Mauni Amavasya 2025 Date: कालकाजी मंदिर के पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए मौनी अमावस्या का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है. इस दिन किए गए उपायों से न केवल पितरों को संतोष मिलता है, बल्कि परिवार में सुख-समृद्धि भी आती है. इसलिए, इस दिन को विशेष रूप से मनाने और उपाय करने का महत्व है.
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Mauni Amavasya 2025: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का खास महत्व है, जो पितरों को समर्पित होती है. इस दिन श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और दान-पुण्य करते हैं. मान्यता है कि इस दिन तर्पण करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
मौनी अमावस्या का महत्व (Importance of Mauni Amavasya)
माघ मास का धार्मिक दृष्टि से विशेष स्थान है. इस माह में आने वाली मौनी अमावस्या का महत्व और भी बढ़ जाता है. माना जाता है कि इस दिन पितर अपने वंशजों से मिलने के लिए धरती पर आते हैं, जिससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है.
मौनी अमावस्या के उपाय ( Remedies of Mauni Amavasya)
मौनी अमावस्या को लेकर कालकाजी मंदिर के पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि प्रतिवर्ष महामास की अमावस्या का पावन पर्व मनाया जाता है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति, आत्म शुद्धि और पितरों का तर्पण किया जाता है. इस दिन मौन साधना करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है.
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मौनी अमावस्या 2025 तिथि (Mauni Amavasya 2025 Date)
इस वर्ष 29 जनवरी को मौनी अमावस्या का पावन पर्व मनाया जाएगा.
मौनी अमावस्या 2025 शुभ मुहूर्त (Mauni Amavasya 2025 Shubh Muhurat)
अमावस्या तिथि का शुभारंभ 28 जनवरी को शाम 7:35 से शुरू हो जाएगा जो अगले दिन 6:05 तक अमावस्या तिथि रहेगी. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. वहीं पुण्य काल का समय प्रातः 5:25 से 6:19 तक रहेगा.
मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में शाही स्नान ( Mauni Amavasya Snan-Daan)
कालकाजी मंदिर के पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि मौनी अमावस्या के पूरे दिन पवित्र नदियों में स्नान किया जा सकता है. मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ प्रयागराज में शाही स्नान किया जाएगा, जिसमें सारे अखाड़े के साधु स्नान करेंगे. इस दिन के दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों मकर राशि में रहेंगे और दोनों देवगुरु राशि बृहस्पति वृष राशि में रहेंगे.
INPUT: HARI KISHOR SAH