विधानसभा धरने पर बीजेपी के निशाने पर सिसोदिया और आप के टारगेट पर रहे उपराज्यपाल
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विधानसभा धरने पर बीजेपी के निशाने पर सिसोदिया और आप के टारगेट पर रहे उपराज्यपाल

दिल्ली में भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर लगातार सियासत गरमाती जा रही है. एक तरफ भाजपा विधायक धरना देकर मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर आप विधायक एलजी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. 

विधानसभा धरने पर बीजेपी के निशाने पर सिसोदिया और आप के टारगेट पर रहे उपराज्यपाल

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा परिसर के अंदर सत्ता और विपक्ष के विधायक धरने पर बैठे हुए हैं. सत्ता पक्ष जहां एलजी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहा है तो वहीं विपक्ष के विधायक मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे को लेकर धरना दे रहे हैं. विपक्ष का कहना है कि जनता से जुड़े हुए मुद्दों को सदन में उठाने नहीं दिया जा रहा है और जो भ्रष्टाचारी मंत्री हैं. उनको सरकार बर्खास्त करने की बजाय संरक्षण दे रही है. 

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सत्ता पक्ष के विधायक उपराज्यपाल वीके सक्सेना के खिलाफ सीबीआई जांच कराने को लेकर प्रदर्शन कर रहे है. उनका कहना है कि एलजी ने 1400 करोड़ रुपये का गबन किया है, उनके खिलाफ निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.

विपक्ष के विधायकों का आरोप है कि सरकार शराब नीति और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा नहीं चाहती है. उनका कहना है कि पिछले दो बार से विपक्ष की आवाज दबाते हुए उन्हें मार्शल आउट कर दिया जा रहा है. आज भी सुबह 11 बजे से सदन की कार्रवाई चलेगी और विपक्ष एक बार फिर जनता से जुड़े हुए मुद्दों को सदन के पटल पर उठाएगा. अगर सरकार आज भी विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश करेगा तो विपक्ष एक बार फिर जनता के मुद्दों को लेकर सदन के बाहर धरना देगा. विपक्ष का धरना अभी भी जारी है उसका कहना है कि अब धरना तभी खत्म होगा जब सरकार विपक्ष को सदन में बोलने का मौका देगी.

दिल्ली में भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर लगातार सियासत गरमाती जा रही है. आम आदमी पार्टी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर निगम को घेर लिया है और सीधा निशाना दिल्ली के उपराज्यपाल पर लगाया. तीनों नगर निगम को भंग करके एकीकृत निगम बनाने के बाद लगातार पार्किंग माफिया अब अपनी मनमानी करने में लगे हुए हैं. निगम द्वारा तय शुल्क से ज्यादा पैसे वसूले जा रहे हैं. साउथ दिल्ली की निगम की कई पार्किंग में इस तरह का गोरखधंधा चल रहा है. पार्किंग अटेंडेंट पहले तो पर्ची देते ही नहीं और अगर देते भी हैं तो 1 घंटे के 40 से 80 रुपये मांगते हैं, जबकि निगम द्वारा तय दर 20 रुपये घंटा है. लगातार लोगों ने इसके खिलाफ कई लिखित शिकायतें की, लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं हुई, जिसके बाद साउथ दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी के विपक्ष के पूर्व नेता प्रेम चौहान खुद साकेत स्थित कलस्टर पार्किंग कब्रिस्तान और गुप्ता मार्किट के नाम से निगम द्वारा आवंटित पार्किंग में गए तो खुद हैरान रह गए. पार्किंग वालों ने पहले तो पर्ची देने से मना कर दिया जब जबरन पर्ची मांगी तो उस पर्ची एमसीडी लिखा ही नहीं था पार्किंग जबकि एमसीडी की है, जैसे ही वो पहुंचे तो सभी पार्किंग चालक वहा से फरार हो गए.

इसको लेकर पूर्व निगम में नेता विपक्ष ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए और सीधा निशाना दिल्ली के उपराज्यपाल पर साधा और इस मामले में जांच की मांग की. पूर्व नेता विपक्ष ने कहा कि ऐसे कई पार्किंग हैं, जिनमें इस तरह की घटनाएं हो रही हैं और अवैध वसूली की जा रही है कई जगह तो बोर्ड भी हटा रखे हैं.

पूर्व निगम पार्षद ने कहा की लगातार हमारे को लोगों से शिकायत मिल रही थी की निगम द्वारा तय राशि से ज्यादा अवैध वसूली की जा रही है तो हम इसकी शिकायत निगम के अधिकारियों से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. यह सब अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है. 

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