भारतीय किसान यूनियन ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार गन्ने के रेट नहीं बढ़ा रही है और न ही कोई भुगतान कर रही है. कानून के तहत 14 दिन में यदि फसल का भुगतान नहीं होता तो उसका 15% ब्याज सरकार को देना चाहिए,
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राकेश भयाना/पानीपत: किसान भवन में आज भारतीय किसान यूनियन की प्रदेशस्तरीय बैठक का आयोजन हुआ. इस बैठक में पूरे हरियाणा के यूनियन के पदाधिकारी व किसान नेता पहुंचे. बैठक में भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने सरकार के सामने पांच प्रमुख मांगें रखीं और आने वाली 25 दिसंबर को बड़ा आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी.
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने कहा कि पूरे प्रदेश में गन्ने के भाव नहीं बढ़ाने से किसानों में नाराजगी है. उन्होंने कहा कि सरकार गन्ने के रेट नहीं बढ़ा रही है और न ही कोई भुगतान कर रही है. कानून के तहत 14 दिन में यदि किसानों की फसल का भुगतान नहीं होता तो उसका 15% ब्याज सरकार को देना चाहिए, लेकिन सरकार ऐसा कर नहीं रही है.
रतन मान ने कहा कि सरकार 10 और 15 साल के दो कैटेगरी के वाहनों को खत्म करने जा रही है. फसल पर 2% टैक्स, बिजली के बिलों में अतिरिक्त बढ़ोतरी व ईवीएम का भी हम विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन ने आने वाले दिनों में आंदोलन की देखरेख के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई है जो इस पूरे आंदोलन का समन्वयन करेगी.
रतन मान ने कहा कि इकबालपुर शुगर मिल में जो 35 करोड़ अटका हुआ है, उस पर भी आंदोलन तेज किया जाएगा. प्रदेश अध्यक्ष ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि 25 दिसंबर को प्रदेशभर में सभी शुगर मिल के सामने हाईवे को एक घंटे के लिए जाम करेंगे.
यदि सरकार फिर भी नहीं मानी तो 28 दिसंबर से बड़े आंदोलन की शुरुआत की जाएगी. उन्होंने कहा 23 दिसंबर को पलवल में चौधरी चरण सिंह जयंती व 26 जनवरी को पानीपत में सर छोटू राम जयंती मनाई जाएगी.