PM Modi के US दौरे के बाद ब्रिटेन ने दी बड़ी खुशखबरी, भारत को मिलेंगे 30 हजार करोड़!
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PM Modi के US दौरे के बाद ब्रिटेन ने दी बड़ी खुशखबरी, भारत को मिलेंगे 30 हजार करोड़!

Global Semiconductor Chip Shortage: चीन और ताइवान के बीच चल रही खीचातानी की वजह से दुनिया भर में सेमीकंडक्टर चीप की कमी महसूस हो रही है. इस कारण इलेक्ट्रॉनिक सामानों के उत्पादन में समस्या आ रही है. अब भारत इस आपदा को अवसर बना रहा है. UK की एक कंपनी ने भारत में सेमीकंडक्टर चीप के उत्पादन के लिए फैक्ट्री बनाने का इशारा किया है.

फाइल फोटो

Semiconductors Unit In Odisha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में अमेरिका के दौरे पर थे जिसे लेकर विपक्ष ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी विपक्ष का कहना था कि मणिपुर में हिंसा का दौर जारी है लेकिन प्रधानमंत्री अमेरिका का दौरा कर रहे हैं. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे की धाक अब ब्रिटेन तक जम चुकी है. प्रधानमंत्री के दौरे के कुछ दिनों के बाद ही हिंदुस्तान को एक बड़ी खुशखबरी मिल रही है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ब्रिटेन की कंपनी भारत में करीब 30000 करोड़ रुपये का निवेश करने वाली है. यह निवेश सेमीकंडक्टर के उत्पादन को लेकर होगा और इससे करीब 5000 भारतीयों को नौकरी मिलने की उम्मीद है.

कौन सी है वो कंपनी?

सेमीकंडक्टर बनाने वाली यूनाइटेड किंग्डम की कंपनी भारत के ओडिशा में एक प्लांट स्थापित करेगी. इससे पहले अमेरिकी कंपनी माइक्रॉन टेक्नोलॉजी भी गुजरात में प्लांट लगाने का ऐलान कर चुकी है. ओडिशा में इस इंवेस्टमेंट से स्थानीय ढ़ाचे में सुधार की संभावना है.  यूके बेस्ड एसआरएएम एंड एमआरएएम ग्रुप ओडिशा को बड़ा तोहफा देने वाली है. इस कंपनी की भारतीय यूनिट एसआरएएम एंड एमआरएएम टेक्नोलॉजीज एंड प्रोजेक्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड राज्य सरकार के एक साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया है. इस एमओयू पर  26 मार्च को कंपनी और राज्य सरकार ने साइन किया. इसके अलावा कंपनी के आला अधिकारियों ने छत्रपुर में जिला प्रशासन के साथ बैठक भी की थी.

500 से 600 एकड़ जमीन की होगी जरूरत

कंपनी को तैयार करने के लिए उसे 500 से 600 एकड़ जमीन की जरूरत होगी जो उसे राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी. कंपनी की एक टीम यूनिट स्थापित करने के लिए राज्य का दौरा करेगी. अनुमान लगाया जा रहा है कि  इससे यूनिट के बनने से 5000 लोगों को नौकरी मिलेगी. गौरतलब है कि यह ऐलान पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे के बाद हुई है. आपको बता दें कि अमेरिका के बाद पीएम मोदी ने मिस्र का भी दौरा भी किया था.

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