घर बैठे दे रहे थे MBA, BCA, MCA जैसी डिग्री, खर्चा लेते थे 20 हजार
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घर बैठे दे रहे थे MBA, BCA, MCA जैसी डिग्री, खर्चा लेते थे 20 हजार

दिल्ली में एक कैफे का भंडाफोड़, दिल्ली पुलिस ने कुछ लोगों को शिक्षा केंद्र के नाम पर जाली मार्कशीट रैकेट चलाते हुए इस गैंग के 6 शातिर ठगों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में जाली मार्कशीट, सर्टिफिकेट और जाली मार्कशीट बनाने में काम आने वाले दस्तावेज बरामद किए हैं.

घर बैठे दे रहे थे MBA, BCA, MCA जैसी डिग्री, खर्चा लेते थे 20 हजार

Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस ने हाल ही में एक फेक शिक्षा केंद्र का भंडाफोड़ किया है. पुलिस की सूचना के मुताबिक, लोग  शिक्षा केंद्र के नाम पर जाली मार्कशीट रैकेट चला रहे थे और उन्होंने इस गैंग के 6 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में जाली मार्कशीट, सर्टिफिकेट और जाली मार्कशीट बनाने में काम आने वाले दस्तावेज बरामद किए हैं.

खबरों की मानें तो साउथ दिल्ली के साइबर थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि सनलाइट कॉलोनी में एक कैफे एजुकेशन सेंटर चल रहा है. सूचना मिलने के बाद पुलिस ने एक टीम का गठन किया और छापेमारी के लिए सनलाइट कॉलोनी पहुंची. बीते मंगलवार की शाम साढ़े तीन बजे पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो वहां देखा कि 4 लड़कियां बैठी थीं.

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साइबर थाना पुलिस ने चारों लड़कियों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया और आगे की जांच शुरू कर दी, तो उन्हें पता चला कि यह चारों लड़कियां लोगों को बैक डेट की मार्कशाट बेच रही हैं. यह पर मौजूद लोग अलग-अलग कोर्स जैसे बीबीए, बीसीए, एमसीए जैसे कोर्स के बैक डेट के अलग-अलग विश्वविद्यालयों के जाली सर्टिफिकेट बेचते थे.

आपको बता दें कि पुलिस ने मौके से 6 मोबाइल फोन और 1 लैपटाप, प्रिंटर और बैक डेट की जाली मार्कशीट डिग्री और सर्टिफिकेट और रिकॉर्ड रजिस्टर बरामद किया है. इनके पास से एक पेमेंट स्लिप भी बरामद हुई है. पुलिस पूछताछ के बाद कैफ और रिहान को उनके घर से गिरफ्तार किया गया है. यह इंस्टिट्यूट इन्हीं का है.

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आपको बता दें कि साइबर थाना पुलिस अब यह पता लगाने में लगी हुई है कि इन लोगों ने अभी तक कितनी मार्कशीट और सर्टिफिकेट बेच चुके हैं. पुलिस ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि यह लोग एक वेबसाइट से डाटा निकालते थे. इसके बाद उन लोगों को फोन करके डिग्री बेचा करते थे. 10 से 20 हजार रिपये में यहां पर डिग्री और सर्टिफिकेट देते थे. लेकिन, इन डिग्री का यूनिवर्सिटी में कोई रिकॉर्ड नहीं है.