Breastfeeding Booth for ladies: दिल्ली भाजपा के नेता आशीष कौशिक ने इस मांग को पीएम मोदी को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि बेबी फीडिंग रूम जयपुर और कोच्चि में मौजूद है तो दिल्ली मेट्रो में क्यों नहीं हो सकती है.
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Delhi Metro News: दिल्ली मेट्रो को देश की राजधानी की लाइफलाइन कहा जाता है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेश द्वारा मेट्रो में इंटरचेंज स्टेशनों पर शौचालय की सुविधा तो दी गई है, लेकिन आज तक भी किसी स्टेशन पर शिशुओं को स्तनपान कराने के लिए बेबी फीडिंग रूम की सुविधा नहीं है. इसी को लेकर दिल्ली भाजपा कार्यकारिणी सदस्य आशीष कौशिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.
दरअसल, आशीष कौशिक ने डीएमआरसी को दिल्ली मेट्रो स्टेशनों पर बेबी फीडिंग रूम की सुविधा देने का सुझाव दिया था. उन्होंने कहा कि इस विषय पर महिला यात्रियों से बात करने पर पता चला कि सार्वजानिक स्थानों या यात्रा के दौरान सबके सामने बच्चे को स्तनपान कराने में बहुत दिक्कत होती है. अन्य यात्रियों की नजरें महिलाओं को असहज कर देती हैं. कौशिक ने कहा कि यह एक चिंताजनक विषय है. इस पर जल्द एक्शन लेते हुए मेट्रो स्टेशन पर शिशु आहार कक्ष सुविधा देनी चाहिए. इस पर दिल्ली मेट्रो से जवाब कि ये संभव नहीं है. साथ ही ये भी कहा कि अगर जरूरत पड़ने पर यात्री स्टेशन कर्मचारियों से संपर्क कर सकते हैं.
आशीष कौशिक ने अपने पत्र में यह भी बताया कि इंटरनेट के माध्यम से जानकारी ली कि देश के अलग-अलग राज्यों में स्तनपान कराने के लिए मेट्रो परिसर में शिशु आहार कक्ष तमाम सुविधाओं के साथ बनाए गए हैं. जैसे जयपुर मेट्रो के स्टेशनों पर दो बेबी फीडिंग रूम 'अमृत कक्ष' बने हैं. जयपुर मेट्रो के सीएमडी निहाल चंद गोयल ने बीबीसी न्यूज को बताया कि सेव द चिल्ड्रन मिशन के तहत सुरक्षित मातृत्व, स्वस्थ शिशु-सुगम परिवहन की योजना को पूरा करने के लिए जयपुर मेट्रो में ये व्यवस्था साल 2016 में ही लागू कर दी गई थी. सबसे पहले यह सुविधा जयपुर मेट्रो में शुरू की गई थी.
इसी के साथ केरल की कोच्चि मेट्रो के चार स्टेशनों पर ब्रेस्ट फीडिंग पॉड के साथ ही गर्भवती महिलाओं के लिए आई लव 9 मंथ्स (I Love 9 Months) नाम के एक वेलनेस स्टार्टअप ने डिजाइन किया है, जिसमें 4 x4 फीट के फाइबर से बने क्यूबिकल बनाया गए हैं.
आशीष कौशिक ने प्रधानमंत्री से सवाल करते हुए यह भी कहा कि जब मेट्रो परिसर में बर्गर किंग जैसे अन्य उत्पादों के लिए स्थान चिन्हित करके लीज और रेंट पर देने का प्रावधान है तो मेट्रो से यात्रा करने वाले यात्रियों की सुविधाओं और जरूरतों का भी ध्यान रखना चाहिए. इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली मेट्रो में भी देश की अन्य मेट्रो प्राधिकरण के तरह शिशुओं को स्तनपान कराने के लिए कक्ष बनाया जाना चाहिए.
इसी के साथ एक मेट्रो स्टेशनों पर पेयजल और महिलाओं एवं वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए शौचालय की सुविधा भी निशुल्क उपलब्ध कराने की भी अपील की है. उन्होंने कहा कि यह मूलभूत सुविधा है, जो देश के प्रत्येक सरकारी एवं निजी कंपनी के पेट्रोल पंप व रेलवे स्टेशन परिसरों में भी ये जरूरी सुविधा निशुल्क उपलब्ध है तो दिल्ली मेट्रो में भी होनी ही चाहिए.