Land for Job Scam: लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में पूछताछ के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) के पटना स्थित आवास पहुंची.
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CBI action in Land for Job Scam: रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लेने (Land for Job Scam) के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) एक्शन में आ गई है. सीबीआई की टीम बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) के पटना स्थित आवास पहुंची. बताया गया कि सीबीआई के अधिकारियों ने राबड़ी देवी समेत उनके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की. पांच घंटे बाद सीबीआई अधिकारी राबड़ी आवास से बाहर निकले.
CBI की टीम राबड़ी देवी के घर के अंदर मौजूद
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पटना स्थित आवास पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम पहुंची. सीबीआई के 3 अधिकारियों ने घर के अंदर मौजूद लोगों से पूछताछ की. IRCTC घोटाला यानी जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के मामले में सीबीआई राबड़ी देवी से पूछताछ के लिए पहुंची थी. इसके बाद राबड़ी आवास के बाहर आरजेडी कार्यकर्ता जमा हो गए थे.
क्या है पूरा मामला?
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पिछले साल अक्टूबर में एक आरोपपत्र दाखिल किया था, जिसमें लालू यादद (Lalu Yadav), उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी, मध्य रेलवे के तत्कालीन जीएम, तत्कालीन मुख्य कार्मिक अधिकारी (सीपीओ), निजी व्यक्तियों और कुछ अन्य लोगों सहित 16 आरोपियों को नामजद किया था. सीबीआई ने आरोपपत्र में कहा था कि जांच के दौरान पाया गया कि जमीन के बदले में अपने या अपने करीबी रिश्तेदारों के नाम पर लोगों को नियुक्त किया गया था. सीबीआई ने कहा कि इस मामले में आरोपियों ने मध्य रेलवे के तत्कालीन महाप्रबंधक और केंद्रीय रेलवे के सीपीओ के साथ मिलकर साजिश रची थी. यह जमी सर्किल रेट से कम और बाजार दर से काफी कम कीमत पर अधिग्रहित की गई थी.
सीबीआई (CBI) ने चार्जशीट में आरोप लगाया है कि इन लोगों ने गलत टीसी का इस्तेमाल किया है और रेल मंत्रालय को झूठे प्रमाणित दस्तावेज जमा किए हैं. सीबीआई को जांच के दौरान पता चला है कि लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी और बेटी हेमा यादव को नौकरी चाहने वालों द्वारा नौकरी घोटाले के लिए भूमि के संबंध में जमीन उपहार में दी गई थी, जिन्हें बाद में रेलवे में भर्ती की गई थी.
लालू के पूर्व ओएसडी को सीबीआई ने किया है गिरफ्तार
सीबीआई ने रेलवे कर्मचारी हरिदयानंद चौधरी और लालू प्रसाद के तत्कालीन ओएसडी भोला यादव को इस मामले में पहले ही गिरफ्तार किया है. भोला यादव 2004 से 2009 के बीच लालू यादव के ओएसडी थे. अधिकारी ने कहा कि 2004 से 2009 की अवधि के दौरान, लालू प्रसाद ने उम्मीदवारों से रेलवे के विभिन्न जोन में ग्रुप डी के पदों पर नौकरी के बदले अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन ली थी और आर्थिक लाभ प्राप्त किया था.
(इनपुट- न्यूज एजेंसी आईएएनएस)
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