवन में कुछ भी करने के लिए उम्र निकल गई. लेकिन अगर आपको ये पता चले कि एक महिला 105 साल की उम्र में मास्टर एथलेटिक इवेंट में 100 मीटर दौड़ जीतकर नई राष्ट्रीय चैम्पियन बनी है तो आप हैरान रह जाएंगे. ये महिला हरियाणा के एक गांव में रहती हैं. वे ना जिम जाती हैं और ना Vitamin Supplements लेती हैं. वे ना Protein Shakes पीती हैं और ना ही महंगे फल खाती हैं. इनकी फिटनेस का राज ये है कि ये प्रकृति के बहुत करीब रहती हैं और शुद्ध और देसी भोजन ही खाती हैं.

नए नेशनल रिकॉर्ड के साथ जीता गोल्ड मेडल

इस महिला का नाम है रामबाई (Rambai), जो 105 साल की है. गुजरात के वडोदरा में 15 जून को National Open Masters Athletics Championships का आयोजन हुआ था, जिसमें 100 मीटर की रेस में रामबाई ने ना सिर्फ गोल्ड मेडल जीता बल्कि इस उम्र में सबसे कम समय में दौड़ पूरी करने का एक नया नेशनल रिकॉर्ड भी बनाया. बड़ी बात ये है कि, इस प्रतियोगिता में उन्हें चुनौती देना वाली कोई नहीं था क्योंकि इस श्रेणी में भागने के लिए 85 वर्ष से ज्यादा उम्र चाहिए थी और इस उम्र में लोग ऐसी Championships में भाग लेने के बारे में सोचते भी नहीं है.

हालांकि रामबाई ने ना सिर्फ इसमें हिस्सा लिया बल्कि एक नया रिकॉर्ड भी बनाया. उनसे पहले मनकौर नाम की एक महिला ने 2017 में 74 Seconds में 100 मीटर की रेस पूरी करके नैशनल रिकॉर्ड बनाया था. तब उनकी उम्र 101 वर्ष थी लेकिन रामबाई ने इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. उन्होंने सिर्फ 45.40 Seconds में 100 मीटर की ये दौड़ पूरी करके गोल्ड मेडल जीता है.

रोजाना 3-4 किलोमीटर चलती हैं पैदल

रामबाई (Rambai) हरियाणा के चरखी-दादरी में स्थित एक गांव में रहती हैं. वो इस उम्र में भी हर दिन तीन से चार किलोमीटर पैदल चलती हैं. इसके अलावा उनकी भोजन की थाली में महंगे फल और दूसरी चीजें नहीं होती बल्कि इसकी जगह वो दिन में एक लीटर दूध, 250 ग्राम शुद्ध देसी घी, आधा किलो दही और चूरमा और बाजरे की रोटी खाती हैं. इसके अलावा वो चावल बहुत कम मौकों पर और बहुत कम मात्रा में खाती हैं.

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प्रकृति के करीब रहने से आती है फिटनेस

आज आप रामबाई (Rambai)से दो बातें सीख सकते हैं. पहली बात, फिट रहने के लिए सिर्फ Gym जाना जरूरी नहीं है बल्कि इसके लिए प्रकृति के करीब रहना, संतुलित और देसी खान-पान पर ज़ोर देना और रोजाना पैदल चलना भी उतना ही ज़रूरी है. दूसरी बात, आप उनसे ये सीख सकते हैं कि उम्र एक नम्बर से ज्यादा कुछ नहीं है. बहुत सारे लोग अपने जीवन में उम्र को एक बड़ी बाधा मान लेते हैं. जबकि सच ये है कि उम्र आपको कभी भी अपने लक्ष्यों की तरफ़ बढ़ने से नहीं रोकती. रामबाई ने 105 साल की उम्र में 100 मीटर की रेस जीत कर ये साबित कर दिया है.

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