Dilip Pandey: क्‍या बिट्टू के आने से AAP नेता दिलीप पांडे को नहीं मिलेगा टिकट?
Advertisement
trendingNow12546839

Dilip Pandey: क्‍या बिट्टू के आने से AAP नेता दिलीप पांडे को नहीं मिलेगा टिकट?

अगले साल फरवरी में दिल्‍ली में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के मद्दनेजर आम आदमी पार्टी धड़ाधड़ फैसले ले रही है. पार्टी पहले ही स्‍पष्‍ट कर चुकी है कि कई मौजूदा विधायकों का टिकट कटेगा. इस फेहरिस्‍त में बड़े नाम भी शामिल हो रहे हैं. इससे विधायकों में बेचैनी है.

Dilip Pandey: क्‍या बिट्टू के आने से AAP नेता दिलीप पांडे को नहीं मिलेगा टिकट?

अगले साल फरवरी में दिल्‍ली में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के मद्दनेजर आम आदमी पार्टी धड़ाधड़ फैसले ले रही है. पार्टी पहले ही स्‍पष्‍ट कर चुकी है कि कई मौजूदा विधायकों का टिकट कटेगा. इस फेहरिस्‍त में बड़े नाम भी शामिल हो रहे हैं. इससे विधायकों में बेचैनी है. कई नए चेहरों को पार्टी से जोड़ा जा रहा है. शुक्रवार को बड़े घटनाक्रम के तहत तिमारपुर सीट से दो आप में शामिल हो गए.

इसके बाद आप के वरिष्ठ नेता और दिल्ली विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक दिलीप पांडे ने संकेत दिया कि आगामी चुनाव में उन्हें तिमारपुर सीट से टिकट संभवत: नहीं मिलेगा. पांडे ने कहा कि अब उनके लिए कुछ और करने का समय आ गया है. तिमारपुर से विधायक दिलीप पांडे ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि इस निर्वाचन क्षेत्र से कोई भी चुनाव लड़े, केवल अरविंद केजरीवाल ही दिल्ली के मुख्यमंत्री बनेंगे और लोग यह सुनिश्चित करेंगे. हाल ही में शाहदरा से आप विधायक और दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने केजरीवाल को एक पत्र लिखकर अपनी बढ़ती हुई उम्र का हवाला देते हुए चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की बात कही थी. 

Sanjay Raut: 'अगर शिंदे अड़े रहते तो BJP ने उनके बिना शपथ ग्रहण की योजना बना ली थी'

 

आप के मुख्य सचेतक दिलीप पांडे ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ राजनीति में पहले संगठन निर्माण और फिर चुनाव लड़ने के दायित्व का निर्वहन करने के बाद, अब समय है कि आम आदमी पार्टी में ही रह कर कुछ और करने का. तिमारपुर विधानसभा में चुनाव जो भी लड़े, दिल्ली के मुख्यमंत्री तो अरविंद केजरीवाल जी ही बनेंगे, और हम सभी दिल्ली वाले मिल कर यह सुनिश्चित भी करेंगे.’’

सिंगापुर में रहने वाले पूर्व सॉफ्टवेयर इंजीनियर पांडे भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में शामिल होने के लिए भारत वापस आये और बाद में अरविंद केजरीवाल द्वारा पार्टी बनाने के बाद वे आप के प्रमुख नेताओं में से एक बन गये.

आप के पूर्वांचली नेता पांडे ने 2019 में पार्टी के टिकट पर उत्तर-पूर्वी दिल्ली की सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था, लेकिन भाजपा के मनोज तिवारी से हार गए थे. पांडे ने कहा कि राजनीति में होने का उनको एकमात्र संतोष यह है कि आप सरकार ने बड़ी संख्या में आम आदमी और गरीब लोगों का जीवन आसान बना दिया है और कई बच्चों के लिए बेहतर जीवन की संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त किया है.

बिट्टू ने ज्‍वाइन की आप
इससे पहले तिमारपुर सीट से दो बार विधायक रहे सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू का आप में स्‍वागत करते हुए वरिष्‍ठ नेता मनीष सिसोदिया ने सिंह का पार्टी में स्वागत किया और कहा कि विकास कार्यों में उनका अनुभव पार्टी की मदद करेगा. सिसोदिया ने कहा, ‘‘शिक्षा, स्वास्थ्य आदि के क्षेत्र में आप द्वारा जो बेहतर विकास कार्य किए गए हैं, उनसे प्रेरित होकर सिंह आज हमारी पार्टी में शामिल हो रहे हैं और मुझे विश्वास है कि उनका अनुभव पार्टी को अच्छा काम जारी रखने में मदद करेगा.’’

पार्टी में शामिल होने के बाद सिंह ने कहा, ‘‘केवल एक ही पार्टी है जो आम लोगों की जरूरतों को सही मायने में समझती है और मैं आप के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करूंगा.’’ सिंह तिमारपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रह चुके हैं.

दिल्ली में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं और 2020 के चुनावों में 70 में से 62 सीट जीतने वाली आप इस बार भी लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की उम्मीद कर रही है.

Trending news