Delhi Heatwave Alert: दिल्ली में दम निकाल रही 'दरिंदी गर्मी', 9 दिन में 178 मौत, सरकार ने जारी की एडवाइजरी
Advertisement
trendingNow12299425

Delhi Heatwave Alert: दिल्ली में दम निकाल रही 'दरिंदी गर्मी', 9 दिन में 178 मौत, सरकार ने जारी की एडवाइजरी

Delhi Heatwave Alert: गर्मी का प्रकोप विकराल होता जा रहा है. उत्तर भारत में बीते एक पखवाड़े से पड़ रही रिकॉर्ड तोड़ गर्मी ने जीना मुहाल कर रखा है. गर्मी से दिल्ली का हाल और बुरा है.

Delhi Heatwave Alert: दिल्ली में दम निकाल रही 'दरिंदी गर्मी', 9 दिन में 178 मौत, सरकार ने जारी की एडवाइजरी

Delhi Heatwave Alert: गर्मी का प्रकोप विकराल होता जा रहा है. उत्तर भारत में बीते एक पखवाड़े से पड़ रही रिकॉर्ड तोड़ गर्मी ने जीना मुहाल कर रखा है. गर्मी से दिल्ली का हाल और बुरा है. दिल्ली में 11 से 19 जून के बीच गर्मी के चलते या गर्मी जनित बीमारियों से 178 लोग जान गंवा चुके हैं. दिल्ली के अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. शरीर को जला देने वाली धूप में मजदूर वर्ग का बुरा हाल है. भीषण गर्मी के कारण बढ़ते हीटस्ट्रोक के मामलों के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पतालों को हीटस्ट्रोक के मरीजों का प्राथमिकता के आधार पर इलाज करने एडवाइजरी जारी की है.

अधिकतम तापमान 51 डिग्री सेल्सियस जैसा

मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 51 डिग्री सेल्सियस जैसा "अनुभव" हो रहा है. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टर अजय शुक्ला ने बताया कि मंगलवार को पांच मरीजों की मौत हुई है, इसके पीछे हीटस्ट्रोक वजह हो सकती है. जबकि कम से कम 12 लोग, ज्यादातर दिहाड़ी मजदूर वेंटिलेटर सपोर्ट पर गंभीर स्थिति में हैं. अजय शुक्ला ने बताया कि मंगलवार को हीट स्ट्रोक से 11 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जो इस मौसम में एक दिन में सबसे अधिक है. उन्होंने कहा कि लगभग एक महीने पहले गर्मी की लहर शुरू होने के बाद से अब तक गर्मी से संबंधित बीमारियों के कम से कम 45 मरीज भर्ती हो चुके हैं.

मृत्यु दर 60-70 फीसदी

राम मनोहर लोहिया के डॉक्टर ने बताया कि ज्यादातर मरीज गरीब प्रवासी मजदूर हैं. वे बहुत अधिक शारीरिक श्रम करते हैं इसलिए उन्हें हीटस्ट्रोक का खतरा ज्यादा रहता है. ज्यादातर मरीजों की मौत इसलिए होती है क्योंकि वे अस्पताल पहुंचने में देरी करते हैं. इसमें मृत्यु दर 60-70 फीसदी है. इलाज में देरी हुई तो मौतों की संख्या काफी ज्यादा हो सकती है. इसमें भी ज्यादातर मरीज अधेड़ उम्र के थे. 

डॉक्टर की सलाह

डॉक्टर ने कहा कि मैं सिर्फ लोगों से हीटस्ट्रोक के बारे में जागरूकता पैदा करने और जल्दी रिपोर्ट करने का अनुरोध करता हूं ताकि रोग का निदान और उपचार बेहतर हो सके. हमें हीटस्ट्रोक से बचाव और ऐसे रोगियों के लिए पर्याप्त हाइड्रेशन बनाए रखने के बारे में जागरूकता पैदा करनी चाहिए. दिल्ली ही नहीं पूरे उत्तर भारत में हीटस्ट्रोक के मामले तेजी से बढ़े हैं. जागरुकता नहीं होने के कारण लोगों की मौत भी हो रही है. राहत की बात यह है कि अगले 24-48 घंटों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में बारिश हो सकती है.

Trending news